टिहरी: जिले की नरेंद्र नगर तहसील आपदा प्रभावित क्षेत्रों के अंतर्गत आती है. जहां मानसून के दौरान आए दिन आपदा दस्तक देती रहती है. लेकिन नरेंद्र नगर के आपदा कंट्रोल रूम का दूरभाष नंबर बुधवार सुबह से बंद है. वहीं जब मामले को लेकर ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी से सवाल किया गया तो कर्मचारी ने अधिकारियों का हवाला देते हुए कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. ऐसे में आपदा प्रबंधन के प्रति सतर्कता को लेकर प्रशासन की लापरवाही साफ देखने को मिल रही है.
बता दें कि नरेंद्र नगर आपदा प्रभावित क्षेत्र के अंतर्गत आता है. इस क्षेत्र में बारिश के दौरान पहाड़ों से पत्थर और चट्टान खिसकने के मामले सामने आते रहते हैं. साल 2011 में आपदा के दौरान डोर गांव के कई ग्रामीणों की जान गई थी.
वहीं पिछले दिनों गंगोत्री राजमार्ग पर पहाड़ से चट्टान खिसकने के चलते तीन दिन तक मार्ग अवरुद्ध रहा था. वहीं इन दिनों चारधाम यात्रा अपने चरम पर है और मानसून की दस्तक के साथ ही भारी बारिश होने की संभावना बनी है.
ये भी पढ़े: श्रीलंका टापू पहुंची हल्द्वानी प्रशासन की टीम, ग्रामीणों को बांटी राशन और दवाइयां
ऐसे में किसी तरह की आपदा की सूचना देने के लिए आपदा कंट्रोल रूम का नंबर जारी किया गया है. लेकिन आपदा कंट्रोल रूम का दूरभाष नंबर बुधवार सुबह से ही बंद है. जिसके चलते प्रशासन और अधिकारियों की लापरवाही खुल के सामने आ रही है.