उधमसिंह नगर: पिछले डेढ़ माह से अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे पंतनगर के कृषि विश्वविद्यालय के कर्मचारियों ने एक बार फिर कुलपति का घेराव किया. इस दौरान कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन पर अनदेखी का आरोप लगाया. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि अगर उनकी मांगों पर जल्द विचार नहीं किया गया तो वे कार्यबहिष्कार कर उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे.
बता दें कि पिछले डेढ़ माह से विश्वविधालय के करीब ढाई हजार कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी कड़ी मंगलवार को आक्रोशित कर्मचारियों ने कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति दफ्तर के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया और अपनी मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने की मांग की.
कर्मचारियों का कहना है कि विश्वविद्यालय में ढाई हजार कर्मचारी कार्यरत हैं, लेकिन सरकारी संस्थान होने के बावजूद श्रमिकों को प्राइवेट नौकरी के बराबर वेतन दिया जा रहा है. साथ ही किसी भी कर्मचारी को ईएसआई की सुविधा नहीं मिल रही है.
आक्रोशित कर्मचारियों ने श्रम अधिनियम का हवाला देते हुए कहा कि अगर कोई भी मज़दूर लगातार 20 दिन अगर काम करता है तो उसे एक दिन का अवकाश भी मिलना चाहिए, बावजूद इसके विश्व विद्यालय प्रशासन कर्मियों को छुट्टी नहीं दे रहा है. उनका कहना है कि जबतक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती उनका प्रदर्शन जारी रहेगा.
प्रदर्शनकारियों ने विश्वविद्यालय प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगों पर जल्द विचार नहीं किया गया तो वे कार्यबहिष्कार कर उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे. जिसकी पूरी जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन और राज्य सरकार की होगी.