हरिद्वार/रुद्रप्रयाग: धर्मनगरी हरिद्वार में भी तीर्थ-पुरोहितों ने चारधाम देवस्थानम प्रबंधन (चारधाम श्राइन बोर्ड) का विरोध शुरू कर दिया है. इनता ही नहीं तीर्थ-पुरोहितों ने इस मामले पर जनजागरण कर आंदोलन करने की चेतावनी भी दी है. साथ ही चारधाम यात्रा के विरुद्ध देश भर में प्रचार प्रसार करने की बात भी कही.
बुधवार को इस मसले पर हरिद्वार और चारधाम के तीर्थ-पुरोहितों ने हरिद्वार प्रेस क्लब में सयुक्त रूप से पत्रकारों से साथ वार्ता की. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार ने चारधाम श्राइन बोर्ड पर अपना फैसला वापस नहीं लिया तो कपाट खुलने से पहले देव डोलियां नहीं उठने देंगे. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि वे चारधाम यात्रा का भी विरोध करेंगे.
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तीर्थ-पुरोहितों का कहना है कि वे मंदिरो में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को विधि विधान से पूजा अर्चना कराकर अपना जीवन यापन करते हैं. बावजूद सरकार तीर्थ-पुरोहितों के पेट पर लात मारने का काम कर रही है. जिसे वे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे.
रुद्रप्रयाग में भी प्रदर्शन
रुद्रप्रयाग में भी तीर्थ-पुरोहितों ने चारधाम देवस्थानम प्रबंधन विधेयक का विरोध किया. यहां उन्होंने मुख्यमंत्री और पर्यटन मंत्री का पुतला दहन भी किया. तीर्थ-पुरोहितों ने कहा कि जब तक विधेयक वापस नहीं लिया जाएगा, तब तक विरोध जारी रहेगा.