ETV Bharat / state

केदारनाथ के रामानंद आश्रम में खिले तीन ब्रह्मकमल, बाबा केदार को होंगे अर्पित

केदारनाथ धाम से सटे रामानंद आश्रम की पुष्प वाटिका में मई महीने में ही तीन ब्रह्मकमल के फूल खिल गए हैं. इन फूलों को बाबा केदारनाथ धाम के चरणों में अर्पित किया जाएगा.

Brahmakamal flower blooms
रामानंद आश्रम में खिले ब्रह्मकमल फूल
author img

By

Published : May 30, 2022, 10:57 AM IST

रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम में मई महीने में ही ब्रह्मकमल खिल गये हैं. केदारनाथ से लगे रामानंद आश्रम में तीन ब्रह्मकमल के फूल खिले हैं. ये ब्रह्मकमल भगवान केदारनाथ को अर्पित किये जाएंगे. ब्रह्मकमल उत्तराखंड का राज्य पुष्प ही नहीं, बल्कि एक धार्मिक और औषधीय पौधा भी है.

केदारनाथ में रामानंद आश्रम में ललित राम दास महाराज के प्रयासों से दो बगीचों में ब्रह्मकमल के करीब 124 पौधे हैं. बीते तीन सालों से वह ब्रह्मकमल को अपने आश्रम में संरक्षित कर रहे हैं. भले ही केदारनाथ की ऊंची पहाड़ियों में जुलाई-अगस्त में ब्रह्मकमल खिलता है, मगर ललित महाराज के बगीचे में मई में ही तीन पुष्प खिले हैं, जो अपनी सुंदरता और खुशबू से बगीचे के साथ ही आश्रम को भी महका रहे हैं.
पढ़ें- 1964 की सुनामी में तबाह रामेश्वरम-धनुषकोडी रेलवे लाइन फिर होगी बहाल

अब ब्रह्मकमल को बाबा केदार के चरणों में अर्पित किया जाएगा. वहीं, आश्रम में आने वाले तीर्थयात्रियों ने भी उत्तराखंड के राज्य पुष्प के खिलने से खुशी व्यक्त की है. बताते चलें कि पूर्व में केदारनाथ में पुलिस द्वारा तैयार ब्रह्मवाटिका में बड़ी मात्रा में ब्रह्मकमल खिलते रहे हैं.

रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम में मई महीने में ही ब्रह्मकमल खिल गये हैं. केदारनाथ से लगे रामानंद आश्रम में तीन ब्रह्मकमल के फूल खिले हैं. ये ब्रह्मकमल भगवान केदारनाथ को अर्पित किये जाएंगे. ब्रह्मकमल उत्तराखंड का राज्य पुष्प ही नहीं, बल्कि एक धार्मिक और औषधीय पौधा भी है.

केदारनाथ में रामानंद आश्रम में ललित राम दास महाराज के प्रयासों से दो बगीचों में ब्रह्मकमल के करीब 124 पौधे हैं. बीते तीन सालों से वह ब्रह्मकमल को अपने आश्रम में संरक्षित कर रहे हैं. भले ही केदारनाथ की ऊंची पहाड़ियों में जुलाई-अगस्त में ब्रह्मकमल खिलता है, मगर ललित महाराज के बगीचे में मई में ही तीन पुष्प खिले हैं, जो अपनी सुंदरता और खुशबू से बगीचे के साथ ही आश्रम को भी महका रहे हैं.
पढ़ें- 1964 की सुनामी में तबाह रामेश्वरम-धनुषकोडी रेलवे लाइन फिर होगी बहाल

अब ब्रह्मकमल को बाबा केदार के चरणों में अर्पित किया जाएगा. वहीं, आश्रम में आने वाले तीर्थयात्रियों ने भी उत्तराखंड के राज्य पुष्प के खिलने से खुशी व्यक्त की है. बताते चलें कि पूर्व में केदारनाथ में पुलिस द्वारा तैयार ब्रह्मवाटिका में बड़ी मात्रा में ब्रह्मकमल खिलते रहे हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.