टिहरी: उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (रि) गुरमीत सिंह अपने दो दिवसीय टिहरी गढ़वाल के भ्रमण पर हैं. इस दौरान उन्होंने हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज में किसानों, स्वयं सहायता समूहों, व्यापार मंडल और राजनीतिक दल के लोगों से वार्ता की.
राज्यपाल ने कहा मैं 40 साल सेना में रहा हूं और पांच साल पहले सेवानिवृत्त हुआ हूं. मैंने अपने सेवा काल के दौरान हजारों गांवों का भ्रमण किया है. हमे सबसे पहले अपने गांव को मजबूत करना चाहिए. क्योंकि जब एक गांव मजबूत होगा, तो राष्ट्र मजबूत होगा. उन्होंने कहा आज बदलते भारत में लड़कियों को एनडीए में जाना चाहिए.
उन्होंने कहा मुझे खुशी होती कि जब कोई महिला अपने नाम के साथ पदनाम भी बोलती हैं. मेरा सौभाग्य है कि मैं आज गांव के लोग से मिल रहा हूं. क्योंकि गांव की मिट्टी में सच्चाई और अच्छाई की खुशबू आती है. उन्होंने कहा कि कोई उत्तराखंडी प्रवासी वापस आकर अपने राज्य के लिए कुछ करें, मैं ऐसे व्यक्तियों को दिल से सपोर्ट और सलाम करता हूं.
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राज्यपाल ने किसानों के शिष्ट मंडल को संबोधित करते हुए कहा जो व्यक्ति मार्केटिंग अच्छी तरह से जानते हैं, वो पहले इसका फायदा उठा लेते हैं, लेकिन आप अपने कार्यों को ईमानदारी के साथ करते रहे. कड़ा परिश्रम ही सफलता का राज है.
उन्होंने कहा लोकल उत्पादों को कैसे बढ़ावा दिया जाए, इस पर फोकस करने की आवश्यक है. किसानों के पास कितनी जमीन है और क्या उगाया जाता है. कितनी आमदनी होती है. इसकी विस्तृत जानकारी किसानों से ली. इस अवसर पर राज्यपाल ने किसानों की समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुना और जिलाधिकारी को समाधान के निर्देश दिए.
महामहिम ने स्वयं सहायता समूह को संबोधन में कहा कि दान करना है तो ऐसा करे कि दाएं हाथ के दान का पता बाएं हाथ को न लगे. स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविड काल में आशा कार्यकत्रियों के सहयोग व कर्मठता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करने की खुले मन से महामहिम ने तारीफ की.