श्रीनगर: उत्तराखंड के स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (SDRF) में तैनात 39 वर्षीय जयप्रकाश ने कुछ ऐसा काम किया है, जिससे उन्हें एक नई पहचान मिली है. दरअसल जयप्रकाश नगर के युवाओं को निशुल्क प्रशिक्षण दे रहे हैं. यह ट्रेनिंग शारीरिक फिटनेस की है. ताकी युवा देश की सेवा कर सकें.
जयप्रकाश उत्तराखंड SDRF में तैनात हैं और आपदा के वक्त लोगों की जान बचाते हैं. श्रीनगर एनआईटी मैदान में कुछ युवाओं को शारीरिक फिटनेस के लिए मुफ्त कोचिंग देते हैं. वे पहाड़ के युवाओं को सेना, अर्धसैनिक बल व पुलिस के लिए तैयार कर रहे हैं. उन्होंने अपनी इस निशुल्क कोचिंग को "वेक अप ग्रुप" का नाम दिया है. इसके साथ ही धीरे-धीरे उनके साथ सैकड़ों युवा जुड़ते गए. अब युवाओं के बीच वे जेपी भाई नाम से फेमस हो गए हैं और उनका "वेक अप ग्रुप" लोगों के बीच एक प्रेरणा का स्त्रोत बन गया है.
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बता दें कि बचपन में जयप्रकाश के घर की आर्थिक स्थिति खराब थी. जिसके कारण उन्हें पौड़ी के डोभ श्रीकोट गांव को छोड़ दिल्ली के होटल में नौकरी करने जाना पड़ा. उनके पिता मिस्त्री का काम करते थे, इसलिए उनके लिए नौकरी करना जरूरी था. जयप्रकाश की पुलिस में जाने की चाह कुछ ऐसी थी कि दिल्ली में रहकर भी उन्होंने अपनी उम्मीदों की उड़ान जारी रखी. साथ ही कठिन परिश्रम से वे 2006 में पुलिस में भर्ती हो गए.
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जयप्रकाश अपने जीवन में अनुशासन को सफलता का एक मंत्र मानते हैं. एसडीआरएफ की नौकरी के दौरान भागादौड़ी के बीच वह बच्चों को सुबह 4 बजे से 6 बजे तक फिटनेस कोचिंग देते हैं. वहीं आर्थिक रूप से कमजोर व मेधावी बच्चों को वे कंप्यूटर व अन्य कोचिंग की सुविधा भी मुहैया करवा रहे हैं. जिसमें उनके कुछ साथी भी मदद कर रहे हैं. उनकी इस पहल से कई युवाओं को लाभ मिल रहा है, जो आज अपने भविष्य के प्रति सजग व मेहनती हो रहे हैं.