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केदारनाथ में टोकन व्यवस्था समाप्त होने से लगी लंबी कतारें, श्रद्धालुओं को हो रही परेशानी - kedarnath dham

केदारनाथ में यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ने के कारण टोकन व्यवस्था को समाप्त कर दिया गया है. जिससे मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लग रही है.वहीं प्रशासन की इस व्यवस्था से श्रद्धालु खासे नाराज हैं.

केदारनाथ में टोकन व्यवस्था खत्म
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Published : May 31, 2019, 10:20 AM IST

रुद्रप्रयाग: केदारनाथ में यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ने के कारण टोकन व्यवस्था को समाप्त कर दिया गया है. देश-विदेश से आ रहे तीर्थयात्री लंबी कतारों में लगकर भगवान भोले के दर्शन करने को मजबूर हैं. लंबी कतार में लगने के कारण यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं तीर्थयात्री प्रशासन द्वारा की गई अव्यवस्था से खासे नाराज दिखाई दिए. साथ ही श्रद्धालुओं ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की. इस पूरे मामले में जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल का कहना है कि यात्रियों की संख्या कम होने पर दोबारा टोकन व्यवस्था शुरू कर दी जाएगी.

केदारनाथ में टोकन व्यवस्था खत्म.

बता दें कि 9 मई को भगवान केदारनाथ के कपाट आम श्रद्धालुओं के खोल दिए गये थे. कपाट खुलने के समय टोकन सिस्टम भी शुरू किया गया था. लेकिन तीर्थयात्रियों की संख्या में लगातार हो रही बढ़ोतरी को देखते हुए प्रशासन ने टोकन व्यवस्था को समाप्त कर दिया है. जिससे यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. प्रशासन का कहना है कि एक दिन में केदारनाथ धाम 10 से 20 हजार तीर्थयात्री पहुंच रहे हैं. जिससे प्रशासन के लिए टोकन व्यवस्था को संचालित करना मुश्किल हो रहा था.

पढ़ें: मोदी कैबिनेट में शामिल होने पर विधानसभा अध्यक्ष ने निशंक को दी बधाई, कांग्रेस ने कसा तंज

तीर्थ यात्रियों की बढ़ती संख्या के कारण अब लंबी लाइन लगने लगी है, तीर्थयात्रियों की लाइन दो जगहों से लग रही है. मंदिर के सामने से सरस्वती नदी पुल तक एक किलोमीटर लंबी लाइन देखी जा सकती है. तो वहीं, मंदिर के बगल से मंदाकिनी नदी की ओर से श्रद्धालु कतार में खड़े होकर बाबा के दर्शन का इंतजार कर रहे हैं.

तीर्थयात्रियों का कहना है कि मंदिर और जिला प्रशासन की ओर से लंबी कतार में लगे श्रद्धालुओं की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. पुलिस के जवानों की भी तैनाती नहीं की गई है. जिसके चलते कुछ तीर्थयात्री लाइन के बीच में घुसकर माहौल को खराब करने में लगे हैं.

वहीं, जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल का कहना कि एक-दो दिन के अंदर तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ने लगी है और मौसम भी केदारनाथ में अत्यधिक खराब है. ऐसे में केदारधाम में टोकन व्यवस्था को रोक दिया गया है. यात्रियों की संख्या कम होने पर फिर से टोकन व्यवस्था को शुरू कर दिया जायेगा.

रुद्रप्रयाग: केदारनाथ में यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ने के कारण टोकन व्यवस्था को समाप्त कर दिया गया है. देश-विदेश से आ रहे तीर्थयात्री लंबी कतारों में लगकर भगवान भोले के दर्शन करने को मजबूर हैं. लंबी कतार में लगने के कारण यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं तीर्थयात्री प्रशासन द्वारा की गई अव्यवस्था से खासे नाराज दिखाई दिए. साथ ही श्रद्धालुओं ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की. इस पूरे मामले में जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल का कहना है कि यात्रियों की संख्या कम होने पर दोबारा टोकन व्यवस्था शुरू कर दी जाएगी.

केदारनाथ में टोकन व्यवस्था खत्म.

बता दें कि 9 मई को भगवान केदारनाथ के कपाट आम श्रद्धालुओं के खोल दिए गये थे. कपाट खुलने के समय टोकन सिस्टम भी शुरू किया गया था. लेकिन तीर्थयात्रियों की संख्या में लगातार हो रही बढ़ोतरी को देखते हुए प्रशासन ने टोकन व्यवस्था को समाप्त कर दिया है. जिससे यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. प्रशासन का कहना है कि एक दिन में केदारनाथ धाम 10 से 20 हजार तीर्थयात्री पहुंच रहे हैं. जिससे प्रशासन के लिए टोकन व्यवस्था को संचालित करना मुश्किल हो रहा था.

