रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम में यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए इस बार जिला प्रशासन की ओर से टेंट कॉलोनी बनाई जाएगी. जिसमें धाम में दो हजार से अधिक तीर्थयात्री रह सकेंगे. इसके अलावा यात्रा पड़ावों में भी रहने की अतिरिक्त व्यवस्था की जा रही है. वहीं, जिला प्रशासन की मानें तो इस साल यात्रा में आने वाले तीर्थयात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी. साथ ही गौरीकुंड से केदारनाथ धाम तक 11 हजार तीर्थयात्रियों की रूकने की व्यवस्था की जाएगी.
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आगामी केदारनाथ यात्रा की व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद करने के लिए जिला प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है. इस साल केदारनाथ धाम तक 11 हजार यात्रियों को ठहराने की व्यवस्था होगी, जो बीते सालों से अधिक है. वहीं, डीएम मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि पैदल मार्ग पर हर हाल में 26 फरवरी से बर्फ हटाने का काम शुरु होगा. उन्होंने कहा कि यात्रा मार्ग में भीमबली में एक हजार, लिनचौली में दो हजार और केदारनाथ और बेस कैंप में आठ हजार लोगों की रहने की व्यवस्था की जाएगी.
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केदारनाथ धाम में डेढ़ करोड़ का प्रस्ताव भेजा गया है. जिसमें दो सौ टेंटों की कॉलोनी बनाई जाएगी. उन्होंने बताया कि यात्रा शुरू होने तक अगर बर्फ ज्यादा रहती है तो उसके बाद भी कार्य किया जाएगा. उन्होंने बताया कि अगर टेंट कॉलोनी केदारनाथ धाम में यात्रा से पहले लग जाएगी तो दो हजार तीर्थयात्रियों की रहने की व्यवस्था हो जाएगी. जहां धाम में पहले 6 हजार तीर्थयात्रियों की रहने की व्यवस्था होती थी. वहीं दो हजार तीर्थयात्रियों को रहने और अधिक सुविधा मिल जाएगी. गौरीकुंड से लेकर केदारनाथ धाम तक 11 हजार तीर्थयात्री रह सकेंगे.