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केदारनाथ के आराध्य गुरु हैं ईशानेश्वर, आज से मंदिर में शुरू हुई पूजा-अर्चना

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Published : Jun 15, 2023, 6:44 PM IST

Updated : Jun 15, 2023, 8:07 PM IST

केदारनाथ ईशानेश्वर मंदिर में नियमित पूजा-अर्चना शुरू हो गई है. केदारनाथ धाम में ईशानेश्वर मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद आज से पूजा अर्चना शुरू की गई है. ईशानेश्वर को केदारनाथ के आराध्य गुरु माना जाता है.

Kedarnath Ishaneshwar Temple
केदारनाथ ईशानेश्वर मंदिर में पूजा शुरू

रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम में भगवान ईशानेश्वर मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा एवं यज्ञ हवन कार्यक्रम संपंन हो गया है. इस मौके पर बड़ी संख्या में भक्तों ने भगवान ईशानेश्वर शिव के दर्शन किए. केदारनाथ भगवान के आराध्य गुरु भगवान ईशानेश्वर मंदिर का दस वर्ष बाद नव निर्माण पूरा हुआ है. आपदा में बहे मंदिर का नव निर्माण होने के बाद गुरुवार को तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा एवं यज्ञ हवन पूर्णाहुति के साथ संपंन हुआ. देव मूर्तियों को विधि-विधान से मंदिर में स्थापित कर दिया गया.

केदारसभा की ओर से तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम किया गया. इस मौके पर बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने भी मौजूद रहे. केदार सभा की ओर से बीकेटीसी अध्यक्ष का स्वागत किया गया. इससे पहले मंगलवार को केदार सभा के सहयोग से बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ओर से संकल्प लेकर आचार्य विद्वानों द्वारा भगवान ईशानेश्वर मंदिर की प्रतिष्ठा कार्यक्रम का शुभारंभ किया. तीन दिन तक चले कार्यक्रम का आज समापन हुआ.

पढे़ं-IPL खत्म होते ही केदारधाम पहुंचे भारतीय क्रिकेटर ईशांत शर्मा, बाबा के दर्शन कर बोले- सपना हुआ पूरा

यज्ञ हवन के बाद विधिवत देव मूर्तियां मंदिर में प्रतिष्ठापित की गई. इसी के साथ भगवान ईशानेश्वर मंदिर में नियमित पूजा-अर्चना और भक्त दर्शन शुरू हो गए हैं. केदारनाथ भगवान की पूजा अर्चना और भोग लगाने से पहले भगवान ईशानेशवर भगवान की पूजा-अर्चना तथा भोग लगाने की परम्परा है. बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बीते वर्ष से ही मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए दानी दाताओं से अपील की थी. आर्किलाॅजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने उत्तर-पूर्व अर्थात ईशान दिशा का सर्वेक्षण किया. इसके बाद डेढ़ करोड़ की लागत से मुंबई महाराष्ट्र के एक दानीदाता मनोज सोलंकी ने भव्य ईशानेश्वर मंदिर का पुनर्निर्माण करवाया.

पढे़ं- चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं का आंकड़ा 25.50 लाख पार, 'फिट' ड्राइवरों को ही होगी यात्रा की परमिशन

रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम में भगवान ईशानेश्वर मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा एवं यज्ञ हवन कार्यक्रम संपंन हो गया है. इस मौके पर बड़ी संख्या में भक्तों ने भगवान ईशानेश्वर शिव के दर्शन किए. केदारनाथ भगवान के आराध्य गुरु भगवान ईशानेश्वर मंदिर का दस वर्ष बाद नव निर्माण पूरा हुआ है. आपदा में बहे मंदिर का नव निर्माण होने के बाद गुरुवार को तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा एवं यज्ञ हवन पूर्णाहुति के साथ संपंन हुआ. देव मूर्तियों को विधि-विधान से मंदिर में स्थापित कर दिया गया.

केदारसभा की ओर से तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम किया गया. इस मौके पर बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने भी मौजूद रहे. केदार सभा की ओर से बीकेटीसी अध्यक्ष का स्वागत किया गया. इससे पहले मंगलवार को केदार सभा के सहयोग से बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ओर से संकल्प लेकर आचार्य विद्वानों द्वारा भगवान ईशानेश्वर मंदिर की प्रतिष्ठा कार्यक्रम का शुभारंभ किया. तीन दिन तक चले कार्यक्रम का आज समापन हुआ.

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यज्ञ हवन के बाद विधिवत देव मूर्तियां मंदिर में प्रतिष्ठापित की गई. इसी के साथ भगवान ईशानेश्वर मंदिर में नियमित पूजा-अर्चना और भक्त दर्शन शुरू हो गए हैं. केदारनाथ भगवान की पूजा अर्चना और भोग लगाने से पहले भगवान ईशानेशवर भगवान की पूजा-अर्चना तथा भोग लगाने की परम्परा है. बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बीते वर्ष से ही मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए दानी दाताओं से अपील की थी. आर्किलाॅजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने उत्तर-पूर्व अर्थात ईशान दिशा का सर्वेक्षण किया. इसके बाद डेढ़ करोड़ की लागत से मुंबई महाराष्ट्र के एक दानीदाता मनोज सोलंकी ने भव्य ईशानेश्वर मंदिर का पुनर्निर्माण करवाया.

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Last Updated : Jun 15, 2023, 8:07 PM IST
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