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डॉक्टरों के साथ मारपीट करने के आरोप में BSF का जवान गिरफ्तार

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Published : Oct 9, 2019, 4:55 PM IST

Updated : Oct 9, 2019, 5:37 PM IST

जसपुर के सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों को साथ मारपीट की ये कोई पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी इस तरह की घटनाएं सामने आ चुकी है. हालांकि इस मामले में पुलिस ने बीएसएफ जवान को गिरफ्तार किया है.

BSF का जवान गिरफ्तार

जसपुर: सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों और कर्मचारियों के साथ मारपीट करने के आरोप में पुलिस ने बीएसएफ जवान समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने दोनों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है. वहीं, इस मामले में दो अन्य महिलाओं का चालान भी किया गया है.

जानकारी के मुताबिक, दो दिन पहले बीएसएफ जवान समरपाल सिंह निवासी मंझरा ग्राम अपने कुछ परिजनों के साथ बेटी को दिखाना जसपुर के सरकारी अस्पताल में गए थे. समरपाल की बेटी के सिर में गहरी चोट लगी हुई थी. इमरजेंसी में मौजूद डॉ. संजीव देशवाल ने प्राथमिक उपचार को बाद बच्ची को सीटी स्कैन के लिए काशीपुर रेफर कर दिया था. जिस पर समरपाल और उसके साथ आए लोग भड़क गए.

BSF का जवान गिरफ्तार

पढ़ें- ट्रेन की चपेट में आने से युवक की मौत, पुलिस ने जांच शुरू की

हॉस्पिटल में मौजूद अन्य स्टॉफ ने समरपाल और उसके साथ आए लोगों को समझाने की कोशिश की तो उन्होंने उनके साथ भी मारपीट शुरू कर दी. इस मामले में डॉक्टर ने समरपाल, किरन देवी, पूनम और राजीव के खिलाफ तहरीर दी. जिसके आधार पर पुलिस ने चारों के खिलाफ मामला दर्ज किया.

पढ़ें- अभिमन्यु क्रिकेट एकेडमी डकैती कांडः पुलिस को मिली सफलता, लाखों की नकदी और ज्वैलरी सहित हथियार बरामद

इस मामले में जसपुर कोतवाल उमेद सिंह दानू ने बताया कि दोनों महिलाओं का चालान कर छोड़ दिया गया है. वहीं, समरपाल और राजीव को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. जसपुर के सरकारी अस्पताल में मारपीट की ये कोई पहली घटना नहीं थी. इससे पहले भी यहां डॉक्टरों को साथ मारपीट के मामले सामने आते रहते है. 2016 में जसपुर सीएचसी में तैनात बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. एसके सिंह की ओपीडी एक व्यक्ति ने गोली मार हत्या कर दी थी. इस घटना के कुछ दिनों बाद ही एक मरीज ने सर्जन डा. संतोष उप्रेती से अभद्रता कर दी थी. इसके बाद डॉ. उप्रेती ने नौकरी ही छोड़ दी थी. तब से अस्पताल में कोई सर्जन नहीं है.

जसपुर: सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों और कर्मचारियों के साथ मारपीट करने के आरोप में पुलिस ने बीएसएफ जवान समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने दोनों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है. वहीं, इस मामले में दो अन्य महिलाओं का चालान भी किया गया है.

जानकारी के मुताबिक, दो दिन पहले बीएसएफ जवान समरपाल सिंह निवासी मंझरा ग्राम अपने कुछ परिजनों के साथ बेटी को दिखाना जसपुर के सरकारी अस्पताल में गए थे. समरपाल की बेटी के सिर में गहरी चोट लगी हुई थी. इमरजेंसी में मौजूद डॉ. संजीव देशवाल ने प्राथमिक उपचार को बाद बच्ची को सीटी स्कैन के लिए काशीपुर रेफर कर दिया था. जिस पर समरपाल और उसके साथ आए लोग भड़क गए.

BSF का जवान गिरफ्तार

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हॉस्पिटल में मौजूद अन्य स्टॉफ ने समरपाल और उसके साथ आए लोगों को समझाने की कोशिश की तो उन्होंने उनके साथ भी मारपीट शुरू कर दी. इस मामले में डॉक्टर ने समरपाल, किरन देवी, पूनम और राजीव के खिलाफ तहरीर दी. जिसके आधार पर पुलिस ने चारों के खिलाफ मामला दर्ज किया.

