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कई सालों से अधर में लटका है PMGSY सड़क का निर्माण, ग्रामीणों में आक्रोश

घनसाली विधानसभा में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनाई गई इस सड़क का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया है. जिसके चलते ग्रामीणों में काफी आक्रोश है. ग्रामीणों का कहना है कि सड़क का निर्माण करने वाले ठेकेदार आए दिन बदलते रहते हैं, जिसके कारण सड़क निर्माण का कार्य अधर पर लटका है.

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Published : May 20, 2019, 7:30 AM IST

अधूरी सड़क से परेशानी

घनसाली: विधानसभा क्षेत्र में आधा दर्जन गांवों को जोड़ने वाली सड़क की स्थिति खस्ताहाल बनी हुई है. इस मार्ग से रोजाना सैकड़ों यात्री और मालवाहन गुजरते हैं. ऐसे में सड़क की बदहाल स्थिति को देखते हुए दुर्घटना की संभावनाएं बनी रहती है. प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत साल 2013-14 में इस सड़क के सेकेंड फेज का कार्य शुरू किया गया था. लेकिन आज तक इस सड़क का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया है.

घनसाली विधानसभा में अधूरी सड़क नागरिकों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है.

बता दें कि घनसाली विधानसभा में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनाई गई इस सड़क का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया है. जिसके चलते ग्रामीणों में काफी आक्रोश है. ग्रामीणों का कहना है कि सड़क का निर्माण करने वाले ठेकेदार आए दिन बदलते रहते हैं, जिसके कारण सड़क निर्माण का कार्य अधर पर लटका है.

ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कई बार इस मामले को क्षेत्रीय विधायक के सामने रखा. लेकिन उन्हें हर बार जनप्रतिनिधियों से आश्वासन ही मिला है. जिसके चलते सड़क निर्माण का कार्य अबतक शुरू नहीं हो पाया है. वहीं, सामाजिक कार्यकर्ता हयात कंडारी का कहना है कि क्षेत्रीय चौकीदार मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और हिमाचल के दौरे कर रहे हैं, जिस जनता के विकास के लिए उन्हें चुना गया है. उसकी वे सुध ही नहीं लेना चाहते हैं.

ये भी पढ़ें: अटल आयुष्मान योजना में बड़ी कार्रवाई, डॉक्टर और फार्मासिस्ट के खिलाफ मुकदमा दर्ज

वहीं, सामाजिक कार्यकर्ता साहेब सिंह कुमाईं का कहना है कि सड़क मार्ग पर जगह-जगह खनन प्वाइंट बने हुए हैं. सड़क मार्ग का निर्माण तो नहीं हो सका. लेकिन ये सड़क मार्ग ठेकेदारों के लिए खनन का अड्डा बन गई है. इस सड़क मार्ग का अधिकांश हिस्सा राजस्व क्षेत्र के अंतर्गत आता है. लिहाजा, ठेकेदारों की मनमानी जारी है. वहीं, इस मामले पर बालगंगा तहसीलदार ने फोन पर हुई बातचीत में कार्रवाई की बात कही है.

घनसाली: विधानसभा क्षेत्र में आधा दर्जन गांवों को जोड़ने वाली सड़क की स्थिति खस्ताहाल बनी हुई है. इस मार्ग से रोजाना सैकड़ों यात्री और मालवाहन गुजरते हैं. ऐसे में सड़क की बदहाल स्थिति को देखते हुए दुर्घटना की संभावनाएं बनी रहती है. प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत साल 2013-14 में इस सड़क के सेकेंड फेज का कार्य शुरू किया गया था. लेकिन आज तक इस सड़क का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया है.

घनसाली विधानसभा में अधूरी सड़क नागरिकों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है.

बता दें कि घनसाली विधानसभा में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनाई गई इस सड़क का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया है. जिसके चलते ग्रामीणों में काफी आक्रोश है. ग्रामीणों का कहना है कि सड़क का निर्माण करने वाले ठेकेदार आए दिन बदलते रहते हैं, जिसके कारण सड़क निर्माण का कार्य अधर पर लटका है.

ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कई बार इस मामले को क्षेत्रीय विधायक के सामने रखा. लेकिन उन्हें हर बार जनप्रतिनिधियों से आश्वासन ही मिला है. जिसके चलते सड़क निर्माण का कार्य अबतक शुरू नहीं हो पाया है. वहीं, सामाजिक कार्यकर्ता हयात कंडारी का कहना है कि क्षेत्रीय चौकीदार मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और हिमाचल के दौरे कर रहे हैं, जिस जनता के विकास के लिए उन्हें चुना गया है. उसकी वे सुध ही नहीं लेना चाहते हैं.

