टिहरीः जिला मुख्यालय के समीप झुलक और तिवारी गांव के बीच में अवैध रूप से हॉट मिक्स प्लांट संचालन किया जा रहा है. जिससे निकलने वाले प्रदूषण के चलते ग्रामीणों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, शिकायत के बावजूद भी प्रशासन प्लांट संचालकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा.
बता दें कि टिहरी जिले में खनन से सरकार को लाखों का राजस्व प्राप्त होता है, लेकिन यहां पर कई ऐसे स्टोन क्रशरों का संचालन हो रहा है, जो बिना मानकों के चलाये जा रहे हैं. ऐसे में सरकार को राजस्व का नुकसान तो हो ही रहा है, लेकिन जिला प्रशासन शिकायत के बावजूद भी इनपर कोई कार्रवाई नहीं की गई है. वहीं, जिला प्रशासन ने कहा कि अगर कोई स्टोन क्रशर बिना मानकों के यहां चल रहा है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. जबकि, अवैध खनन और क्रशर संचालक इतने बेखौफ हैं कि इन पर जिला प्रशासन का कोई भी असर दिखाई नहीं देता.
ग्रामीणों का कहना है कि झुलक और तिवारी गांव के बीच पिछले 6 महीने से अवैध तरीके से हॉट मिक्स प्लांट का संचालन किया जा रहा है. वहीं, हॉट मिक्स प्लांट से निकलने वाले धुएं से पर्यावरण को भी खासा नुकसान पहुंच रहा है. ऐसे में प्रदूषण के चलते प्लांट नजदीक बसे करीब 1 दर्जन से अधिक गांव के ग्रामीणों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है.
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वहीं, यहां लोगों को खांसी, जुखाम, सरदर्द जैसे अनेक बीमारियां हो रहा है, लेकिन हॉट मिक्स प्लांट चलाने वाले इतने बेखौफ हैं कि इनको न तो ग्रामीणों की चिंता है और न ही जिला प्रशासन का डर. जबकि, आसपास के ग्रामीणों ने इस हॉट मिक्स प्लांट का कई बार विरोध किया है. जहां पर अवैध हॉट मिक्स प्लांट चलाया जा रहा है. इस जगह से कई अधिकारियों का आना जाना है, परन्तु किसी का ध्यान इस ओर नहीं गया.
वन विभाग पर लगे आरोप
हॉट मिक्स प्लांट के धुंए से ग्रामीणों का गांव में रहना दूभर हो गया है. इतना ही नहीं प्रदूषण के कारण लोगों के स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा है. वहीं, स्थानीय लोगों ने पर्यावरण प्रदूषित होने से जान का खतरा बताते हुए अवैध प्लांट को बंद करने की मांग की है. ग्रामीणों का आरोप है कि ठेकेदार और वन विभाग की मिलीभगत के कारण प्लांट में कार्य बंद नहीं किया जा रहा है.