टिहरी: जनपद के धनोल्टी तहसील के धौलागिरी सकलाना गांव का रहने वाला जवान धीरज पिछले महीने 23 जून को छुट्टी लेकर अपने घर के लिए निकला था. एक महीने से अधिक समय बीत जाने के बाद आजतक भी जवान घर नहीं पहुंचा है और न ही अपने हेडक्वार्टर. धीरज 9वीं गढ़वाल राइफल्स में अरूणाचल प्रदेश में तैनात था. परिजनों ने बताया कि आखिरी बार जब धीरज से बात हुई थी तो वह अपनी यूनिट में ही था.
सकलाना गांव के रहने वाले धीरज के परिवार की तब हवाइयां उड़ गई. जब वेस्ट 9वीं गढवाल राइफल्स सेना कार्यालय जलपाई गुड़ी से उनके घर फोन आया. फोन पर सेना के अधिकारियों ने बताया कि धीरज छुट्टियों के बाद ज्वाइनिंग के लिए वापस नहीं पहुंचा है. ये सुनकर परिजन हक्के-बक्के रह गये. जिसके बाद परिजनों ने धीरज की खोजबीन शुरू कर दी. जिसमें उन्हें पता चला कि धीरज पिछले महीने 23 जून को अरुणाचल प्रदेश से छुट्टी लेकर घर के लिए निकला था. बताया जा रहा है कि वह अपने साथियों के साथ दिल्ली तक भी आया था.
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परिजनों ने मामले में और जानकारी जुटाने की कोशिश की लेकिन धीरज का कुछ पता नहीं चला. जिसके बाद धीरज के पिता रमेश रावत ने देहरादून के डीआईजी कार्यालय में धीरज की गुमशुदगी की तहरीर दर्ज कराई है. जिसके बाद पुलिस जांच में जुट गई है.
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मामले में धौलागिरी के पूर्व प्रधान तीरथ सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि धीरज के खाते से 23 जून से 13 जुलाई तक दिल्ली के अलग-अलग स्थानों से करीब एक लाख तीस हजार रुपये निकाल गये हैं. उन्होंने कहा कि धीरज के गायब होने की खबर के बाद से ही गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है.