खटीमा: यूपी की तरह उत्तराखंड में धर्मांतरण पर सख्त कानून (anti conversion law Uttarakhand) बनाया जा रहा है, ताकि देवभूमि की इस तरह का पार नहीं किया जा सकें. इस मामले पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का भी बयान है. उन्होंने साफ किया है कि उत्तराखंड देवभूमि है और यहां पर धर्मांतरण और मतांतरण किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं है.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी गुरुवार (CM Pushkar Singh Dhami) शाम को दो दिवसीय दौर पर अपने गृह क्षेत्र उधमसिंह नगर जिले के खटीमा में पहुंचे. यहां बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया. इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से जब उत्तराखंड में धर्मांतरण पर सख्त कानून बनाने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ये देवभूमि है. देवभूमि उत्तराखंड में मतांतरण और धर्मांतरण पर पूरी तरह से प्रतिबंध होना चाहिए. इसीलिए सरकार ने निर्णय लिया है कि मतांतरण और धर्मांतरण पर सरकार सख्त कानून बनाएंगी.
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने साफ किया है कि मतांतरण और धर्मांतरण के मामले में कठोर से कठोर सजा का प्रावधान किया जाएगा. ताकि देवभूमि की संस्कृति बची रहे. उत्तराखंड का मूल स्वभाव बचा रहे और प्रदेश में अनावश्यक किसी भी प्रकार को मतातरण और धर्मांतरण न हो पाए.
बता दें कि धामी सरकार ने उत्तराखंड में धर्मांतरण संशोधन कानून पर मुहर लगा दी है. इतना ही नहीं उत्तराखंड धर्म स्वतंत्रता विधेयक 2022 को तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है. ऐसे में उत्तराखंड में जबरन धर्मांतरण कराने वालों को अब कड़ी सजा मिल पाएगी.