टिहरी: थौलधार विकास खण्ड का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का सितम झेल रहा है. स्वास्थ्य केंद्र में चार नर्सों के पद होने के बावजूद एक ही नर्स की तैनाती की गई है. जिसके चलते प्रसव कराने पहुंच रही महिलाओं को दिक्कतों का सामना कर पड़ रहा है. ऐसे में सरकार का संस्थागत प्रसव का नारा कागजों तक ही सीमित नजर आ रहा है.
बता दें कि थौलधार विकास खण्ड टिहरी बांध से प्रभावित क्षेत्र है. टिहरी बांध झील भराव के बाद से विकास खण्ड की जिला मुख्यालय से दूरी दोगुनी हो गई है. जिसके चलते इस क्षेत्र के लोग इलाज के लिए सीएचसी पर ही निर्भर हैं. अस्पताल में मानक के अनुरूप चार स्टाफ नर्स के पद सृजित हैं. जिसमें दो स्टाफ नर्स तैनात थी. लेकिन विभाग द्वारा गत माह एक स्टाफ नर्स को नरेन्द्रनगर संवद्ध कर दिया गया है. वहीं, कार्यरत एक स्टाफ नर्स दो दिन पूर्व चिकित्सा अवकाश पर चली गई है. ऐसे में मरीजों के उपचार के दौरान देखरेख करने के लिए स्टाफ मौजूद नहीं है. जिसके चलते अस्पताल में आने वाले मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं नहीं मिल पा रही हैं.
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निवर्तमान क्षेत्र पंचायत सदस्य बुद्धि सिंह बिष्ट ने बताया कि सीएचसी में मानक के अनुरूप पदों पर नियुक्ति नहीं की गई है. सरकार और विभाग संस्थागत प्रसव के लिए भारी प्रचार-प्रसार कर रही है. लेकिन अस्पताल में सुविधा नहीं होने से जच्चा-बच्चा की जान को जोखिम में डाला जा रहा है. साथ ही कहा कि यदि स्वास्थ्य विभाग सीएचसी के प्रति इसी तरह उदासीन रहता है, तो जनता आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी.
सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. धर्मेंद्र उनियाल ने बताया कि एक स्टाफ नर्स का स्वास्थ्य खराब होने पर वह चिकित्सा अवकाश पर है. स्टाफ नर्स नहीं होने से मरीजों को समस्या भी हो रही है. लेकिन व्यवस्था बनाए रखने के प्रयास किए जा रहा हैं. जिसके तहत एक अन्य एएनएम को मुख्यालय में तैनात किया जा रहा है.