टिहरी: हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज टिहरी में हुई गड़बड़ियों का पीएमओ (प्रधानमंत्री कार्यालय) ने संज्ञान लिया है. इस मामले में पीएमओ की और से उत्तराखंड सरकार के विजिलेंस विभाग को जांच करने के आदेश दिए गए है. प्रोफेसर एके सिंह ने प्रमुख सचिव तकनीकि शिक्षा ओम प्रकाश के सारे अवैध आदशों को सम्मिलित करते हुए उनकी शिकायत पीएमओ को भेजी थी.
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प्रोफेसर सिंह के मुताबिक उन्होंने कॉलेज में हुई गड़बड़ियों के सबूत शपथ-पत्र के साथ विजिलेंस विभाग की प्रमुख राधा रतूड़ी के यहां जमा करा दिए गए हैं. शिकायत में निदेशक की अवैध नियुक्ति, अयोग्यता के साथ अवैध रूप से निदेशक पद पर एक्टेशन और अगले आदेश तक बिना प्रिंसिपल सेक्रेटरी द्वारा जारी किया जाने का मामला है.
प्रोफेसर सिंह का आरोप है कि प्रिंसिपल सेक्रेटरी ओम प्रकाश ने वाइस चांसलर की पावर को सीज करते हुए सब कुछ अपने हाथ में ले लिया हैं, जो कि सरासर गलत है. जबकि विश्वविद्यालय एक्ट के आधार पर कॉलेज का सर्वेसर्वा वाइस चांसलर और उसके ऊपर चांसलर होता है.
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प्रोफेसर सिंह के मुताबिक हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज में हुई अनियमितताओं लेकर हाई कोर्ट से 6 बार केस हारने के बाद नई नियुक्ति के लिए उत्तराखंड सरकार से कैबिनेट में प्रस्ताव पास कराया गया. इस अलावा कॉलेज में 15 से अधिक स्थाई कर्मचारियों की नौकरी को खतरे में डालने का प्रयास किया गया.
इन सब मुद्दों को लेकर प्रो. सिंह ने पीएमओ को पत्र लिखा था. जिस पर पीएमओ ने संज्ञान लेते हुए उत्तराखंड सरकार के विजिलेंस विभाग को जांच और कार्रवाई करने की आदेश दिए है.