ETV Bharat / state

बौराड़ी अस्पताल के खिलाफ नागरिक मंच ने खोला मोर्चा, प्रबंधन के खिलाफ पीएम और सीएम को लिखा पत्र - टिहरी न्यूज

नागरिक मंच का आरोप है कि बौराड़ी अस्पताल सिर्फ रेफर सेंटर बनकर रह गया है. इसके अलावा वहां मरीजों के साथ अभद्रता भी की जा रही है. इसीलिए उन्होंने प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.

टिहरी
टिहरी
author img

By

Published : May 19, 2020, 4:45 PM IST

Updated : May 21, 2020, 5:46 PM IST

टिहरी: जिले के सबसे बड़े अस्पताल प्रबंधन एक बार फिर सवालों के घेरे में है. नागरिक मंच ने जिला चिकित्सालय बौराड़ी में जनता को समुचित स्वास्थ्य सुविधा नहीं दिए जाने पर रोष जताया है. मंच ने जिलाधिकारी से अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की है. इसके अलावा उन्होंने एक पत्र पीएम मोदी और सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को भी भेजा है.

जिलाधिकारी को दिए ज्ञापन में नागरिक मंच का आरोप है कि बीती 16 मई को थौलधार विकासखंड के ग्राम बंगियाल निवासी विजेंद्र सिंह अपनी प्रसूता पत्नी को लेकर जिला अस्पताल बौराड़ी आया था. लेकिन यहां पर स्वामी राम हिमालयन अस्पताल जॉलीग्रांट की ओर से तैनात प्रबंधकों ने महिला का इलाज करने के बजाए उसे जॉलीग्रांट अस्पताल में रेफर करने के लिए पर्चा लिख दिया. जिसके बाद स्थानीय लोगों ने यहां पर पहुंचकर विरोध जताया. बाद में जिला प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया.

बौराड़ी अस्पताल के खिलाफ नागरिक मंच ने खोला मोर्चा.

पढ़ें- छोटे व्यापारियों पर लॉकडाउन और कोरोना की दोहरी मार, तपती गर्मी में सता रहा आर्थिकी का संकट

नागरिक मंच का कहना था कि इससे पहले भी अस्पताल में लोगों को समुचित उपचार नहीं दिए जाने की शिकायतें मिलती रही है. वर्तमान में कोरोना संक्रमण के समय में जहां स्वास्थ्य कर्मी लोगों के जीवन को बचाने में लगे हैं वहीं जिला अस्पताल बौराड़ी में प्रसूता को उपचार के लिए मना किया जा रहा है. नागरिक मंच ने इस मामले की प्रशासनिक जांच किए जाने व अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की है.

ज्ञापन देने वालों में मंच के अध्यक्ष सुंदरलाल उनियाल, मंत्री चंडी प्रसाद डबराल आदि शामिल थे. नागरिक मंच के साथ-साथ शहर के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने स्वामी राम हिमालयन के मालिक डॉ विजय धस्माना से भी अपील की है कि वह जिला अस्पताल में कार्यरत अस्पताल प्रबंधन को तत्काल हटाकर नया प्रबंधक भेजें ताकि यहां पर मरीजों का इलाज सुचारू रूप से मिल सके.

टिहरी: जिले के सबसे बड़े अस्पताल प्रबंधन एक बार फिर सवालों के घेरे में है. नागरिक मंच ने जिला चिकित्सालय बौराड़ी में जनता को समुचित स्वास्थ्य सुविधा नहीं दिए जाने पर रोष जताया है. मंच ने जिलाधिकारी से अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की है. इसके अलावा उन्होंने एक पत्र पीएम मोदी और सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को भी भेजा है.

जिलाधिकारी को दिए ज्ञापन में नागरिक मंच का आरोप है कि बीती 16 मई को थौलधार विकासखंड के ग्राम बंगियाल निवासी विजेंद्र सिंह अपनी प्रसूता पत्नी को लेकर जिला अस्पताल बौराड़ी आया था. लेकिन यहां पर स्वामी राम हिमालयन अस्पताल जॉलीग्रांट की ओर से तैनात प्रबंधकों ने महिला का इलाज करने के बजाए उसे जॉलीग्रांट अस्पताल में रेफर करने के लिए पर्चा लिख दिया. जिसके बाद स्थानीय लोगों ने यहां पर पहुंचकर विरोध जताया. बाद में जिला प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया.

बौराड़ी अस्पताल के खिलाफ नागरिक मंच ने खोला मोर्चा.

पढ़ें- छोटे व्यापारियों पर लॉकडाउन और कोरोना की दोहरी मार, तपती गर्मी में सता रहा आर्थिकी का संकट

नागरिक मंच का कहना था कि इससे पहले भी अस्पताल में लोगों को समुचित उपचार नहीं दिए जाने की शिकायतें मिलती रही है. वर्तमान में कोरोना संक्रमण के समय में जहां स्वास्थ्य कर्मी लोगों के जीवन को बचाने में लगे हैं वहीं जिला अस्पताल बौराड़ी में प्रसूता को उपचार के लिए मना किया जा रहा है. नागरिक मंच ने इस मामले की प्रशासनिक जांच किए जाने व अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की है.

ज्ञापन देने वालों में मंच के अध्यक्ष सुंदरलाल उनियाल, मंत्री चंडी प्रसाद डबराल आदि शामिल थे. नागरिक मंच के साथ-साथ शहर के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने स्वामी राम हिमालयन के मालिक डॉ विजय धस्माना से भी अपील की है कि वह जिला अस्पताल में कार्यरत अस्पताल प्रबंधन को तत्काल हटाकर नया प्रबंधक भेजें ताकि यहां पर मरीजों का इलाज सुचारू रूप से मिल सके.

Last Updated : May 21, 2020, 5:46 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.