गदरपुरः नगर के एक इंटर कॉलेज में बने स्ट्रांग रूम के बाहर बड़ी संख्या में फटे मतपत्र मिलने के बाद प्रत्याशियों में हड़कंप मचा हुआ है. इसी कड़ी में आक्रोशित प्रत्याशियों ने अपने समर्थकों के साथ क्लेक्ट्रेट पहुंचकर उप जिला निर्वाचन अधिकारी को ज्ञापन सौंपा. साथ ही मामले पर न्यायिक जांच कराने की मांग की. वहीं, मतगणना की निगरानी के लिए न्यायिक मजिस्ट्रेट की नियुक्ति करने को भी कहा.
बता दें कि, त्रिस्तरीय पंचायत के लिए पहले चरण में गदरपुर और रुद्रपुर ब्लॉक में मतदान हुआ था. जिसके बाद सभी प्रत्याशियों की किस्मत मतपत्र के पेटियों में कैद हो गई थी, लेकिन इस बीच गदरपुर इंटर कॉलेज में बने स्ट्रांग रूम के बाहर बड़ी संख्या में मतपत्र फटे पाए जाने का मामला सुर्खियों में आ गया था.
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जिसमें खानपुर पूर्व जिला पंचायत प्रत्याशी और अन्य प्रत्याशियों के मत पत्र फटे हुए पाए गए. इन मतपत्रों के पीछे पीठासीन अधिकारी के साइन और मुहर भी लगी है. घटना सामने आने के बाद मामला तूल पकड़ने लगा है. हालांकि, गदरपुर थाना अध्यक्ष ने सभी मतपत्रों को कब्जे में लेकर सील कर दिया है, लेकिन मामले पर विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है.
इसी कड़ी में गदरपुर के पूर्व विधायक प्रेमानंद महाजन के नेतृत्व में प्रत्याशी और उनके समर्थकों ने उप जिला निवार्चन अधिकारी को ज्ञापन सौंपा. जिसमें उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जिस समय मतपत्र संदिग्ध हाल में मिले. उस दौरान पंचायती राज मंत्री अरविंद पांडेय के ओएसडी स्ट्रांग रूम के पास भ्रमण करते हुए देखे गए हैं.
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वहीं, प्रत्याशियों का आरोप है कि किसी साजिश के तहत पंचायती मंत्री के ओएसडी को स्ट्रांग रूम के आस-पास बेरिकेटिंग और अन्य व्यवस्थाओं का प्रभारी नियुक्त किया गया है. जिसे हटाया जाना आवश्यक है. इतना ही नहीं उन्होंने मंत्री पर मत पेटी और मतगणना में धांधली करने का आरोप भी लगाया है.
उन्होंन कहा कि मतदान के बाद अधिकांश पीठासीन अधिकारियों ने विभिन्न प्रत्याशियों के अभिकर्ताओं को मतपत्रों का लेखा प्रारूप 18, परिशिष्ट 9 उपलब्ध नहीं कराया है. मतगणना से पहले इसे सभी संबंधित प्रत्याशियों को उपलब्ध कराया जाए.
साथ ही स्ट्रांग रूम में मतपेटियां रखने के दौरान से सीसीटीवी कैमरों की रिकार्डिंग की सीडीआर भी सभी प्रत्याशियों को उपलब्ध करने को कहा. मतगणना की निगरानी के लिए न्यायिक मजिस्ट्रेट की नियुक्ति करने के साथ 21 अक्टूबर को होने वाली मतगणना की वीडियोग्राफी कराने की मांग भी की.
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गदरपुर के पूर्व विधायक प्रेमानंद महाजन ने मंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि पहले भी गूलरभोज नगर पंचायत चुनाव में कई सीट पर संदहेजनक धांधली हुए हैं. जिसे दोबारा ना दोहराया जाए. वहीं, खटोला जिला पंचायत प्रत्याशी किशोर कुमार ने कहा कि मतगणना के दौरान एक रूल पास होना चाहिए और रिकाउंटिंग के लिये एक निर्धारित बोटिंग मान्य कर दिया जाए.
इससे पहले बाजपुर एसडीएम एपी बाजपाई ने मामले बयान देते हुए कहा कि गदरपुर में कुछ संदिग्ध मत पत्र पाए गए हैं, जो कि खराब अथवा डैमेज भी हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच की जा रही है.
उधर, बीजेपी नेता खरक सिंह कार्की ने कहा कि जब मत पत्र खराब थे तो इन्हें फाड़ कर क्यों फेंक दिया गया. जबकि, मतदान के दौरान पार्टी को जारी किए गए मतदान पत्र शेष बचते हैं, उसे लिफाफे में सील कर पुनः निर्वाचन कार्यालय में जमा कर दिए जाते हैं. इन मतपत्रों पर तो नंबर भी पड़े हुए हैं और उसमे पीठासीन अधिकारी के मोहर व हस्ताक्षर भी हैं. ऐसे में प्रतीत होता है इस प्रकरण में पोलिंग पार्टी भी लिप्त हैं.