पढ़ें- अभिमन्यु क्रिकेट एकेडमी डकैती कांडः पुलिस को मिली सफलता, लाखों की नकदी और ज्वैलरी सहित हथियार बरामद

इस मामले में जसपुर कोतवाल उमेद सिंह दानू ने बताया कि दोनों महिलाओं का चालान कर छोड़ दिया गया है. वहीं, समरपाल और राजीव को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. जसपुर के सरकारी अस्पताल में मारपीट की ये कोई पहली घटना नहीं थी. इससे पहले भी यहां डॉक्टरों को साथ मारपीट के मामले सामने आते रहते है. 2016 में जसपुर सीएचसी में तैनात बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. एसके सिंह की ओपीडी एक व्यक्ति ने गोली मार हत्या कर दी थी. इस घटना के कुछ दिनों बाद ही एक मरीज ने सर्जन डा. संतोष उप्रेती से अभद्रता कर दी थी. इसके बाद डॉ. उप्रेती ने नौकरी ही छोड़ दी थी. तब से अस्पताल में कोई सर्जन नहीं है.

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सरकारी अस्पताल मे एक बीएसएफ जवान द्वारा डा0 व कर्मचारी के साथ की गई मारपीट मामले मे पुलिस ने कार्यवाही करते हुए दो आरोपीयों को जेल भेज दिया हे।


एंकर-सीएचसी में इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात डाक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों से मारपीट करने के आरोपी बीएसएफ जवान सहित दो को जेल भेज दिया गया। मामले में दो महिलाओं का भी चालान किया गया है।
Body:वीओं-दो दिन पूर्व जसपुर के ग्राम मंझरा निवासी बीएसएफ जवान समरपाल सिंह अपने कुछ परिजनों संग सात वर्षीय बेटी को लेकर अस्पताल पहुंचा था। जवान की बेटी के सिर पर गहरी चोट थी। सीएचसी के ईएमओ डॉ. संजीव देशवाल ने प्राथमिक उपचार के बाद सीटी स्कैन के लिये बच्ची को काशीपुर रेफर कर दिया था। इस पर समरपाल और उसके परिजन भड़क गये। इस दौरान समरपाल और साथ आये एक युवक ने डा0 देशवाल से मारपीट शुरू कर दी। अस्पताल स्टाफ के कुछ लोग बीचबचाव को आए तो उनसे भी मारपीट की गयी। पुलिस ने समरपाल को हिरासत में ले लिया था। बाद में डाक्टर की तहरीर पर समरपाल, किरन देवी, पूनम व राजीव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था। कोतवाल उमेद सिंह दानू ने बताया कि दोनों महिलाओं का चालान कर छोड़ दिया गया। वहीं, समरपाल और राजीव को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
बाईट-डा0 संजीव देषवाल,पीडित सरकारी अस्पताल जसपुर।
बाईट-उम्मेद सिंह दानू,कोतवाल जसपुर।
Conclusion: बहरहाल जसपुर सरकारी अस्पताल मे हुई इस तरहाॅ की घटना कोई पहली नही हे बहरहाल जसपुर सरकारी अस्पताल मे हुई इस तरहाॅ की घटना कोई नई नही हे।पूर्व की घटना में मारपीट पर सर्जन ने नौकरी छोड़ दी थी 20 अप्रैल 2016 को जसपुर सीएचसी में तैनात बाल रोग विशेषज्ञ डा. एसके सिंह को ओपीडी में ही एक व्यक्ति ने गोली मार हत्या कर दी थी। इस घटना के कुछ दिन बाद एक मरीज दंपति ने सर्जन डा. संतोष उप्रेती से अभद्रता कर दी थी। इससे आहत डा. उप्रेती ने नौकरी ही छोड़ दी थी। तब से अस्पताल में सर्जन नहीं हैं। वहीं, मारपीट के मामले अब भी नहीं थम रहे।
Last Updated : Oct 9, 2019, 5:37 PM IST
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