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टिहरी: विभागीय लापरवाही का दंश झेल रहा सीएचसी, जच्चा-बच्चा की जान से हो रहा खिलवाड़ - shortage of nurses

थौलधार विकास खण्ड का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चार नर्सों के पद होने के बावजूद एक ही नर्स की तैनाती की गई है. जो स्वास्थ बिगड़ने के चलते बीते कई दिनों से अवकाश पर है. जिसके चलते अस्पताल में प्रसव कराने पहुंच रही महिलाओं को दिक्कतों का सामना कर पड़ रहा है.

टिहरी में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का दंश झेल रहा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र.
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Published : Sep 1, 2019, 5:28 PM IST

Updated : Sep 1, 2019, 10:00 PM IST

टिहरी: थौलधार विकास खण्ड का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का सितम झेल रहा है. स्वास्थ्य केंद्र में चार नर्सों के पद होने के बावजूद एक ही नर्स की तैनाती की गई है. जिसके चलते प्रसव कराने पहुंच रही महिलाओं को दिक्कतों का सामना कर पड़ रहा है. ऐसे में सरकार का संस्थागत प्रसव का नारा कागजों तक ही सीमित नजर आ रहा है.

स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का दंश झेल रहा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र छाम.

बता दें कि थौलधार विकास खण्ड टिहरी बांध से प्रभावित क्षेत्र है. टिहरी बांध झील भराव के बाद से विकास खण्ड की जिला मुख्यालय से दूरी दोगुनी हो गई है. जिसके चलते इस क्षेत्र के लोग इलाज के लिए सीएचसी पर ही निर्भर हैं. अस्पताल में मानक के अनुरूप चार स्टाफ नर्स के पद सृजित हैं. जिसमें दो स्टाफ नर्स तैनात थी. लेकिन विभाग द्वारा गत माह एक स्टाफ नर्स को नरेन्द्रनगर संवद्ध कर दिया गया है. वहीं, कार्यरत एक स्टाफ नर्स दो दिन पूर्व चिकित्सा अवकाश पर चली गई है. ऐसे में मरीजों के उपचार के दौरान देखरेख करने के लिए स्टाफ मौजूद नहीं है. जिसके चलते अस्पताल में आने वाले मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं नहीं मिल पा रही हैं.

ये भी पढ़े: दरोगा भर्ती प्रकरणः CBI कोर्ट में DGP रतूड़ी के दर्ज हुए बयान, मामले में 7 दरोगा हो चुके बर्खास्त

निवर्तमान क्षेत्र पंचायत सदस्य बुद्धि सिंह बिष्ट ने बताया कि सीएचसी में मानक के अनुरूप पदों पर नियुक्ति नहीं की गई है. सरकार और विभाग संस्थागत प्रसव के लिए भारी प्रचार-प्रसार कर रही है. लेकिन अस्पताल में सुविधा नहीं होने से जच्चा-बच्चा की जान को जोखिम में डाला जा रहा है. साथ ही कहा कि यदि स्वास्थ्य विभाग सीएचसी के प्रति इसी तरह उदासीन रहता है, तो जनता आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी.

सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. धर्मेंद्र उनियाल ने बताया कि एक स्टाफ नर्स का स्वास्थ्य खराब होने पर वह चिकित्सा अवकाश पर है. स्टाफ नर्स नहीं होने से मरीजों को समस्या भी हो रही है. लेकिन व्यवस्था बनाए रखने के प्रयास किए जा रहा हैं. जिसके तहत एक अन्य एएनएम को मुख्यालय में तैनात किया जा रहा है.

टिहरी: थौलधार विकास खण्ड का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का सितम झेल रहा है. स्वास्थ्य केंद्र में चार नर्सों के पद होने के बावजूद एक ही नर्स की तैनाती की गई है. जिसके चलते प्रसव कराने पहुंच रही महिलाओं को दिक्कतों का सामना कर पड़ रहा है. ऐसे में सरकार का संस्थागत प्रसव का नारा कागजों तक ही सीमित नजर आ रहा है.

स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का दंश झेल रहा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र छाम.

बता दें कि थौलधार विकास खण्ड टिहरी बांध से प्रभावित क्षेत्र है. टिहरी बांध झील भराव के बाद से विकास खण्ड की जिला मुख्यालय से दूरी दोगुनी हो गई है. जिसके चलते इस क्षेत्र के लोग इलाज के लिए सीएचसी पर ही निर्भर हैं. अस्पताल में मानक के अनुरूप चार स्टाफ नर्स के पद सृजित हैं. जिसमें दो स्टाफ नर्स तैनात थी. लेकिन विभाग द्वारा गत माह एक स्टाफ नर्स को नरेन्द्रनगर संवद्ध कर दिया गया है. वहीं, कार्यरत एक स्टाफ नर्स दो दिन पूर्व चिकित्सा अवकाश पर चली गई है. ऐसे में मरीजों के उपचार के दौरान देखरेख करने के लिए स्टाफ मौजूद नहीं है. जिसके चलते अस्पताल में आने वाले मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं नहीं मिल पा रही हैं.

