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कोरोना लॉकडाउन: बीमार पिता के अंतिम दर्शन नहीं कर पायीं दो बेटियां - Social worker Virendra Barwanan

कोरोना लॉकडाउन के चलते टिहरी की दो बेटियां अपने ईअर पिता के अंतिम दर्शन नही कर पाई. आज उनका देहांत हो गया.

Tehri
लॉकडाउन के कारण दो लड़की नहीं मिल पाई अपने बीमार पिता से
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Published : Apr 3, 2020, 9:25 PM IST

Updated : Apr 3, 2020, 11:55 PM IST

टिहरी: कोरोना के चलते पूरे देश को लॉकडाउन कर दिया गया है, जिसके चलते आम जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसा ही मामला टिहरी से सामने आया है, जहां लॉकडाउन के कारण दो बेटियां अपने बीमार पिता से नहीं मिल पाईं, जिनका आज देहांत हो गया.

बाते दें, टिहरी जिले के प्रतापनगर विधानसभा के अंतर्गत मोटना गांव निवासी महावीर सिंह दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करते थे, जो लीवर और कैंसर की बीमारी से पीड़ित थे. उनका इलाज दिल्ली में चल रहा था. लेकिन लॉकडाउन होने के कारण दिल्ली के अस्पतालों ने मरीजों का इलाज करना बंद कर दिया. जिसके बाद महावीर सिंह देहरादून के जॉलीग्रांट अस्पताल में इलाज करवाने के लिए पहुंचे थे. इलाज कराने के बाद वे एंबुलेंस से अपने गांव मोटना पहुंचे. जहां उन्होंने देहरादून में रह रहीं बेटियों से मिलने की इच्छा जताई, लेकिन लॉकडाउन के कारण उनकी बेटियां देहरादून से टिहरी नहीं पहुंच पाईं.

Tehri
सामाजिक कार्यकर्ता के ट्वीट के बाद हुई कार्रवाई

पढ़े- लॉकडाउन से फूलों की खेती हुई बर्बाद, किसान लगा रहे सरकार से मदद की गुहार

सामाजिक कार्यकर्ता वीरेंद्र ने ट्विटर पर लॉकडाउन के कारण देहरादून में फंसी इन लड़कियों के बारे में पोस्ट डाली तो सेलाकुई के थाना प्रभारी विपिन बहगुणा ने ट्वीट का संज्ञान लेकर इन लड़कियों का देहरादून से टिहरी जाने का पास बनवाया. जिसके बाद वे टिहरी रवाना हुईं

दुख की बात यह है कि लॉकडाउन के कारण ये दोनों बेटियां अपने पिता के अंतिम दर्शन भी नहीं कर सकीं. दोनों लड़कियां देहरादून के सेलाकुई में किसी कंपनी में नौकरी करती हैं.

टिहरी: कोरोना के चलते पूरे देश को लॉकडाउन कर दिया गया है, जिसके चलते आम जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसा ही मामला टिहरी से सामने आया है, जहां लॉकडाउन के कारण दो बेटियां अपने बीमार पिता से नहीं मिल पाईं, जिनका आज देहांत हो गया.

बाते दें, टिहरी जिले के प्रतापनगर विधानसभा के अंतर्गत मोटना गांव निवासी महावीर सिंह दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करते थे, जो लीवर और कैंसर की बीमारी से पीड़ित थे. उनका इलाज दिल्ली में चल रहा था. लेकिन लॉकडाउन होने के कारण दिल्ली के अस्पतालों ने मरीजों का इलाज करना बंद कर दिया. जिसके बाद महावीर सिंह देहरादून के जॉलीग्रांट अस्पताल में इलाज करवाने के लिए पहुंचे थे. इलाज कराने के बाद वे एंबुलेंस से अपने गांव मोटना पहुंचे. जहां उन्होंने देहरादून में रह रहीं बेटियों से मिलने की इच्छा जताई, लेकिन लॉकडाउन के कारण उनकी बेटियां देहरादून से टिहरी नहीं पहुंच पाईं.

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सामाजिक कार्यकर्ता के ट्वीट के बाद हुई कार्रवाई

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सामाजिक कार्यकर्ता वीरेंद्र ने ट्विटर पर लॉकडाउन के कारण देहरादून में फंसी इन लड़कियों के बारे में पोस्ट डाली तो सेलाकुई के थाना प्रभारी विपिन बहगुणा ने ट्वीट का संज्ञान लेकर इन लड़कियों का देहरादून से टिहरी जाने का पास बनवाया. जिसके बाद वे टिहरी रवाना हुईं

दुख की बात यह है कि लॉकडाउन के कारण ये दोनों बेटियां अपने पिता के अंतिम दर्शन भी नहीं कर सकीं. दोनों लड़कियां देहरादून के सेलाकुई में किसी कंपनी में नौकरी करती हैं.

Last Updated : Apr 3, 2020, 11:55 PM IST
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