ETV Bharat / state

लॉकडाउनः टिहरी झील में बोट ऑपरेटरों के सामने रोजी-रोटी का संकट, मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन

टिहरी झील में लॉकडाउन के चलते बोट ऑपरेटर का व्यवसाय ठप हो गया है. जिस कारण बोट ऑपरेटर और बोट मालिकों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. जिसको लेकर बोट मालिक और बोट ऑपरेटरों ने जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है.

boat
लॉकडाउन
author img

By

Published : May 11, 2020, 3:51 PM IST

Updated : May 24, 2020, 10:55 AM IST

टिहरी: पर्यटक स्थल टिहरी झील में लॉकडाउन के चलते बोट ऑपरेटर का व्यवसाय ठप्प हो गया है. जिस कारण बोट ऑपरेटर और बोट मालिकों के सामने रोजी-रोटी का संकट गहराता जा रहा हैै. जिसको लेकर बोट मालिक और बोट ऑपरेटरों ने जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है.

बोट मालिकों का कहना है कि टिहरी झील में बोटों का संचालन पिछले पांच वर्षों से करते आ रहे हैं. बोट ऑपरेटर और मालिकों ने अपने खर्चे से बोटों को खरीदकर टिहरी झील में पर्यटक के लिए लगाया. साथ ही कई ऑपरेटर गोवा से ट्रेनिंग लेकर भी आए हैं. जो टिहरी झील में पर्यटकों को बोटिंग करवाते है. लेकिन लॉकडाउन के चलते सब कुछ बंद हो गया है. जिसकी वजह से सभी के सामने आजीविका का संकट खड़ा हो गया है. वहीं अब रोजगार की तलाश में पलायन करने की तैयारी कर रहे हैं.

पढ़ें: रामनगर में आंधी-तूफान से तबाही, कहीं छत उड़ी तो कहीं पेड़ धराशायी

बोट ऑपरेटरों ने कहा कि टिहरी झील विकास प्राधिकरण (टाडा) के द्वारा टिहरी झील में आने वाले पर्यटकों और सवारी से 15 रुपये प्रति सवारी राजस्व जमा किया जाता है. जिसमें अब तक लगभग करोड़ों रुपये जमा हैं. वहीं ऋषिकेश में बोट ऑपरेटर को जमा राशि से आर्थिक मदद दी जा रही है. उसी तर्ज पर टिहरी झील के ऑपरेटरों को भी सहायता राशि दी जाए.

टिहरी: पर्यटक स्थल टिहरी झील में लॉकडाउन के चलते बोट ऑपरेटर का व्यवसाय ठप्प हो गया है. जिस कारण बोट ऑपरेटर और बोट मालिकों के सामने रोजी-रोटी का संकट गहराता जा रहा हैै. जिसको लेकर बोट मालिक और बोट ऑपरेटरों ने जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है.

बोट मालिकों का कहना है कि टिहरी झील में बोटों का संचालन पिछले पांच वर्षों से करते आ रहे हैं. बोट ऑपरेटर और मालिकों ने अपने खर्चे से बोटों को खरीदकर टिहरी झील में पर्यटक के लिए लगाया. साथ ही कई ऑपरेटर गोवा से ट्रेनिंग लेकर भी आए हैं. जो टिहरी झील में पर्यटकों को बोटिंग करवाते है. लेकिन लॉकडाउन के चलते सब कुछ बंद हो गया है. जिसकी वजह से सभी के सामने आजीविका का संकट खड़ा हो गया है. वहीं अब रोजगार की तलाश में पलायन करने की तैयारी कर रहे हैं.

पढ़ें: रामनगर में आंधी-तूफान से तबाही, कहीं छत उड़ी तो कहीं पेड़ धराशायी

बोट ऑपरेटरों ने कहा कि टिहरी झील विकास प्राधिकरण (टाडा) के द्वारा टिहरी झील में आने वाले पर्यटकों और सवारी से 15 रुपये प्रति सवारी राजस्व जमा किया जाता है. जिसमें अब तक लगभग करोड़ों रुपये जमा हैं. वहीं ऋषिकेश में बोट ऑपरेटर को जमा राशि से आर्थिक मदद दी जा रही है. उसी तर्ज पर टिहरी झील के ऑपरेटरों को भी सहायता राशि दी जाए.

Last Updated : May 24, 2020, 10:55 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.