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बकाएदारों के इस पैंतरे से ऊर्जा निगम का लगा झटका, उपभोक्ताओं ने लगाया 9 लाख रुपए का चूना

बिजली बिल के बकाएदारों ने ऊर्जा निगम की मुश्किल बढ़ा दी है. कनेक्शन कटने से डर से बकाएदार नए-नए पैंतरे अपना रहे हैं, जिसका नुकसान ऊर्जा निगम को उठाना पड़ रहा है.

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Published : Dec 17, 2021, 7:13 PM IST

काशीपुर: उत्तराखंड में ऊर्जा निगम ने बिजली के बकाया बिल की वसूली करने के लिए सख्ती की तो उपभोक्ताओं ने भी बचने के लिए नये पैंतरे आजमा रहे हैं, इससे ऊर्जा निगम की परेशानी पहले से ज्यादा बढ़ गई है. ऊर्जा निगम के अधिकारी जब बिजली बिल के बकाएदारों का कनेक्शन कटाने जा रहे तो लोग अधिकारियों को चेक थमा दे रहे हैं, लेकिन समस्या ये है कि ये चेक बैंक में लगाते ही बाउंस हो जा रहे हैं. इस तरह निगम को करीब 9 लाख रुपए का चूना लग चुका है.

ऊर्जा निगम के मुख्यालय ने काशीपुर विद्युत वितरण खंड को 44 करोड़ रुपए की बकाया वसूली का टारगेट दिया था. निगम ने वसूली का टारगेट पूरा करने के लिए सख्ती दिखाई और कार्रवाई करते हुए बिल जमा नहीं करने वालों का कनेक्शन कटाना शुरू किया. कनेक्शन कटने के डर से लोग निगम को चेक थमा दे रहे हैं, लेकिन निगम की परेशानी ये है कि जब वो चेक बैंक में लगाया जाता है तो बाउंस हो जाता है. इसके राजस्व वृद्धि होने के बजाए निगम को उल्टा बैंक को चार्ज देना पड़ रहा है.

पढ़ें- उद्योगों को राहत: अब 50 करोड़ तक के प्रस्ताव स्वीकृत करेगी जिला स्तरीय प्राधिकृत समिति

काशीपुर विद्युत वितरण खंड ने नवंबर में शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में 17 उपभोक्ताओं से करीब 9 लाख रुपये के चेक बैंक लिए थे, लेकिन ये सभी चेक बाउंस हो गए. चेक बाउंस होने का कारण खाते में धनराशि नहीं होना और हस्ताक्षर मैच नहीं होना बताया गया है. कुछ चेक अन्य कारणों से भी बाउंस हुए.

उपभोक्ताओं के इन पैंतरों से उनका कनेक्शन तो कुछ समय से लिए कटने से बचा गया, लेकिन ऊर्जा निगम का सिरदर्द बढ़ गया. अब ऊर्जा निगम ऐसे ऐसे उपभोक्ताओं की सूची तैयार कर फिर कनेक्शन काटने की तैयारी कर रहा है. विद्युत वितरण खंड काशीपुर के अधिशाषी अभियंता अनिल कुमार ने साफ किया है कि यदि बकायादारों ने जल्द ही बिल का भुगतान नहीं किया तो उनकी बत्ती गुल होने में देरी नहीं की जाएगी.

काशीपुर: उत्तराखंड में ऊर्जा निगम ने बिजली के बकाया बिल की वसूली करने के लिए सख्ती की तो उपभोक्ताओं ने भी बचने के लिए नये पैंतरे आजमा रहे हैं, इससे ऊर्जा निगम की परेशानी पहले से ज्यादा बढ़ गई है. ऊर्जा निगम के अधिकारी जब बिजली बिल के बकाएदारों का कनेक्शन कटाने जा रहे तो लोग अधिकारियों को चेक थमा दे रहे हैं, लेकिन समस्या ये है कि ये चेक बैंक में लगाते ही बाउंस हो जा रहे हैं. इस तरह निगम को करीब 9 लाख रुपए का चूना लग चुका है.

ऊर्जा निगम के मुख्यालय ने काशीपुर विद्युत वितरण खंड को 44 करोड़ रुपए की बकाया वसूली का टारगेट दिया था. निगम ने वसूली का टारगेट पूरा करने के लिए सख्ती दिखाई और कार्रवाई करते हुए बिल जमा नहीं करने वालों का कनेक्शन कटाना शुरू किया. कनेक्शन कटने के डर से लोग निगम को चेक थमा दे रहे हैं, लेकिन निगम की परेशानी ये है कि जब वो चेक बैंक में लगाया जाता है तो बाउंस हो जाता है. इसके राजस्व वृद्धि होने के बजाए निगम को उल्टा बैंक को चार्ज देना पड़ रहा है.

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काशीपुर विद्युत वितरण खंड ने नवंबर में शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में 17 उपभोक्ताओं से करीब 9 लाख रुपये के चेक बैंक लिए थे, लेकिन ये सभी चेक बाउंस हो गए. चेक बाउंस होने का कारण खाते में धनराशि नहीं होना और हस्ताक्षर मैच नहीं होना बताया गया है. कुछ चेक अन्य कारणों से भी बाउंस हुए.

उपभोक्ताओं के इन पैंतरों से उनका कनेक्शन तो कुछ समय से लिए कटने से बचा गया, लेकिन ऊर्जा निगम का सिरदर्द बढ़ गया. अब ऊर्जा निगम ऐसे ऐसे उपभोक्ताओं की सूची तैयार कर फिर कनेक्शन काटने की तैयारी कर रहा है. विद्युत वितरण खंड काशीपुर के अधिशाषी अभियंता अनिल कुमार ने साफ किया है कि यदि बकायादारों ने जल्द ही बिल का भुगतान नहीं किया तो उनकी बत्ती गुल होने में देरी नहीं की जाएगी.

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