रुद्रपुर: तेज धूप और बारिश में मासूम बच्चों से पहले श्रम कार्यालय और फिर कलेक्ट्रड में बाल पंचायत और प्रदर्शन करना इंट्रार्क के श्रमिकों को महंगा पड़ गया है. सहायक श्रम आयुक्त की तहरीर पर पुलिस ने यूनियन के अध्यक्ष सहित चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है, साथ ही मामले की सूचना बाल संरक्षण समिति को भी दे दी गई है.
बता दें कि तीन दिन पूर्व इंट्रार्क श्रमिकों ने बच्चों के साथ मिल कर श्रम विभाग के कार्यालय और फिर रैली निकालकर डीएम परिसर में कई घंटे प्रदर्शन किया गया था. इस मामले में बाल पंचायत करने को लेकर सहायक श्रम आयुक्त यूएसनगर अरविंद सैनी ने थाना पंतनगर को इंट्रार्क श्रमिक संगठन के अध्यक्ष सहित चार लोगों के खिलाफ तहरीर सौंपी थी. ऐसे में अब पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है.
पढ़ें- अमरावती कैमिस्ट हत्याकांड: नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट करने पर हुई हत्या, NIA ने शुरू की जांच
पुलिस को दी तहरीर में कहा है कि 29 जून को अपनी मांगों के लिए उप श्रम आयुक्त कार्यालय और कलक्ट्रेट में काफी संख्या में लोगों ने धरना दिया था. जिसमें इंट्रार्क मजूदर संगठन के दलजीत सिंह, पान मोहम्मद, कैलाश भट्ट और बंगाल एकता मंच के सुब्रत कुमार विश्वास ने बच्चों को सामने रखकर बाल पंचायत व बाल सत्याग्रह कर बच्चों से लंबे समय तक नारे लगाए.
वहीं, बच्चों को दिन भर तेज धूप और तेज बारिश में नारे लिखे तख्तियों को देकर उन्हें खड़ा रखा. जिससे बच्चों के मानसिक शारीरिक कष्ट होने से उनके अधिकारों के हनन हुआ है. साथ ही परिसर में बाल पंचायत, बाल सत्याग्रह से कार्यालय के समस्त कार्य भी प्रभावित हुए. सीओ अभय सिंह ने बताया कि सहायक श्रम आयुक्त की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया है. मामले की जांच की जा रही है, इसके बाद आरोपितों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.