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महिलाओं ने श्रमदान कर बना डाला प्राकृतिक जल संचय संसाधन

जखाड़ी गांव की महिलाओं और रिलायंस ने मिल कर चाल-खाल का निर्माण किया है. इसका निर्माण महिलाओं ने रिलायंस के निर्देशन में किया है. इससे बंद पड़े घाट के पुनर्जीवित होने की उम्मीद है.

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महिलाओं ने बनाया चाल-खाल
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Published : Sep 8, 2020, 12:19 PM IST

रुद्रप्रयाग: एक कहावत है, जहां चाह, वहां राह. इस कहावत को रुद्रप्रयाग की महिलाओं ने साकार कर दिखाया. वैसे भी हम जानते हैं कि उत्तराखंड की महिलाएं प्रदेश की आर्थिक विकास की रीढ़ हैं. बांगर पट्टी के जखवाड़ी गांव की महिलाओं ने रिलायंस फॉउंडेशन के सहयोग से चाल-खाल का निर्माण किया है. स्थानीय महिलाओं को उम्मीद है कि चाल-खाल के निर्माण से वर्षों पूर्व बंद हुआ घराट भी पुनर्जीवित हो पायेगा.

बांगर क्षेत्र में जखवाड़ी गांव की महिला मंगल दल और रिलायंस ने गांव से 500 मीटर ऊपर जंगल में दस मीटर लंबी और चार मीटर चौड़ी चाल-खाल का निर्माण किया है. यह कार्य गांव की महिलाओं ने रिलायंस के निर्देशन में किया. इसका मुख्य उद्देश्य यह है कि वर्षों पूर्व बंद हो चुके घाट और पेयजल श्रोत को पुनर्जीवित किया जा सके. फाउंडेशन के कम्यूनिटी रिसोर्स पर्सन दर्शन नेगी ने बताया कि महिलाओं के श्रमदान से चाल-खाल का निर्माण संभव हो सका. हमने सिर्फ महिलाओं को जागरूक किया. बाकी पूरी मेहनत महिलाओं की है.

ये भी पढ़ें: खटीमा: सोशल डिस्टेंसिंग का किया उल्लंघन, भरा पंद्रह हजार का जुर्माना

उन्होंने कहा कि गांव की महिलाएं काफी जागरूक हैं. महिलाओं ने बहुत ही कम समय में चाल-खाल बना डाली. चाल-खाल से पेयजल श्रोत रिचार्ज होंगे और जंगली जानवरों को भी पर्याप्त पानी मिलेगा. एक समय में सर्दियों में भी यहां घराट चलते थे. लेकिन पानी की पर्याप्त आपूर्ति न होने से घराट बंद करना पड़ा. अब घराट के पुनः चलने की उम्मीद जगी है. उन्होंने कहा कि सहभागिता से गांव की तस्वीर बदली जा सकती है. रिलायंस फॉउंडेशन के सहयोग से गांवों में विभिन्न कार्यक्रम चल रहे हैं, जिसका फायदा ग्रामीणों को मिल रहा है.

रुद्रप्रयाग: एक कहावत है, जहां चाह, वहां राह. इस कहावत को रुद्रप्रयाग की महिलाओं ने साकार कर दिखाया. वैसे भी हम जानते हैं कि उत्तराखंड की महिलाएं प्रदेश की आर्थिक विकास की रीढ़ हैं. बांगर पट्टी के जखवाड़ी गांव की महिलाओं ने रिलायंस फॉउंडेशन के सहयोग से चाल-खाल का निर्माण किया है. स्थानीय महिलाओं को उम्मीद है कि चाल-खाल के निर्माण से वर्षों पूर्व बंद हुआ घराट भी पुनर्जीवित हो पायेगा.

बांगर क्षेत्र में जखवाड़ी गांव की महिला मंगल दल और रिलायंस ने गांव से 500 मीटर ऊपर जंगल में दस मीटर लंबी और चार मीटर चौड़ी चाल-खाल का निर्माण किया है. यह कार्य गांव की महिलाओं ने रिलायंस के निर्देशन में किया. इसका मुख्य उद्देश्य यह है कि वर्षों पूर्व बंद हो चुके घाट और पेयजल श्रोत को पुनर्जीवित किया जा सके. फाउंडेशन के कम्यूनिटी रिसोर्स पर्सन दर्शन नेगी ने बताया कि महिलाओं के श्रमदान से चाल-खाल का निर्माण संभव हो सका. हमने सिर्फ महिलाओं को जागरूक किया. बाकी पूरी मेहनत महिलाओं की है.

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उन्होंने कहा कि गांव की महिलाएं काफी जागरूक हैं. महिलाओं ने बहुत ही कम समय में चाल-खाल बना डाली. चाल-खाल से पेयजल श्रोत रिचार्ज होंगे और जंगली जानवरों को भी पर्याप्त पानी मिलेगा. एक समय में सर्दियों में भी यहां घराट चलते थे. लेकिन पानी की पर्याप्त आपूर्ति न होने से घराट बंद करना पड़ा. अब घराट के पुनः चलने की उम्मीद जगी है. उन्होंने कहा कि सहभागिता से गांव की तस्वीर बदली जा सकती है. रिलायंस फॉउंडेशन के सहयोग से गांवों में विभिन्न कार्यक्रम चल रहे हैं, जिसका फायदा ग्रामीणों को मिल रहा है.

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