टिहरीः लॉकडाउन के चलते टिहरी और प्रतापनगर को जोड़ने वाली टीपरी मदन नेगी रोप-वे बंद है. जिसके चलते आवश्यक सेवा और मरीजों को टिहरी पहुंचने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, रोप-वे का संचालन ठप होने से कर्मचारियों के सामने भी आर्थिकी का संकट गहरा गया है.
गौर हो कि, टिहरी झील बनने के बाद प्रताप नगर से आवाजाही के लिए मदन नेगी टिपरी रोप-वे का निर्माण किया गया था. जिसका उद्घाटन तत्कालीन मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने किया था. तब से लेकर लॉकडाउन से पहले तक प्रताप नगर की 2 लाख से ज्यादा की जनता इस रोप-वे से आवागमन करती थी, लेकिन लॉकडाउन के चलते रोप-वे बंद है. जिससे रोप वे पर काम करने वाले एक दर्जन से ज्यादा कर्मचारियों पर वेतन ओर रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है.
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कर्मचारियों का कहना है कि इस रोपवे के ना चलने से अति आवश्यक सेवाएं और जरूरी काम से आने-जाने वाले लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. पहले मरीजों को इस ट्रॉली के माध्यम से जल्दी टिहरी पहुंचाया जाता था, लेकिन ट्रॉली के बंद होने से अब मरीजों और अति आवश्यक सेवाओं से जुड़े वाहनों को 50 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करके जिला मुख्यालय पहुंचना पड़ रहा है. ऐसे में जिला प्रशासन को इस रोप वे का संचालन शुरू करवानी चाहिए.
वहीं, रोप-वे संचालक ने बताया कि जिस तरह से सरकार लॉकडाउन के बीच सुबह 8 बजे से दोपहर 1 बजे तक वाहनों के संचालन में अनुमति दे रही है, उसी तरह इस रोप वे को भी दिन में चलाने की अनुमति देनी चाहिए. जिससे इमरजेंसी में समय कोई दिक्कतें ना हो.
बता दें कि इस टिपरी मदर नेगी रोप-वे का संचालन सिडकुल उत्तराखंड सरकार के द्वारा किया जाता है. जो सुबह 9 बजे से शाम 4:30 तक चलाया जाता है. टिपरी से मदन नेगी तक इस रोप-वे की लंबाई 984 मीटर (स्पान) है. जबकि, यह रविवार को बंद रहती है.