टिहरीः ऋषिकेश गंगोत्री हाईवे हिंडोलाखाल के पास चट्टान आने से बंद हो गया है. हाईवे बंद होने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कई यात्रियों को हिंडोलाखाल से वापस चंबा जाकर मसूरी के रास्ते देहरादून और ऋषिकेश जाना पड़ा. वहीं, डीएम मयूर दीक्षित ने बीआरओ के अधिकारियों को तत्काल सड़क खोलने के निर्देश दिए हैं. उधर, कोटद्वार में मेरठ-पौड़ी हाईवे 534 खोल दिया गया है.
बता दें कि हाल ही में ऑल वेदर रोड परियोजना के तहत सड़क चौड़ीकरण का कार्य किया गया था, लेकिन चौड़ीकरण के बाद कई जगहों से भूस्खलन जोन सक्रिय हो गए हैं. साथ ही पहाड़ी के नींव भी हिल गई है. जिसके चलते हल्की बारिश में भी पहाड़ी दरक रही है. आज दोपहर के समय ऋषिकेश गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग 94 ऋषिकेश-चंबा के बीच हिंडोलाखाल के पास भारी भरकम चट्टान टूट आ गिरी. जिससे आवाजाही पूरी तरह से ठप हो गई है. यह हाईवे कब तक खुल पाएगा, यह कहना मुश्किल है.
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कोटद्वार में मेरठ-पौड़ी हाईवे खुलाः बीती 8 अगस्त से भूस्खलन और बोल्डर आने से बंद पड़ा मेरठ-पौड़ी राष्ट्रीय राजमार्ग 534 खुल गया है. हाईवे को खोलने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग ने 6 जेसीबी मशीन और दो क्रेन की मदद ली. यह हाईवे कोटद्वार दुगड्डा के बीच आमसौड़ में बंद हो गया था. अब हाईवे खुल जाने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली है.
वहीं, पौड़ी डीएम आशीष चौहान ने कोटद्वार आपदा प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने दुगड्डा से कोटद्वार तक हाईवे का स्थलीय निरीक्षण किया. उन्होंने कोटद्वार एसडीएम को दुगड्डा से कोटद्वार के बीच भूस्खलन से क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों का ड्रोन सर्वे और हाई डेफिनेशन फोटोग्राफी करने को कहा. साथ ही क्षति का आकलन करने के निर्देश दिए. इसके अलावा उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोटद्वार-दुगड्डा के बीच यातायात को सुचारू रखने के लिए जेसीबी तैयार रखें. ताकि, समय पर हाईवे से मलबा आदि हटाया जा सके.