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झोलाछाप डॉक्टरों को DM की चेतावनी, मरीजों को दवाई देते पकड़ा तो होगी कार्रवाई

टिहरी डीएम ने निर्देश दिए कि अगर कोई भी झोलाछाप डॉक्टर किसी भी मरीज को दवाई देते हुए पकड़ा गया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

tehri
झोलाछाप डॉक्टरों डीएम की नसियत,
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Published : May 25, 2021, 3:24 PM IST

Updated : May 26, 2021, 11:22 AM IST

टिहरी: डीएम इवा श्रीवास्तव ने पहाड़ी क्षेत्रों में झोलाछाप डॉक्टरों को नसीहत देते हुए कहा कि कोरोना काल में कई गांवों के ग्रामीणों को बुखार, खांसी, जुकाम हो रहा है. ग्रामीण डर के कारण स्वास्थ्य विभाग को नहीं बता रहे हैं. ग्रामीण झोलाछाप डॉक्टरों के पास जाकर दवाई ले रहे हैं. शिकायत मिल रही है कि झोलाछाप डॉक्टर इन मरीजों को दवाई के साथ-साथ स्टेरॉयड दे रहे हैं. इससे उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो रही है. इसके बाद मरीज सरकारी डॉक्टर के पास जा रहे हैं. डीएम ने साफ निर्देश दिए हैं कि अगर कोई भी झोलाछाप डॉक्टर किसी भी मरीज को दवाई देते हुए पकड़ा गया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

डीएम ने झोलाछाप डॉक्टरों को दी चेतावनी
अमूमन देखने में आया है कि गांव में ग्रामीणों को खांसी, जुकाम की शिकायत हो रही है. ग्रामीण नजदीकी झोलाछाप डॉक्टरों के पास जाकर दवाई और स्टेरॉयड ले रहे हैं. इससे उनकी खांसी, जुकाम बिगड़ रहे हैं. जब ग्रामीणों की हालत नाजुक हो रही है, तब वह स्वास्थ्य विभाग के संपर्क में आ रहे हैं. इससे कई व्यक्तियों की मौत हो रही है. इसे झोलाछाप डॉक्टरों की लापरवाही माना जायेगा. पढ़ें: आज ब्लैक फंगस के 17 नये मामले आये सामने, अब तक 9 मरीजों की मौत


डीएम इवा श्रीवास्तव ने ग्रामीणों से अनुरोध किया है कि सर्दी, खांसी, जुकाम होने पर झोलाछाप डॉक्टरों से सलाह पर परामर्श ना लें. अपने नजदीकी स्वास्थ्य विभाग के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र या अस्पताल में जाकर इलाज करवाएं. इससे सही इलाज हो सकेगा और समय पर बीमारी खत्म होगी.

टिहरी: डीएम इवा श्रीवास्तव ने पहाड़ी क्षेत्रों में झोलाछाप डॉक्टरों को नसीहत देते हुए कहा कि कोरोना काल में कई गांवों के ग्रामीणों को बुखार, खांसी, जुकाम हो रहा है. ग्रामीण डर के कारण स्वास्थ्य विभाग को नहीं बता रहे हैं. ग्रामीण झोलाछाप डॉक्टरों के पास जाकर दवाई ले रहे हैं. शिकायत मिल रही है कि झोलाछाप डॉक्टर इन मरीजों को दवाई के साथ-साथ स्टेरॉयड दे रहे हैं. इससे उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो रही है. इसके बाद मरीज सरकारी डॉक्टर के पास जा रहे हैं. डीएम ने साफ निर्देश दिए हैं कि अगर कोई भी झोलाछाप डॉक्टर किसी भी मरीज को दवाई देते हुए पकड़ा गया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

डीएम ने झोलाछाप डॉक्टरों को दी चेतावनी
अमूमन देखने में आया है कि गांव में ग्रामीणों को खांसी, जुकाम की शिकायत हो रही है. ग्रामीण नजदीकी झोलाछाप डॉक्टरों के पास जाकर दवाई और स्टेरॉयड ले रहे हैं. इससे उनकी खांसी, जुकाम बिगड़ रहे हैं. जब ग्रामीणों की हालत नाजुक हो रही है, तब वह स्वास्थ्य विभाग के संपर्क में आ रहे हैं. इससे कई व्यक्तियों की मौत हो रही है. इसे झोलाछाप डॉक्टरों की लापरवाही माना जायेगा. पढ़ें: आज ब्लैक फंगस के 17 नये मामले आये सामने, अब तक 9 मरीजों की मौत


डीएम इवा श्रीवास्तव ने ग्रामीणों से अनुरोध किया है कि सर्दी, खांसी, जुकाम होने पर झोलाछाप डॉक्टरों से सलाह पर परामर्श ना लें. अपने नजदीकी स्वास्थ्य विभाग के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र या अस्पताल में जाकर इलाज करवाएं. इससे सही इलाज हो सकेगा और समय पर बीमारी खत्म होगी.

Last Updated : May 26, 2021, 11:22 AM IST
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