रुद्रप्रयाग: कोरोना संक्रमण के रोकने के लिए देशभर में लॉकडाउन का एलान किया गया है. जिसके बाद से ही देश के अलग-अलग हिस्सों से लोग अपने घरों की ओर रुख करने लगे हैं. रुद्रप्रयाग जनपद में ऑल वेदर निर्माण में लगे सैकड़ों मजदूर भी लॉकडाउन और कोरोना के कारण अपने-अपने घरों की ओर पैदल ही निकल पड़े हैं. 29 अप्रैल को केदारनाथ के कपाट खुलने हैं, मगर अब तक सड़क मार्ग को दुरूस्त नहीं किया गया है. मजदूरों की घर वापसी और लॉकडाउन के बाद अब ये काम रुक गया है. जिसके कारण प्रशासन के माथे पर बल पड़ने लगे हैं.
ऑल वेदर कार्य में लगे मजदूरों के घर वापस लौटने के बाद इस बहुप्रतिक्षित प्रोजेक्ट का काम अधर में लटक गया है. वहीं, कुछ मजदूर ऐसे भी हैं जिनकी रोजी रोटी पर संकट पैदा हो गया है. लॉकडाउन के बाद ठेकेदार ने मजदूरों को तीन-तीन सौ रुपये पकड़ाकर वापस लौटा दिय. वहीं, उनके घक जाने के लिए किसी भी तरह की व्यवस्थाएं न ठेकेदार ने की और न ही प्रशासन ने. जिसके कारण ये पैदल ही अपने घरों की ओर निकल पड़े हैं.
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वहीं, इन मजदूरों के घर लौटने से केदारनाथ यात्रा पर भी असर पड़ सकता है. 29 अप्रैल को केदारनाथ के कपाट खुलने हैं, मगर अब तक सड़क मार्ग को दुरुस्त नहीं किया गया है. जिससे साफ है कि आने वाले समय में यहां पहुंचने वाले यात्रियों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
बहरहाल, उत्तराखंड ही नहीं बल्कि देश के अलग-अलग हिस्सों से इस तरह की तस्वीरें सामने आ रही हैं. सरकार और प्रशासन लगातार मजदूरों की मदद के दावे कर रही हैं, मगर जमीनी हकीकत कुछ और ही नजर आती है. दिहाड़ी मजदूर, गरीब और बेघर लोग बिना किसी मदद के इस 'जंग' को अकेले ही लड़ने को मजबूर हैं.