रुद्रप्रयाग: केदारनाथ यात्रा के दौरान यात्रा पर आने वाले यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए जिले के यात्रा मार्गों पर दो सीओ समेत लगभग साढे़ चार सौ पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है. इसके साथ ही संबंधित प्रभारियों को सुरक्षा की दृष्टि से आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं. रुद्रप्रयाग से गौरीकुंड तक व्यापारियों से सहयोग की अपेक्षा भी की गई है. वहीं, 19 सितंबर को 760 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर पर मत्था टेका है.
पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने बताया कि केदारनाथ धाम आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए जिले में व्यवस्थाएं चाक-चौबंद की गई हैं. जिला चारधाम यात्रा मार्ग से जुड़ा है, इसलिए विभिन्न यात्रा मार्ग के लिए दो पुलिस उपाधीक्षक, तीन निरीक्षक, एक निरीक्षक यातायात के साथ ही 18 उप निरीक्षक, पांच महिला उपनिरीक्षक, 6 उपनिरीक्षक विशेष श्रेणी, 107 कांस्टेबल, 40 महिला कॉन्स्टेबल, 65 होमगार्ड, 115 पीआरडी जवान, 2 प्लाटून पीएसी, 4 सब टीम एसडीआरएफ, 12 यातायात पुलिस कर्मी, 4 फायरमैन, 2 उपनिरीक्षक अभिसूचना, 2 आरक्षी अभिसूचना, 1 संचार कर्मी नियुक्त किए गए हैं.
पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने बताया कि शासन से मिले निर्देशों के मुताबिक जिला पुलिस के स्तर से बैरियरों व चेक पोस्टों पर आवश्यक पुलिस बल की नियुक्ति की गई है. एसपी ने बताया कि यात्रियों की सुविधा के दृष्टिगत जिले की सीमा एवं चेक पोस्टों पर सूचना प्रदर्शन फ्लेक्स भी लगाए गए हैं. सोनप्रयाग प्रभारी को समस्त होटल व्यवसायी, स्थानीय व्यापार मंडल एवं अन्य पदाधिकारियों के साथ गोष्ठी कर एसओपी के निर्देशों का पालन कराने के निर्देश दिए गए हैं.
उन्होंने बताया कि जिले की सीमा पर स्थित सिरोबगड़ बैरियर पर नियुक्त पुलिस कर्मियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए यात्रियों के ई-पास चेक करने के लिए कहा है. उन्होंने तीर्थ यात्रियों से सरकार द्वारा जारी एसओपी तथा कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन करते हुए केदारनाथ धाम के दर्शन करने की अपील की है.
ये भी पढ़ेंः शाम 4 बजे के बाद यमुनोत्री धाम के दर्शन नहीं कर पाएंगे श्रद्धालु, जाने क्यों?
रविवार को 760 श्रद्धालुओं ने किए दर्शनः रविवार 19 सितंबर को केदारनाथ धाम में 760 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए. इसमें 646 पुरुष, 93 महिलाएं और 21 बच्चे शामिल थे. अभी तक 1045 श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं.
ऐसे करें रजिस्ट्रेशन: केदारनाथ धाम में प्रतिदिन 800 श्रद्धालुओं, बद्रीनाथ धाम में 1000, गंगोत्री में 600, यमनोत्री धाम में कुल 400 श्रद्धालुओं के जाने की अनुमति दी की गयी है. चारधाम यात्रा पर उत्तराखंड से बाहर के श्रद्धालुओं के लिए देहरादून स्मार्ट सिटी पोर्टल http://smartcitydehradun.uk.gov.in में रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है और ई- पास के लिए देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट www.devasthanam.uk.gov.in या http://badrinah-Kedarnath.uk.gov.in प्रत्येक श्रद्धालु को कोविड निगेटिव रिपोर्ट अथवा दोनों डोज वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट जमा करना है. उत्तराखंड के लोगों को स्मार्ट सिटी पोर्टल में पंजीकरण की आवश्यकता नहीं है.
केदारनाथ के लिए 2160 ई-पास जारीः गढ़वाल आयुक्त एवं उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन ने बताया कि रविवार को बदरीनाथ धाम के लिए 1645, केदारनाथ के लिए 2160, गंगोत्री के लिए 788, और यमुनोत्री धाम के लिए 598 ई-पास जारी किये गए हैं. ऐसे में अब तक कुल 42 हजार से अधिक ई-पास जारी किये गए हैं. जिनमें दिन तक बदरीनाथ धाम 9989, केदारनाथ हेतु 18934, गंगोत्री हेतु 4727, यमुनोत्री हेतु 4361 ई-पास जारी हो चुके है. अभी लगातार ई-पास जारी किए जा रहे हैं.