टिहरी: चमोली में ग्लेशियर टूटने के बाद आई आपदा को देखते हुए उत्तराखंड सरकार की ओर से सभी जिलों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं. टिहरी बांध परियोजना से पानी रोकने का भी निर्देश दिया गया था. टिहरी बांध परियोजना के अधिकारियों ने बीते दिन 12 बजे से रात लगभग 12 बजे तक पानी रोक दिया था. इससे टिहरी झील का पानी देवप्रयाग में अलकनंदा नदी के साथ मिलकर देवप्रयाग से आगे ऋषिकेश और हरिद्वार तक न पहुंच सके.
अब टिहरी जिला प्रशासन ने टिहरी बांध परियोजना से बिजली उत्पादन करने के लिए पानी छोड़ने के निर्देश दे दिए हैं. साथ ही टिहरी बांध परियोजना के अधिकारियों को सतर्क रहने को भी कहा गया है. इस समय टिहरी झील का जल स्तर आरएल 791.44 मीटर (रिड्यूस्ड लेवल) है. 164 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है. टिहरी जिले के अंतर्गत आने वाले देवप्रयाग से ऋषिकेश के बीच का जो क्षेत्र है वहां के सभी तहसील और उपजिलाधिकारियों को नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं.
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वहीं, टिहरी डीएम ने कहा कि जिले के जो लोग चमोली आपदा में लापता हैं, उनकी जानकारी जुटाने के लिए चमोली जिला प्रशासन से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं. जैसे ही लापता लोगों की जानकारी मिलेगी, वैसे ही उनके परिजनों को सूचित कर दिया जाएगा.