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निवर्तमान क्षेत्र पंचायत सदस्य बुद्धि सिंह बिष्ट ने बताया कि सीएचसी में मानक के अनुरूप पदों पर नियुक्ति नहीं की गई है. सरकार और विभाग संस्थागत प्रसव के लिए भारी प्रचार-प्रसार कर रही है. लेकिन अस्पताल में सुविधा नहीं होने से जच्चा-बच्चा की जान को जोखिम में डाला जा रहा है. साथ ही कहा कि यदि स्वास्थ्य विभाग सीएचसी के प्रति इसी तरह उदासीन रहता है, तो जनता आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी.

सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. धर्मेंद्र उनियाल ने बताया कि एक स्टाफ नर्स का स्वास्थ्य खराब होने पर वह चिकित्सा अवकाश पर है. स्टाफ नर्स नहीं होने से मरीजों को समस्या भी हो रही है. लेकिन व्यवस्था बनाए रखने के प्रयास किए जा रहा हैं. जिसके तहत एक अन्य एएनएम को मुख्यालय में तैनात किया जा रहा है.

Intro:बिना स्टाफ नर्स के संचालित हो रहा सी एच सी छाम
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टिहरी (धनोल्टी)

स्लग-इधर मरीज परेशान उधर स्वास्थ्य विभाग नर्सों पर मेहरबान
एंकर-थौलधार विकास खण्ड के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र छाम को स्वास्थ्य विभाग महज शोपीस बनाए रखने पर आमदा दिख रहा है। अंनदाजा लगाइये कि चार स्टाफ नर्स के पदों के सापेक्ष अस्पताल में एक भी स्टाफ नर्स नहीं होने से उपचार कैसे संभव होगा । जिससे सरकार का संस्थागत प्रसव का नारा कागजों तक सीमित नजर आ रहा है। बताते चलें कि थौलधार विकास खण्ड टिहरी बांध से सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्र है।टिहरी बांध झील भराव के बाद बदले भूगोल से विकास खण्ड की जिला मुख्यालय से दूरी दोगुनी हो गई है।सीएचसी छाम में मानक के अनुरूप चार स्टाफ नर्स के पद सृजित हैं।। जिसमें वर्तमान में दो स्टाफ नर्स तैनात थी।विभाग द्वारा गत माह एक स्टाफ नर्स को नरेन्द्रनगर संवद्ध कर दिया गया है।मात्र कार्यरत एक स्टाफ नर्स दो दिन पूर्व चिकित्सा अवकाश पर चली गई है ऐसे मे सवाल उठना लाजमी है कि सीएचसी छाम में डाक्टरों द्वारा देखे गए मरीजों का उपचार आखिर करेगा शायद इसका जबाब किसी के पास नही। साथ ही मुख्यालय में तैनात एक मात्र एएनएम को भी नरेन्द्रनगर संबद्ध कर दिया गया है। अब अस्पताल में आने वाले संस्थागत प्रसव कैसे कराए जाएंगे ।
निवर्तमान क्षेत्र पंचायत सदस्य बुद्धि सिंह बिष्ट, राकेश खण्डूडी़ आदि का कहना है कि सीएचसी के मानक के अनुरूप न तो पूरे पदों पर नियुक्ति की गई है और नहीं ब्यवस्थाएं जुटाई गई हैं।आधे अधूरे जो पद भरे गए हैं वह भी संबद्धता कर क्षेत्र की जनता के साथ भद्दा मजाक किया जा रहा है। सरकार व विभाग द्वारा संस्थागत प्रसव के लिए भारी प्रचार प्रसार किया जाता है लेकिन अस्पताल में सुविधा नहीं होने पर जच्चा-बच्चा की जान जोखिम में डाली जा रही है।आजकल दोनो तरफ आलवेदर रोड का काम गतिमान है प्रायः सड़क बन्द या जाम होने की स्थिति में रैफर केस के लिए जान का खतरा बना रहता है।।स्वास्थ्य विभाग यदि सीएचसी छाम के प्रति इसी तरह उदासीन रहता है तो जनता बड़े आन्दोलन को बाध्य होगी।
सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक डा० धर्मेन्द्र उनियाल का कहना है कि एक स्टाफ नर्स अचानक स्वास्थ्य खराब होने पर चिकित्सा अवकास पर गई है दूसरी को पारिवारिक समस्या के चलते नरेन्द्र नगर अटैच कर दिया गया है।स्टाफ नर्स नहीं होने से समस्या तो आती है।ब्यवस्था बनाए रखने का प्रयास किया जा रहा है।एक अन्य एएनएम को मुख्यालय में तैनात किया जा रहा है। पर बड़ा सवाल क्या बिना स्टाफ नर्स के मरीजों का उपचार किसके हाथों किया जा रहा है?

बाईट - डाँoधर्मेंद्र उनियाल चिकित्सा अधीक्षक
सी एच सी छाम

बुद्धि सिह बिष्ट
निवर्तमान सदस्य क्षेत्र पंचायत




Conclusion:स्टाफ नर्स के चार पद स्वीकृत दो खाली एक पारिवारिक समस्या के चलते नरेन्द्र नगर अटैच एक स्वास्थ्य खराब होने से अवकाश पर
Last Updated : Sep 1, 2019, 10:00 PM IST
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