टिहरीः मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कोटी कॉलोनी में टिहरी झील महोत्सव का विधिवत शुभारंभ किया. उन्होंने देव डोलियों के दर्शन करते हुए चमोली आपदा में मृतकों की शांति के लिए प्रार्थना की. इस अवसर पर सीएम ने कहा कि झील महोत्सव से टिहरी और उत्तराखंड के पर्यटन को नई दिशा मिलेगी. सीएम ने घोषणा करते हुये कहा कि अब हर साल बसंत पंचमी पर टिहरी झील महोत्सव आयोजित किया जाएगा. इसके लिए सरकार ने मेले का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है.
टिहरी झील महोत्सव में सेना, बीएसएफ, आईटीबीपी के जवान साहसिक खेलों में करतब दिखाएंगे. अगले साल महोत्सव को और भव्य किया जाएगा. इस मौके पर कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, प्रभारी मंत्री डॉ धन सिंह रावत, विधायक विजय पंवार, डॉ धन सिंह नेगी, जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण, डीएम ईवा आशीष श्रीवास्तव, भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद रतूड़ी आदि मौजूद थे. हालांकि, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज कार्यक्रम में उपस्थित नहीं थे.
इससे पहले मेले में एडवेंचर गतिविधियों के लिए आईटीबीपी और सेना के जवानों ने पूर्वाभ्यास किया था. वहीं, टिहरी प्रभारी मंत्री डा. धन सिंह रावत ने कोटी कॉलोनी में शुरू होने वाले टिहरी झील महोत्सव की तैयारियों का जायजा भी लिया. उन्होंने कहा झील महोत्सव के आयोजन के पीछे टिहरी को विश्व स्तरीय साहसिक पर्यटन गंतव्य बनाना है.
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गौर हो कि मेला स्थल पर पहाड़ी शैली के घर देखने के लिए बाहरी क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग पहुंचे हैं. साहसिक खेलों की तैयारियों के तहत आईटीबीपी और बीएसएफ के जवानों ने हॉट एयर बलून, पैरा-ग्लाइडिंग और पैरा जंपिंग का पूर्वाभ्यास किया है.