खटीमा: बीते दिनों सितारगंज में छह आशा वर्कर्स की कोरोना पॉजिटिव आई है. ऐसे में आशा वर्कर्स ने स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. वहीं, आशा कार्यकत्रियों ने सरकार से दस हजार वेतनमान देने की मांग की है. वहीं, प्रोत्साहन राशि ने नाम पर सरकार द्वारा उन्हें मात्र एक हजार देने पर भी नाराजगी जताई है. अपनी मांगें पूरी ना होने पर आशा कार्यकत्रियों ने कार्यबहिष्कार की भी चेतावनी दी है.
सितारगंज में आशा कार्यकत्रियों ने मीटिंग कर संक्रमित आशा वर्कर के इलाज में कोताही बरतने का इल्जाम लगाया है. आशा कार्यकत्रियों ने कहा कि फील्ड में काम करते हुए छह आशाओं को कोरोना संक्रमण हुआ था. जिसके बाद सभी को रुद्रपुर के एक होटल में इलाज हेतु आइसोलेट किया गया लेकिन उनकी कोई देखरेख नहीं हो रही है. उन्होंने सरकार और जिला प्रशासन से आशा कार्यकत्रियों को सही इलाज मुहैया कराने की मांग की है.
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वहीं, आशा कार्यकत्रियों ने कहा कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी जाती है तो वह फील्ड में डेंगू, मलेरिया और कोरोना से संबंधित डाटा इकट्ठा नहीं करेंगी. जब तक सरकार उनका मानदेय दस हजार रुपये नहीं कर देती. साथ ही आशा कार्यकत्रियों ने कहा कि सरकार उन्हें दस हजार प्रोत्साहन राशि देने की बजाय मात्र एक हजार रुपये दिये गए हैं. जिसका सभी आशा कार्यकत्रियां विरोध कर रही हैं.