पढ़ें: मोदी कैबिनेट में शामिल होने पर विधानसभा अध्यक्ष ने निशंक को दी बधाई, कांग्रेस ने कसा तंज

तीर्थ यात्रियों की बढ़ती संख्या के कारण अब लंबी लाइन लगने लगी है, तीर्थयात्रियों की लाइन दो जगहों से लग रही है. मंदिर के सामने से सरस्वती नदी पुल तक एक किलोमीटर लंबी लाइन देखी जा सकती है. तो वहीं, मंदिर के बगल से मंदाकिनी नदी की ओर से श्रद्धालु कतार में खड़े होकर बाबा के दर्शन का इंतजार कर रहे हैं.

तीर्थयात्रियों का कहना है कि मंदिर और जिला प्रशासन की ओर से लंबी कतार में लगे श्रद्धालुओं की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. पुलिस के जवानों की भी तैनाती नहीं की गई है. जिसके चलते कुछ तीर्थयात्री लाइन के बीच में घुसकर माहौल को खराब करने में लगे हैं.

वहीं, जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल का कहना कि एक-दो दिन के अंदर तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ने लगी है और मौसम भी केदारनाथ में अत्यधिक खराब है. ऐसे में केदारधाम में टोकन व्यवस्था को रोक दिया गया है. यात्रियों की संख्या कम होने पर फिर से टोकन व्यवस्था को शुरू कर दिया जायेगा.



नोटः तीर्थयात्रियों के आपस में भीड़ने के वीडीओ भेजे गये हैं।
-यात्रियों की संख्या बढ़ने पर टोकन व्यवस्था को दिया विराम
लम्बी कतार में लगे तीर्थयात्री आपस में ही लड़ झगड़ रहे
प्रशासन के लिए चुनौती बनी थी यात्रियों की बढ़ती संख्या
तीर्थयात्री मंदिर प्रशासन की व्यवस्थाओं से नाराज
उत्तराखण्ड डेस्क
स्लग- केदारनाथ टोकन सिस्टम
रिपोर्ट - रोहित डिमरी/30 मई 2019/रुद्रप्रयाग/एवीबी
एंकर - केदारनाथ में टोकन सिस्टम खत्म करने के बाद देश-विदेश से आ रहे तीर्थयात्री आपस में ही भीड़ने लगे हैं और मंदिर प्रशासन के खिलाफ नारे लगा रहे हैं। प्रशासन ने यात्रियों की संख्या बढ़ने पर टोकन सिस्टम को खत्म किया है। अब यात्री लम्बी कतार में लगकर भगवान भोले के दर्शनों का इंतजार कर रहे हैं।
वीओ -1- नौ मई को भगवान केदारनाथ के कपाट आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले गये और कपाट खुलने के समय टोकन सिस्टम व्यवस्था भी शुरू की गई। कपाट खुलने के बाद तीर्थयात्री कम संख्या में ही धाम पहुंच रहे थे, लेकिन अब संख्या ज्यादा बढ़ने लगी है। जिससे प्रशासन ने टोकन व्यवस्था को ही खत्म कर दिया है। एक-दो दिन से भगवान केदारनाथ के दरबार में 15 से 20 हजार के बीच तीर्थयात्री पहुंच रहे हैं, जिससे प्रशासन के लिए टोकन व्यवस्था को संचालित करना मुश्किल हो रहा था। यात्रियों की बढ़ती संख्या के कारण अब लाइन भी लम्बी लगने लगी है। तीर्थयात्रियों की लाइन दो जगहों से लगी है। मंदिर के सामने से सरस्वती नदी पुल तक एक किमी लम्बी कतार में श्रद्धालु खड़े होकर बाबा के दर्शनांे का इंतजार कर रहे हैं, जबकि मंदिर के बगल से मंदाकिनी नदी की ओर भी लाइन को लगाया जा रहा है। ऐसे में प्रशासन तीर्थयात्रियों की बढ़ती संख्या को लेकर भी चिंतित है। तीर्थयात्री लाइन में खड़े होकर धूप में परेशान हो रहे हैं, जबकि कुछ तीर्थयात्री लाइन के बीच में ही घुस रहे हैं। ऐसे में अन्य तीर्थयात्रियों का आक्रोश बढ़ रहा है और तीर्थयात्री आपस में ही लड़-झगड़ रहे हैं। तीर्थयात्रियों का कहना है कि मंदिर और जिला प्रशासन की ओर से लम्बी कतार में लगे श्रद्धालुओं की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। पुलिस के जवानों की भी तैनाती नहीं की गई है, जिस कारण कुछ तीर्थयात्री लाइन के बीच में घुसकर माहौल को खराब करने में लगे हैं।
बाइट - सोहन लाल जैन, तीर्थयात्री
वीओ -2- जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल का कहना कि एक-दो दिन के भीतर तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ने लगी है और मौसम भी केदारनाथ में अत्यधिक खराब है। धाम के साथ ही पड़ावों में मौसम पल-पल में बदल रहा है। ऐसे में केदारधाम में टोकन व्यवस्था को विराम दिया गया है। यात्रियों की संख्या कम होने पर फिर से टोकन व्यवस्था को शुरू किया जायेगा। प्रशासन का प्रयास है कि तीर्थयात्रियों को कोई दिक्कत न हो, इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
बाइट - मंगेश घिल्डियाल, जिलाधिकारी




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