देहरादून/रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड क्रांति दल की बैठक में एम्स ऋषिकेश में राजस्थान के 600 लोगों की भर्ती होने पर कड़ा विरोध दर्ज किया गया. साथ ही इसे उत्तराखंड की जनता के साथ धोखा करार दिया. वहीं, यूकेडी प्रत्याशी मोहित डिमरी पर हुए हमले को लेकर मामले की उच्च स्तरीय जांच की कराने की मांग की गई. साथ ही विधानसभा चुनाव को लेकर की समीक्षा की गई.
यूकेडी नेताओं ने कहा एम्स ऋषिकेश में राजस्थान के 600 लोगों को नौकरी दी गई. जबकि इनके स्थान पर उत्तराखंड के मूल निवासियों को नौकरी दी जानी चाहिए थी. उक्रांद 1950 से उत्तराखंड में रह रहे लोगों के लिए मूल निवास प्रमाण-पत्र जारी करने की मांग कर रहा है. राष्ट्रीय दल नहीं चाहते हैं कि यहां के मूल निवासियों को नौकरी में हक मिले.
उन्होंने कहा कि आज उत्तराखंड में मूल निवासियों के बजाय बाहर के लोगों को नौकरी में प्राथमिकता दी जा रही है. जिसका हमने हमेशा से विरोध किया है. एम्स में बाहरी लोगों की नियुक्ति की निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर हमने राज्यपाल को भी ज्ञापन भेजा है.
यूकेडी के जिलाध्यक्ष बलबीर चौधरी की अध्यक्षता में संपन्न हुई बैठक में कार्यकर्ताओं ने कहा यूकेडी प्रत्याशी मोहित डिमरी पर हुए हमले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. पुलिस ने सत्ता पक्ष के दबाव में आकर आनन-फानन में यूकेडी प्रत्याशी को दोषी ठहरा दिया. यूकेडी कोर्ट में इस लड़ाई को मजबूती के साथ लड़ेगा. यूकेडी ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की भी मांग की. यूकेडी कार्यकर्ताओं ने कहा मोहित डिमरी के साथ हो रही साजिश से जनता में बड़ा आक्रोश है. जनता मोहित डिमरी के साथ खड़ी है. उन्होंने प्रशासन से मोहित डिमरी के लिए सुरक्षा व्यवस्था करने की मांग की.
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वहीं, देहरादून में यूकेडी के केंद्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी ने यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को लेकर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा वहां युद्ध के हालात पहले ही बन गए थे, तब केंद्र सरकार को समय रहते वहां फंसे भारतीय छात्रों को निकाल लेना चाहिए था. अब केंद्र सरकार ने बहुत देरी कर दिया, जिसकी वजह से वहां फंसे छात्र-छात्राओं को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
उन्होंने कहा उत्तराखंड के कई छात्र और रोजगार के लिए गए लोग यूक्रेन में फंस गए हैं. वहां उन लोगों को खाने-पीने की चीजें नहीं मिल पा रहा है. एटीएम से पैसे नहीं निकल रहे हैं. ऐसी भयानक स्थिति से हमारे लोग गुजर रहे हैं, लेकिन सरकार केवल बैठक ही कर रही है. सरकार को जल्द से जल्द यूक्रेन से उत्तराखंड के लोगों को लाने की व्यवस्था करनी चाहिए.
वहीं, ऐरी ने कहा एम्स ऋषिकेश में बाहरी लोगों को नौकरी देना दुर्भाग्यपूर्ण है. यह उत्तराखंड की जनता के साथ धोखा है. ऐसे में इसकी सभी स्तरों पर जांच होनी चाहिए और रिक्तियां रद्द कर नए सिरे से भर्ती होनी चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्रीय पार्टियों ने चुनाव में वोट पाने के लिए अनुचित तरीके अपनाये और लोगों के बीच में रूपया, शराब, जैकेट, प्रेशर कुकर बांट कर वोट बटोरने की कोशिश की. उन्होंने उत्तराखंड की जनता का धन्यवाद भी किया और कहा कि प्रदेश की जनता ने इस बार विधानसभा चुनाव में खुलकर यूकेडी को समर्थन दिया है.