टिहरी/उत्तरकाशी: एक बार फिर से उत्तराखंड में मौसम विभाग का पूर्वानुमान सही साबित हुआ है. प्रदेश के पहाड़ी जिलों में आज तेज हवाओं के साथ बूंदा-बांदी हुई. जिसके कारण कई इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. टिहरी में आंधी-तूफान के कारण झील में खड़ी कई नावें पानी में डूब गई. तूफान के कारण नावें आपस में टकराई. जिससे कई नावों के इंजन को भी नुकसान पहुंचा है. झील में तूफान आने से अफरा-तफरी मच गई. 6 साल में टिहरी झील में तीसरी बार इतना भयानक तूफान आया है.
टिहरी झील में तूफान आने का जानकारी और नावों के नुकसान के बारे में पता लगते ही टिहरी विधायक किशोर उपाध्याय तुरंत मौके पर पहुंचे. जहां उन्होंने नुकसान का जायजा लिया. उन्होंने कहा टिहरी झील में सुरक्षा को लेकर सरकार से बात की जाएगी. उन्होंने कहा यहां पर किसी भी पर्यटक एवं नाव संचालक के जान-माल का नुकसान नहीं होने दिया जाएगा.
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उत्तरकाशी में मौसम ने बदली करवट: उत्तरकाशी में भी दोपहर बाद मौसम ने एकाएक करवट बदली. बारिश लोगों के लिए राहत बनकर बरसी. जिले के पुरोला, बड़कोट, डुंडा और भटवाड़ी क्षेत्र में भी जमकर बारिश हुई. बारिश के बीच गंगोत्री एवं यमुनोत्री धाम की यात्रा निर्बाध रूप से जारी रही. तीर्थयात्री भी बारिश के मौसम का लुत्फ उठाते दिखे. विश्वनाथ मंदिर परिसर में बारिश के बीच बड़ी संख्या में भक्त बाबा विश्वनाथ के दर्शन को कतार में लगे रहे.