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वहीं, सामाजिक कार्यकर्ता साहेब सिंह कुमाईं का कहना है कि सड़क मार्ग पर जगह-जगह खनन प्वाइंट बने हुए हैं. सड़क मार्ग का निर्माण तो नहीं हो सका. लेकिन ये सड़क मार्ग ठेकेदारों के लिए खनन का अड्डा बन गई है. इस सड़क मार्ग का अधिकांश हिस्सा राजस्व क्षेत्र के अंतर्गत आता है. लिहाजा, ठेकेदारों की मनमानी जारी है. वहीं, इस मामले पर बालगंगा तहसीलदार ने फोन पर हुई बातचीत में कार्रवाई की बात कही है.

Intro:लावारिश सड़क।Body:जनपद टिहरी गढ़वाल: विधानसभा घनसाली
लावारिस हालात में है प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की सीमन्त क्षेत्रो को जोड़ने वाली सड़क।
सड़क ठेकेदारों पर विभागीय मेहरबानी आखिर किस बात की।

घनसाली विधानसभा के अपर केमर के कोन्ति, किरेथ , चिलयाल गाँव, नौली तथा पतुड़गाँव को जोड़ने वाली प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की हालत एक दम ख़राब है , कभी भी हो सकती है कोई बड़ी दुर्घटना ।

ग्रमीणों ने इस सड़क को लवारिश सड़क नाम दिया हुआ है।
आपको बता दें इस सड़क के द्वीतीय चरण का कार्य 2013-14 में शुरू हुआ था।
उस वक़्त इस सड़क के ठेकेदार राजीव कंडारी थे लेकिन उन्होंने भी इस सड़क का पूरा कार्य नही किया था।
लिहाजा सड़क की स्थित बिगड़ती गयी।
निर्माण कार्य पूर्ण ना होने से इसका अनुरक्षण कार्य भी शुरू नही हो सका।
सड़क पर उसके बाद और भी ठेकेदार बदले गए है उसके बाद भी सड़क की स्थिति जस के तस है।
विभाग और विभाग द्वारा नियुक्त ठेकेदार सरकारी पैसे का जमकर दुरपयोग कर चुके है और सड़क लावारिस स्थित में जा चुकी है।

इस सड़क पे रोजाना लोगों और यात्री वाहनों का और मालवाहक वानहो आवागमन होता है।
ऐसे में हमेशा ही दुर्घटना का खतरा बना रहता है।

इस सड़क के लावारिश हालात देखकर यह यकीन नही होता है कि यह प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का हिस्सा है।
जिस सड़क से प्रधानमंत्री का नाम जुड़ा हो उसी सड़क को लोगों ने लावारिस सड़क का नाम दे दिया यह अपने आपमे एक बड़ा चिंतनीय सवाल है और विभागीय कार्य शैली पर सवाल खड़ा करता है।
पूर्व उपप्रमुख अब्बल सिंह का कहना है कि उन्होंने कई बार इस मामले को क्षेत्रीय विधायक के सामने रखा और विनती की लेकिन उन्हें केवल हर बार केवल आश्वाशन ही मिला है सड़क पर कार्य शुरू नही हुआ।

सामाजिक कार्यकर्ता हयात कंडारी का कहना है कि क्षेत्रीय चौकीदार अपने केवल मध्यप्रदेश, छत्तसीगढ़ और हिमाचल के दौरे कर रहे है , जिस जनता के विकास के लिए उन्हें चुना गया है उसकी वे सुध ही नही लेना चाहते है।

सामाजिक कार्यकर्ता साहेब सिंह कुमाईं का कहना है कि इस सड़क मार्ग जगह -जगह खनन पॉइंट बने हुए है।
सड़क मार्ग तो बना नही लेकिन ठेकेदारों के लिए यह खनन का अड्डा बन गया है।
इस सड़क मार्ग का अधिकांश हिस्सा राजस्व क्षेत्र के अंतर्गत आता है।
ऐसे में इस क्षेत्र के राजस्व उपनिरीक्षक की कार्यवाही पूरी तरह से संदेह के घेरे में है।
हमारे द्वारा जब उनसे खनन के मामले में पूछा गया तो उन्होंने इस मामले में अनभिज्ञ होने की बात कही जिससे यह साफ होता है कि कहीं ना कहीं खनन के कार्यो में उनका भी हाथ होने की संभावना को नकारा नही जा सकता है।

बालगंगा तहसीलदार से फ़ोन पर हुई वार्ता के अनुसार उन्होंने मामले का संज्ञान लेने की बात कही।

सभी लोगों द्वारा एक बात कही जा रही है कि प्रधानमंत्री के नाम को पलीता लगाने वाली इस सड़क मार्ग पर हुए सभी तरह के कार्यो की उच्चस्तरीय जांच हो और जल्द से जल्द स्थानीय लोगों को सड़क की सुविद्या उपलब्ध कराई जाए।

बाइट का क्रम कृपया पहले स्क्रिप्ट से चेक करे।Conclusion:प्रधानमंत्री के नाम को ही पलीता
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