श्रीनगर: पौड़ी जिले में स्वास्थ्य विभाग स्वास्थ्य सेवाओं को पटरी में लाने में जुटी हुई है. स्वास्थ्य महकमे की ओर से खुशियों की सवारी के साथ-साथ नई 108 एंबुलेंस वाहनों की खरीद की जा रही है. जिससे मरीजों को 108 की सेवाएं लेने में दिक्कतों का सामना न करना पड़े.
बता दें कि, यहां बड़ी संख्या में स्वास्थ्य विभाग के वाहन कुछ ही सालों में खटारा हो चुके हैं. वाहनों की नार्मल मेंटेनेंस तक स्वास्थ्य महकमा करवाने से कतरा रहा है, जिससे बिना मेंटेनेंस के ही चल रहे तमाम स्वास्थ्य वाहन समय खस्ताहाल हो रहे हैं और फिर वाहनों के खटारा होने के बाद ही इन्हें गैराज भेजा जा रहा है.
जानकारी के मुताबिक, जिले में स्वास्थ्य विभाग के पास एंबुलेंस भरपूर संख्या में हैं, लेकिन एंबुलेंस की हालत खस्ताहाल है. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने सीआरआर फंड से 2 एंबुलेंस की डिमांड शासन से की है जबकि, विभाग के पास 38 एसी एंबुलेंस है. जिन्हें बार-बार मेंटेनेंस की आवश्यकता समय-समय पर करनी पड़ती है. पौड़ी जनपद को राज्य सरकार ने 11 खुशियों की सवारी भी दी है, जबकि जनपद में 4 गाड़ियों को फिट न होने पर आरटीओ ने ऑफ रोड कर दिया है.
वहीं, मरीजों को लाने वाले ये वाहन खुद के उपचार की राह ताक रहे है. जिन्हें समय रहते उपचार नहीं मिल रहा है और संबंधित अधिकारी कोई सुध नहीं ले रहे हैं. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज शर्मा का कहना है कि उनके द्वारा खराब पड़े सभी वाहनों का मेंटेनेंस करा दिया है. उन्होंने बताया कि कई वाहन लंबे समय से खराब पड़े थे जिनकी रिप्लेसमेंट अब कर दी गई है.
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स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने बताया कि स्वास्थ्य वाहनों की व्यवस्था चाक-चौबंद रखने के लिए वे स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित कर रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग का टाई अप जिस कंपनी के जरिए हुआ है उसकी व्यवस्थाओं को भी बराबर जांचा जा रहा है.