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रुद्रप्रयाग: रेल परियोजनाओं से पीड़ित नरकोटा गांव की महिलाएं DM से मिलीं, दी ये चेतीवनी - डीएम से मिलीं नरकोटा की महिलाएं

बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग (Badrinath National Highway) के पास नरकोटा गांव के लोग रेल परियोजना निर्माण से परेशान हैं. नरकोटा गांव की महिलाओं ने जिलाधिकारी मयूर दीक्षित से मुलाकात कर समस्याओं के समाधान की मांग की है. महिलाओं का कहना है कि जब से रेल परियोजना में विस्फोट शुरू हुए हैं, तब से उनके भवनों पर दरारें पड़नी शुरू हो गई हैं.

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रुद्रप्रयाग
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Published : May 22, 2022, 12:42 PM IST

रुद्रप्रयाग: रेल परियाजना प्रभावित नरकोटा गांव की महिलाओं का आक्रोश रेल विकास निगम के खिलाफ उग्र होता जा रहा है. पीड़ित महिलाओं ने जिलाधिकारी मयूर दीक्षित (DM Mayur Dixit) से मुलाकात कर समस्याओं के समाधान की मांग की है. मांग पूरी नहीं होने पर ग्रामीण महिलाओं ने भूख हड़ताल की भी चेतावनी दी है. वहीं जिलाधिकारी ने आरबीएनएल को सख्त निर्देश देते हुए जल्द समस्याओं के निस्तारण करने को कहा है.

बता दें, बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग से सटे नरकोटा गांव के ग्रामीण रेल परियोजना निर्माण से परेशान हैं. टनलों के भीतर भयानक डायनामाइट विस्फोटों से आवासीय भवनों को भारी क्षति पहुंचे से परेशान ग्रामीणों ने विगत दिनों रेल परियोजना का कार्य रोककर आरबीएनएल के अधिकारियों को जमकर खरीखोटी सुनाई, जिसके बाद शनिवारा को महिलाएं ग्राम प्रधान चंद्रमोहन के नेतृत्व में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित से मिलीं.

रेल परियोजनाओं से पीड़ित नरकोटा गांव की महिलाएं डीएम से मिलींं.

बड़ी संख्या में पहुंची महिलाओं ने डीएम को समस्याओं से अवगत कराया. उन्होंने कहा की उनके भवन विस्फोटों से क्षतिग्रस्त हो गये हैं. आरबीएनएल गलत रिपोर्ट बनाकर गुमराह कर रहा है. जब से रेल परियोजना में विस्फोट शुरू हुए हैं, तब से उनके भवनों पर दरारें पड़नी शुरू हो गई हैं. ग्रामीण जनता किसी भी कीमत पर अन्याय बर्दाश्त नहीं करेगी.
पढ़ें- चंपावत उपचुनाव: कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी ने BJP पर लगाया चुनाव प्रभावित का आरोप

ग्रामीणों का जीना दुश्वार: उन्होंने कहा कि आरबीएनएल के अधिकारी मुकदमें की धमकी दे रहे हैं, तो मुकदमा उनके खिलाफ भी होना चाहिए. रेल परियोजना का कार्य कर रही कंपनियों ने प्राकृतिक गदेरों को डंपिंग जोन बना दिया है, जबकि गांव के सार्वजनिक रास्ते भी तोड़ दिए हैं. ग्राम पंचायत को प्रदूषण भत्ता नहीं दिया जा रहा है और ना ही ना चारापत्ती की समस्या को हल किया गया है. यहां तक कि ग्रामीणों का धूल से जीना मुश्किल हो गया है. ग्रामीण महिलाओं ने कहा कि अगर शीघ्र ही कंपनी ने ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान नहीं किया तो वे भूख हड़ताल पर बैठने के लिए मजबूर हो जायेंगी.

रुद्रप्रयाग: रेल परियाजना प्रभावित नरकोटा गांव की महिलाओं का आक्रोश रेल विकास निगम के खिलाफ उग्र होता जा रहा है. पीड़ित महिलाओं ने जिलाधिकारी मयूर दीक्षित (DM Mayur Dixit) से मुलाकात कर समस्याओं के समाधान की मांग की है. मांग पूरी नहीं होने पर ग्रामीण महिलाओं ने भूख हड़ताल की भी चेतावनी दी है. वहीं जिलाधिकारी ने आरबीएनएल को सख्त निर्देश देते हुए जल्द समस्याओं के निस्तारण करने को कहा है.

बता दें, बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग से सटे नरकोटा गांव के ग्रामीण रेल परियोजना निर्माण से परेशान हैं. टनलों के भीतर भयानक डायनामाइट विस्फोटों से आवासीय भवनों को भारी क्षति पहुंचे से परेशान ग्रामीणों ने विगत दिनों रेल परियोजना का कार्य रोककर आरबीएनएल के अधिकारियों को जमकर खरीखोटी सुनाई, जिसके बाद शनिवारा को महिलाएं ग्राम प्रधान चंद्रमोहन के नेतृत्व में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित से मिलीं.

रेल परियोजनाओं से पीड़ित नरकोटा गांव की महिलाएं डीएम से मिलींं.

बड़ी संख्या में पहुंची महिलाओं ने डीएम को समस्याओं से अवगत कराया. उन्होंने कहा की उनके भवन विस्फोटों से क्षतिग्रस्त हो गये हैं. आरबीएनएल गलत रिपोर्ट बनाकर गुमराह कर रहा है. जब से रेल परियोजना में विस्फोट शुरू हुए हैं, तब से उनके भवनों पर दरारें पड़नी शुरू हो गई हैं. ग्रामीण जनता किसी भी कीमत पर अन्याय बर्दाश्त नहीं करेगी.
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ग्रामीणों का जीना दुश्वार: उन्होंने कहा कि आरबीएनएल के अधिकारी मुकदमें की धमकी दे रहे हैं, तो मुकदमा उनके खिलाफ भी होना चाहिए. रेल परियोजना का कार्य कर रही कंपनियों ने प्राकृतिक गदेरों को डंपिंग जोन बना दिया है, जबकि गांव के सार्वजनिक रास्ते भी तोड़ दिए हैं. ग्राम पंचायत को प्रदूषण भत्ता नहीं दिया जा रहा है और ना ही ना चारापत्ती की समस्या को हल किया गया है. यहां तक कि ग्रामीणों का धूल से जीना मुश्किल हो गया है. ग्रामीण महिलाओं ने कहा कि अगर शीघ्र ही कंपनी ने ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान नहीं किया तो वे भूख हड़ताल पर बैठने के लिए मजबूर हो जायेंगी.

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