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खटीमा में पांच दिवसीय बाल लेखन कौशल कार्यशाला का शुभारंभ

बच्चों में छुपी प्रतिभाओं को बाहर लाने के लिये खटीमा में पांच दिवसीय लेखन और रचनात्मक कौशल कार्यशाला का शुभारंभ किया गया. इस कार्यशाला का उद्देश्य बच्चों की प्रतिभाओं को बाहर लाना है.

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Published : Jan 1, 2020, 10:31 PM IST

Updated : Jan 4, 2020, 11:57 AM IST

khatima news
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खटीमा: बच्चों में छिपी प्रतिभा को बाहर लाने और उन्हें बचपन जीने की सीख देने के लिए पांच दिवसीय लेखन और रचनात्मक कौशल कार्यशाला का शुभारंभ किया गया. इस कार्यशाला में स्कूली बच्चों में काव्य, कहानी लेखन के अलावा नाटक, समूह गीत के माध्यम से बच्चों की प्रतिभाओं को निखारा जाएगा. साथ ही बच्चों की 10 प्रमुख कहानी व काव्य को बाल प्रहरी पत्रिका में प्रकाशित किया जाएगा.

खटीमा में पांच दिवसीय बाल लेखन कौशल कार्यशाला

कार्यशाला का शुभारंभ खटीमा फाइबर सीएमडी आरसी रस्तोगी ने किया. वह इस कार्यशाला के पिछले 13 सालों से खटीमा में हो रहे आयोजन से काफी खुश दिखे. इस मौके पर उन्होंने सीमांत क्षेत्र के बच्चों की प्रतिभाओं का विकास होने की उन्होंने बात कही.

इस मौके पर उन्होंने कहा कि भविष्य की चुनौतियों की तैयारी के चक्कर में माता-पिता अपने बच्चों से उनका बचपन छीनते जा रहे हैं. बच्चों में छुपी प्रतिभाओं को बाहर लाने और उन्हें बचपन की सीख देने के लिए उत्तराखंड के सीमा क्षेत्र खटीमा में पांच दिवसीय लेखन और रचनात्मक कौशल कार्यशाला का प्रारंभ हुआ है. जिसमें उत्तराखंड बाल साहित्य संस्थान, ज्ञान विज्ञान समिति और बाल प्रहरी संस्था द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस कार्यशाला में सीमा क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों के डेढ़ सौ बच्चे हिस्सा लेंगे और अपने कौशल को संवारने काम करेंगे.

पढ़ें- उत्तराखंड में सक्रिय हुई असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM, नय्यर काजमी बने प्रदेश अध्यक्ष

कार्यक्रम के आयोजक बाल प्रहरी पत्रिका के संपादक उदय किरोला ने इस बार की कार्यशाला को बाल लेखन कार्यशाला की जगह व्याख्यान कार्यशाला के रूप में चलाने की बात कही. जिसमें बच्चों को पांच दिनों में काव्य, कहानी, लेखन के अलावा नाटक,समूह गीत के माध्यम से बच्चों की प्रतिभा को निखारा जायेगा.

खटीमा: बच्चों में छिपी प्रतिभा को बाहर लाने और उन्हें बचपन जीने की सीख देने के लिए पांच दिवसीय लेखन और रचनात्मक कौशल कार्यशाला का शुभारंभ किया गया. इस कार्यशाला में स्कूली बच्चों में काव्य, कहानी लेखन के अलावा नाटक, समूह गीत के माध्यम से बच्चों की प्रतिभाओं को निखारा जाएगा. साथ ही बच्चों की 10 प्रमुख कहानी व काव्य को बाल प्रहरी पत्रिका में प्रकाशित किया जाएगा.

खटीमा में पांच दिवसीय बाल लेखन कौशल कार्यशाला

कार्यशाला का शुभारंभ खटीमा फाइबर सीएमडी आरसी रस्तोगी ने किया. वह इस कार्यशाला के पिछले 13 सालों से खटीमा में हो रहे आयोजन से काफी खुश दिखे. इस मौके पर उन्होंने सीमांत क्षेत्र के बच्चों की प्रतिभाओं का विकास होने की उन्होंने बात कही.

