रुद्रप्रयागः तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ धाम का कुछ दिन पहले का एक वीडियो वायरल हो रहा है. भारी बर्फबारी के बीच कुछ पर्यटक तुंगनाथ पहुंचे और मंदिर के आगे जूते पहनकर पूजा करने लगे. बताया जा रहा है कि जिस स्थान पर ये पर्यटक पूजा कर रहे हैं वहां पर बर्फ के नीचे नंदी की प्रतिमा ढकी हुई है. ऐसे में स्थानीय लोग कपाट बंद होने के बावजूद तुंगनाथ पहुंच रहे पर्यटकों की आवाजाही पर कड़ा रोष व्यक्त कर रहे हैं.
दरअसल, छह माह यात्रा चलने के बाद तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट बंद हो जाते हैं. वहीं, नवम्बर, दिसम्बर और जनवरी माह में तुंगनाथ और चोपता क्षेत्र में भारी बर्फबारी हो जाती है, जिसके बाद यहां पर्यटकों का हुजूम उमड़ पड़ता है. सोशल मीडिया में कुछ समय पहले का तुंगनाथ को लेकर एक वीडियो वायरल हो रहा है.
तुंगनाथ मंदिर के आगे का हिस्सा बर्फ से ढका हुआ है कुछ पर्यटक मंदिर के आगे जूते पहनकर पूजा कर रहे हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि जिस स्थान पर पर्यटक जूते पहनकर पूजा कर रहे हैं, वहीं, आस-पास बर्फ के नीचे नंदी की प्रतिमा ढकी हुई है. ऐसे में स्थानीय लोगों की आस्था को भी ठेस पहुंच रही है. इसके अतिरिक्त पर्यटकों की ओर से चोपता-तुंगनाथ पैदल ट्रैक के अलावा यहां के बुग्यालों में प्लास्टिक आदि की गंदगी की जा रही है. जिस कारण हिमालयी क्षेत्र के पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है. इस संबंध में जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल का कहना है कि जो वीडियो वायरल हो रहा है, वह अत्यधिक बर्फबारी के समय का है.
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मंदिर की पवित्रता के साथ ही पैदल ट्रैक और बुग्यालों में सफाई बनाये रखने के लिये पीआरडी के जवानों को तैनात किया जाएगा. जिलाधिकारी ने कहा कि पूर्व में जवान तैनात थे, लेकिन केदारनाथ पैदल मार्ग से बर्फ हटाने के कार्य को लेकर यहां से जवानों को हटाया गया है. वर्तमान स्थिति को देखते हुये यहां शीघ्र ही पीआरडी के जवान तैनात किये जाएंगे. साथ ही जिला पंचायत की ओर से यहां सफाई कर्मचारी भी तैनात किये जाएंगे.