प्रतापनगरः क्षेत्र में लोग आधार कार्ड के लिए परेशान हो रहे हैं. प्रतापनगर विधानसभा अंतर्गत जब से आधार कार्ड बनने शुरू हुए थे तभी से ही लोग आधार कार्ड के लिए दर-दर भटक रहे हैं. खासकर जब सरकार ने सीएससी सेंटरों से आधार कार्ड बनवाने बंद किए तब से परेशानी बढ़ती जा रही है. ग्रामीण 100-150 किलोमीटर दूर उत्तरकाशी, नई टिहरी, घनसाली चिन्यालीसौड़ आदि कई जगहों पर जाकर परेशान होकर वापस लौट रहे हैं. साथ ही इतनी दूरी नापने के बाद भी एक दिन में लोगों के आधार कार्ड नहीं बन पा रहे हैं.
तीन साल पहले प्रतापनगर के केंद्रबिंदु लंबगांव बाजार के मुख्य डाकघर में इसकी मशीनें लगाई गईं, लेकिन ये मशीनें तीन साल से केवल धूल फांक रही हैं. कई बार शासन-प्रशासन स्तर पर शिकायत होने के बाद डीएम के आदेशों से प्रतापनगर खंड शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में आधार कार्ड बनाने की मशीन लगवाई गई. जो एक लंबगांव में खंड शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में है दूसरी प्रतापनगर में है.
वहीं प्रतापनगर वाली मशीनअभी तक काम नहीं कर पा रही है, जबकि लंबगांव खंड शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में लगभग चार-पांच महीनों से आधार कार्ड बनवाने की प्रक्रिया चल रही है. लेकिन स्थाई कर्मचारी ना होने के कारण इंटर कॉलेज से शिक्षक को इस काम के लिए नियुक्त किया गया है.
चार-पांच महीनों में लगभग 200-250 कार्ड ही बन पाए हैं और ग्रामीणों की लगातार शिकायत है कि आधार कार्ड पर नाम ठीक करने के लिए भी कई चक्कर काटने पड़ रहे हैं. दूसरी ओर प्रभारी खंड शिक्षा अधिकारी सत्यपाल शर्मा ने बताया कि आधार कार्ड बनाने की प्रक्रिया को सरल किया जा रहा है. बाकायदा टोकन सिस्टम बनाया गया है.
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लोगों को एक दिन में 15 से 20 ही टोकन दिए जा रहे हैं. इस काम के लिए शिक्षक की तैनाती की गई है, जो कभी-कभी अपने विद्यालय के कार्य या अपने निजी कार्यों के चलते उपस्थित नहीं रहते हैं. लेकिन जब से यहां पर आधार कार्ड बनने शुरू हुए हैं तब से वे लगातार इस कार्य को कर रहे हैं.