इस मौके पर उन्होंने कहा कि भविष्य की चुनौतियों की तैयारी के चक्कर में माता-पिता अपने बच्चों से उनका बचपन छीनते जा रहे हैं. बच्चों में छुपी प्रतिभाओं को बाहर लाने और उन्हें बचपन की सीख देने के लिए उत्तराखंड के सीमा क्षेत्र खटीमा में पांच दिवसीय लेखन और रचनात्मक कौशल कार्यशाला का प्रारंभ हुआ है. जिसमें उत्तराखंड बाल साहित्य संस्थान, ज्ञान विज्ञान समिति और बाल प्रहरी संस्था द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस कार्यशाला में सीमा क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों के डेढ़ सौ बच्चे हिस्सा लेंगे और अपने कौशल को संवारने काम करेंगे.

पढ़ें- उत्तराखंड में सक्रिय हुई असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM, नय्यर काजमी बने प्रदेश अध्यक्ष

कार्यक्रम के आयोजक बाल प्रहरी पत्रिका के संपादक उदय किरोला ने इस बार की कार्यशाला को बाल लेखन कार्यशाला की जगह व्याख्यान कार्यशाला के रूप में चलाने की बात कही. जिसमें बच्चों को पांच दिनों में काव्य, कहानी, लेखन के अलावा नाटक,समूह गीत के माध्यम से बच्चों की प्रतिभा को निखारा जायेगा.

Intro:summary- कंपटीशन के चक्कर में माता-पिता बच्चों से उनका बचपन छीन से जा रहे हैं। इसलिए बच्चों में छुपी प्रतिभाओं को बाहर लाने के लिये पांच दिवसीय लेखन और रचनात्मक कौशल कार्यशाला का आयोजन किया गया शुरू।( रेडी टू पैकेज )

नोट- खबर मेल में है।

एंकर- बच्चों में छिपी प्रतिभाओं को बाहर लाने और उन्हें बचपन जीने की सीख देने के लिए पांच दिवसीय लेखन और रचनात्मक कौशल कार्यशाला का आज खटीमा में हुआ शुभारंभ। इस पांच दिवसी
य कार्यशाला में स्कूली बच्चों में काव्य, कहानी लेखन के अलावा नाटक, समूह गीत के माध्यम से बच्चों की प्रतिभाओं को निखारा जाएगा। साथ ही बच्चो की दस प्रमुख कहानी व काव्य को बाल प्रहरी पत्रिका में छापा जाएगा।


Body:वीओ- वर्तमान समय में भविष्य की चुनौतियों की तैयारी के चक्कर में माता-पिता अपने बच्चों से उनका बचपन छिनते जा रहे हैं। बच्चों में छुपी प्रतिभाओं को बाहर लाने और उन्हें बचपन की सीख देने के लिए उत्तराखंड के सीमा क्षेत्र खटीमा में आज पांच दिवसीय लेखन और रचनात्मक कौशल कार्यशाला का प्रारंभ हुआ है। उत्तराखंड बाल साहित्य संस्थान ज्ञान विज्ञान समिति बाल प्रहरी संस्था द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस कार्यशाला में सीमा क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों के डेढ़ सौ बच्चे प्रतिभाग कर अपने भीतर छुपे कौशल को सवारने काम करेंगे।
पांच दिवसीय कार्यशाला में स्कूली बच्चों लेखन कला विकसित करने के साथ उनके अंदर छुपी प्रतिभाओं को भी लेखन, कहानी, काव्य, पेंटिंग व्याख्यान के माध्यम से इस कार्यशाला में संवारने का कार्य करेंगे। भाई बच्चों की स्पंज से कार्यशाला का शुभारंभ खटीमा फाइबर सीएमडी आरसी रस्तोगी ने किया। और वह इस कार्यशाला के पिछले 13 सालों से खटीमा में हो रहे आयोजन से काफी खुश दिखे। वह इस कार्यशाला के माध्यम से सीमांत क्षेत्र के बच्चों की प्रतिभाओं का विकास होने की उन्होंने बात कही।
वह इस कार्यक्रम के आयोजक बाल प्रहरी पत्रिका के संपादक उदय किरोला ने इस बार की कार्यशाला को बाल लेखन कार्यशाला की जगह व्याख्यान कार्यशाला के रूप में चलाने की बात कही। जिसमें बच्चों को पांच दिनों में काव्य, कहानी, लेखन के अलावा नाटक,समूह गीत के माध्यम से बच्चों की प्रतिभा को निखारा जायेगा।

बाइट- आरसी रस्तोगी मुख्य अतिथि

बाइट- उदय किरौला कार्यशाला आयोजन


Conclusion:
Last Updated : Jan 4, 2020, 11:57 AM IST
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