गदरपुर: बंगोभाषी महासभा के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र राय गदरपुर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने बंगाली समुदाय के जाति प्रमाण पत्र से पूर्वी पाकिस्तानी-बांग्लादेशी शब्द हटाने व आरक्षण को लेकर बंगाली समुदाय के लोगों के साथ एक बैठक की. बैठक के दौरान समुदाय को आरक्षण कैसे मिले इसके लिए रणनीति तय की.
बंगोभाषी महासभा के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र राय ने बैठक में बंगाली समुदाय के लोगों के साथ चर्चा की. उन्होंने लोगों को बताया कि कैसे उत्तराखंड के बंगाली समुदाय के जाति प्रमाण पत्र से पूर्वी पाकिस्तानी-बांग्लादेशी शब्द हटे और उन लोगों को आरक्षण कैसे मिले इसके लिए रणनीति तय की गई. इस मौके पर अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के प्रदेश अध्यक्ष एवं बंगाली कर्मचारी मंच के प्रदेश अध्यक्ष शंकर चक्रवर्ती के साथ-साथ बड़ी संख्या में बंगाली समुदाय के लोग मौजूद थे.
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बता दें कि उत्तराखंड के बंगाली समुदाय के जाति प्रमाण पत्र से पूर्वी पाकिस्तानी-बांग्लादेशी शब्द हटाने व अनुसूचित जाति का दर्जा देने की मांग को लेकर कई दिनों से बंगोभाषी महासभा और राष्ट्रीय बजरंग दल एवं विभिन्न संगठन जन जागरण मुहिम के तहत लोगों को जागरूक कर रहे हैं. उनका कहना है कि जब हमारा जन्म और हमारे माता-पिता का जन्म भारत में हुआ है, तो हमारे जाति प्रमाण पत्र पर पूर्वी पाकिस्तानी शब्द क्यों लिखा जाता है. यह सिर्फ उत्तराखंड के बंगाली समुदाय के लोगों के जाति प्रमाण पत्र पर ही क्यों है, बाकी राज्यों में क्यों नहीं है. जब भारत के 7 राज्यों में बंगाली समुदाय को आरक्षण मिल रहा है तो उत्तराखंड में क्यों नहीं मिल रहा है.