काशीपुरः उत्तराखंड में कोरोना कर्फ्यू के तहत पाबंदियां जारी है. हालांकि, दुकानों को खोलने को लेकर समय भी तय किया गया है. लेकिन इसके बावजूद कई दुकानदार कर्फ्यू के बीच ही सामान बेच रहे हैं. इसी कड़ी में आईटीआई थाना पुलिस ने अलग-अलग मामलों में 5 दुकानदारों और 6 फल ठेला स्वामियों के खिलाफ लॉकडाउन के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज किया है.
पहला मामला आईटीआई थाना क्षेत्र का है. जहां एसआई नीलम मेहता अपनी टीम के साथ चैती चौराहे पर निरीक्षण कर रही थी. यहां कुछ लोग दुकान खोल कर सामान बेचते हुए पाए गए. पुलिस ने जानकारी ली तो पता चला की दुकान खोलने की इनके पास कोई वजह नहीं है. जिस पर पुलिस ने आपदा प्रबंधन अधिनियम सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. साथ ही धारा जमानती होने के कारण पुलिस ने मौके पर ही पांचों आरोपितों को 41 सीआरपीसी का नोटिस दिया और अदालत में हाजिर होने के लिए कहा.
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इन दुकानदारों के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा
- नित्यानंद, श्रीराम किराना स्टोर
- अशोक कुमार, खुराना जनरल स्टोर
- मालिक मनोज, राजपाल कॉम्पलेक्स
- नीलम, कुश ओम दुकान
- अभिषेक, अरोड़ा कन्फेक्शनरी
उधर, टांडा उज्जैन पुलिस चौकी क्षेत्र के तिराहे के पास आधा दर्जन फल विक्रेता ठेला लगाकर कोरोना कर्फ्यू का उल्लंघन कर रहे थे. टांडा चौकी के उपनिरीक्षक जावेद मलिक की ओर से चेतावनी देने के बावजूद भी फल विक्रेता बाज नहीं आ रहे थे. जिस पर उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 188, 269, 270, 51(ख) आपदा अधिनियम व महामारी एक्ट में चालान किया.
इन फल विक्रेताओं का हुआ चालान
- मुसाइद अली, निवासी- मोहल्ला बांसफोड़ान, मछली बाजार.
- नईम, निवासी- मदर कालोनी.
- मौ. निसार, निवासी- मोहल्ला महेशपुरा.
- राशिद, निवासी- मोहल्ला महेशपुरा.
- वसीम, निवासी- मोहल्ला महेशपुरा.
- जगतार सिंह, निवासी- प्रभात कालोनी.
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मवेशियों को टक्कर मारने वाले चालकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
काशीपुर में सनातन धर्मसभा के पदाधिकारियों ने कोतवाली पुलिस को एक पत्र सौंपा. जिसमें उन्होंने लापरवाही से वाहन चलाकर सड़कों पर घूम रहे पशुओं को मौत के घाट उतारने वाले चालकों व वाहन स्वामियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई किए जाने की मांग की है. धर्मसभा के पदाधिकारियों ने कहा कि पिछले कुछ समय में वाहन चालकों ने करीब 20 पशुओं को मौत के घाट उतार दिया. जिसमें 15 गौवंश हैं, ऐसे में उन्होंने नगर में डंपर और भारी वाहनों का प्रवेश बंद करने, लापरवाही व नशे में वाहन चलाने वालों व वाहन स्वामियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की.