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उप निरीक्षकों ने अनिवार्य सेवानिवृति का किया विरोध, एक फरवरी से करेंगे हड़ताल

उत्तराखंड सरकार के आदेश पर टिहरी जिला प्रशासन द्वारा 6 उप निरीक्षकों को अनिवार्य सेवानिवृत्त किये जाने पर जिला उपनिरीक्षक संघ ने डीएम कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया. इस मौके पर प्रदर्शनकारियों ने सीएम के नाम जिलाधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा. साथ ही मांगें पूरी ना किये जाने पर एक फरवरी से हड़ताल पर जाने की बात कही.

tehri
विरोध प्रदर्शन
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Published : Jan 21, 2020, 6:31 PM IST

टिहरी: राज्य सरकार के आदेश पर टिहरी जिला प्रशासन ने 6 उपनिरीक्षकों को अनिवार्य सेवानिवृत करने के विरोध में आक्रोशित कर्मचारियों ने जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया. वहीं, इन लोगों ने सीएम के नाम एक ज्ञापन जिलाधिकारी को भी सौंपा. कर्मचारियों का कहना है कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वे एक फरवरी से हड़ताल पर चले जाएंगे.

कर्मचारियों ने किया विरोध प्रदर्शन.

पर्वतीय राजस्व निरीक्षक उप निरीक्षक एवं राजस्व सेवक संघ की टिहरी शाखा के बैनर तले कर्मचारियों ने जिला कार्यालय पर नारेबाजी करते हुए जमकर प्रदर्शन किया. जिसके बाद आक्रोशित कर्मचारियों ने अपर जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी भेजा. उप निरीक्षकों का कहना है कि जिला प्रशासन द्वारा मोहनलाल श्याम बेदी, भरत लाल को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी गई है. जिसमें वार्षिक प्रविष्टियों को आधार माना गया है. जबकि, वार्षिक गोपनीय प्रविष्टियां मनमाने और भेदभावपूर्ण ढंग से अधिकारियों के द्वारा दी जाती रही है.

ये भी पढ़े: हल्द्वानी की रिया ने रचा इतिहास, गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज कराया नाम

उनका कहना है कि संभागीय कर्मचारियों के पास दो-दो या तीन-तीन क्षेत्रों का अतिरिक्त कार्यभार होने के कारण कार्यक्षमता का प्रभावित होना स्वाभाविक है. इस प्रकार का भेदभाव पूरे राज्य में मात्र टिहरी जनपद में ही किया जा रहा है. ऐसे में सभी उपनिरीक्षकों में आक्रोश है.

टिहरी: राज्य सरकार के आदेश पर टिहरी जिला प्रशासन ने 6 उपनिरीक्षकों को अनिवार्य सेवानिवृत करने के विरोध में आक्रोशित कर्मचारियों ने जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया. वहीं, इन लोगों ने सीएम के नाम एक ज्ञापन जिलाधिकारी को भी सौंपा. कर्मचारियों का कहना है कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वे एक फरवरी से हड़ताल पर चले जाएंगे.

कर्मचारियों ने किया विरोध प्रदर्शन.

पर्वतीय राजस्व निरीक्षक उप निरीक्षक एवं राजस्व सेवक संघ की टिहरी शाखा के बैनर तले कर्मचारियों ने जिला कार्यालय पर नारेबाजी करते हुए जमकर प्रदर्शन किया. जिसके बाद आक्रोशित कर्मचारियों ने अपर जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी भेजा. उप निरीक्षकों का कहना है कि जिला प्रशासन द्वारा मोहनलाल श्याम बेदी, भरत लाल को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी गई है. जिसमें वार्षिक प्रविष्टियों को आधार माना गया है. जबकि, वार्षिक गोपनीय प्रविष्टियां मनमाने और भेदभावपूर्ण ढंग से अधिकारियों के द्वारा दी जाती रही है.

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उनका कहना है कि संभागीय कर्मचारियों के पास दो-दो या तीन-तीन क्षेत्रों का अतिरिक्त कार्यभार होने के कारण कार्यक्षमता का प्रभावित होना स्वाभाविक है. इस प्रकार का भेदभाव पूरे राज्य में मात्र टिहरी जनपद में ही किया जा रहा है. ऐसे में सभी उपनिरीक्षकों में आक्रोश है.

Intro:टिहरी

टिहरी जिले में उपनिरीक्षकों को जबरदस्ती अनिवार्य सेवानिवृती देने पर एक फरवरी से करेंगे कलम बन्द हड़ताल


Body:उत्तराखंड सरकार के आदेश पर टिहरी जिला प्रशासन द्वारा टिहरी के 6 उपनिरीक्षकों को अनिवार्य सेवानिवृत्त किये जाने पर जिले के उपनिरीक्षक संघ ने जिला कार्यालय के बाहर इक्कठा होकर धरना प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है

पर्वतीय राजस्व निरीक्षक उप निरीक्षक एवं राजस्व सेवक संघ की तेरी शाखा के बैनर तले जिला कार्यालय में एकत्रित होकर राजेश्वर परीक्षकों ने नारा बाद नारेबाजी कर धरना प्रदर्शन किया उसके पश्चात अपर जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा उप निरीक्षकों का कहना है कि जिला प्रशासन के द्वारा मोहनलाल श्याम बेदी भरत लाल को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी गई है जिसमें वार्षिक प्रविष्टियों के आधार माना गया है जबकि वार्षिक गोपनीय प्रविष्टियां मनमाने भेदभाव पूर्ण ढंग से अधिकारियों के द्वारा दी जाती रही है जबकि संभागीय संभागीय संभागीय कर्मचारियों के पास दो-दो तीन-तीन क्षेत्रों का अतिरिक्त कार्यभार होने के कारण कार्यक्षमता का प्रभावित होना स्वाभाविक है राजू शिक्षकों ने आरोप लगाया कि इस प्रकार का भेदभाव पूरे राज्य में मात्र एक जनपद में ही इस तरह की कार्रवाई की जा रही है जिससे सभी उपनिरीक्षक आक्रोशित हैं सोहनलाल आ गया कर्म सिंह महेश लाल महावीर सजवान सहित छह लोगों को जबरदस्ती अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी गई है जो गलत है साथी कामेश्वर प्रसाद भट्ट को 10 वर्ष पूर्व राज्य सेवक के पद से राजस्व उपनिरीक्षक के पद पर पदोन्नति मिली लेकिन एक मामूली जांच में उसे फिर से राजस्व उपनिरीक्षक के पद से राजस्व सेवक के पद पर वापस भेज दिया गया है जिसके विरोध में आज जिला कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया गया साथ ही कहा कि जिला प्रशासन के द्वारा वार्ता के लिए कोई समय नहीं दिया जा रहा है




Conclusion:पर्वतीय संघ के द्वारा शासन प्रशासन को चेतावनी दी गई है कि अगर इन कर्मचारियों का अनिवार्य सेवानिवृत्ति व कामेश्वर प्रसाद भट्ट को के खिलाफ की गई कार्रवाई को वापस नहीं लिया गया तो 1 फरवरी से पूरे जिले में कलम बंद हड़ताल की जाएगी जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी

बाइट महिपाल पुंडीर संरक्षक पटवारी संघ
बाइट हरि किसन सचिव पटवारी संघ
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