किच्छा: राज्य गठन के बाद से ही कर्मचारियों के धरना प्रदर्शन एवं कार्य बहिष्कार को लेकर उत्तराखंड हमेशा ही चर्चाओं में रहा है. वहीं, बीती 4 फरवरी से सूबे का पटवारी संघ अपनी मांगों को लेकर अर्द्ध कार्य बहिष्कार पर है. जिसके चलते क्षेत्रीय तहसील से लोगों को आय प्रमाण-पत्र जारी नहीं हो पा रहे हैं. ऐसे में प्रमाण-पत्र के लिए आवेदन करने वाले लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है.
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बता दें कि किच्छा तहसील में लगभग 900 लोगों ने आय प्रमाण-पत्र के लिए आवेदन किया है. वहीं, पिछले 84 दिनों से इस प्रमाण-पत्रों पर पटवारी द्वारा रिपोर्ट न लगाए जाने से तहसील से लोगों को आय प्रमाण-पत्र निर्गत नहीं पा रहा है. जिसके चलते लोगों के कई जरूरी कार्य लंबित पड़े हुए है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि आय प्रमाण-पत्र के लिए उन्होंने करीब एक महीने पहले आवदेन किया था. वहीं, जब वह आवेदन के पंद्रह दिन बाद तहसील आए तो उन्हें पता चला कि पटवारियों की हड़ताल चल रही है. ऐसे में उन्हें रोज तहसील के चक्कर काटने पड़ रहे है. लोगों की प्रशासन से मांग है कि जल्द से जल्द पटवारियों द्वारा किये जा रहे कार्य बहिष्कार को खत्म किया जाए. ताकि उनके प्रमाण-पत्र निर्गत हो सके.
वहीं, पटवारी संघ के उपाध्यक्ष कुशाल सिंह बताया कि एक मामले में एसआईटी ने कालाढूंगी पटवारी और अनुसेवक के खिलाफ केस दर्ज किया था. जिसका प्रदेश के पटवारी संघ ने विरोध किया था. एसआईटी द्वारा पटवारियों का उत्पीड़न किया जा रहा है. जबकि, 10 दिन पहले एक प्रतिनिधि मंडल ने शासन के आलाधिकारियों से मुलाकात की थी, जिसमें उन्हें मांगें पूरी करने का आश्वासन मिला था.
इस मामले में एसडीएम किच्छा विवेक प्रकाश का कहना है कि पटवारी अपनी कुछ मांगों को लेकर कुछ दिनों से हड़ताल पर है, जिसके चलते वह आय प्रमाण-पत्र में अपनी रिपोर्ट नहीं लगा रहे है. इस संबंध में तहसीलदार को निर्देशित किया गया है. इस मामले को तहसीलदार अपने स्तर से देख रहे हैं. जल्द ही आय प्रमाण-पत्र बनने शुरू हो जाएंगे.