रुद्रप्रयाग: आखिरकार लंबे इंतजार के बाद केदारनाथ धाम तक पैदल मार्ग से आवाजाही शुरू हो गई है. मजदूरों ने भीषण ठंड और बर्फबारी के बीच बड़े-बड़े ग्लेशियरों को काटकर धाम तक रास्ता तैयार कर दिया है. रास्ता तैयार होने के बाद केदारनाथ धाम में यात्रा तैयारियां तेज हो गई हैं. यात्रा तैयारियों का जायजा लेने के लिए डीएम मयूर दीक्षित ने गौरीकुंड से केदारनाथ धाम तक पैदल मार्ग का निरीक्षण किया. पुलिस की ओर से भी इस बार यात्रा के लिये पहले से ही तैयारियां की गई हैं. रुद्रप्रयाग पुलिस के 5 पुलिस थाने, 9 पुलिस चैकियां, 3 अस्थायी पुलिस चैकियां यात्रा मार्ग पर संचालित होंगी.
केदारनाथ धाम तक पैदल मार्ग से बर्फ हटाने के लिए मजदूरों को लगभग दो माह का समय लगा है. मार्च प्रथम सप्ताह में एक बार पूरे मार्ग से बर्फ हटाकर आवाजाही शुरू हो गई थी, लेकिन फिर लगातार बर्फबारी होने के कारण पैदल मार्ग जहां बर्फ से ढक गया, वहीं भैरव गदेरा और कुबेर गदेरा में ग्लेशियर टूट गये. जिसके कारण मार्ग पर आवाजाही बंद हो गई. मजदूरों ने 15 फीट से भी बड़े-बड़े ग्लेशियरों को काटकर रास्ता तैयार किया है. यह ग्लेश्यिर पचास मीटर से भी लंबे हैं. यात्रा के शुरूआती चरणों में यात्रियों को इन ग्लेशियरों से होकर ही आवाजाही करनी होगी. पैदल मार्ग तैयार होने के बाद यात्रा से जुड़े विभागों के अधिकारी भी यात्रा तैयारियां करने के लिये धाम पहुंचने लग गये हैं.
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अब यात्रा शुरू होने में 15 दिन का ही समय बचा है. ऐसे में समय पर कार्य पूर्ण किये जाने आवश्यक हैं. रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने भी पैदल मार्ग से केदारनाथ धाम पहुंचकर यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लिया. उन्होंने यात्रा से जुड़े विभागों के अधिकारियों को कार्य समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिये. डीएम ने कहा केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के लिए कम ही समय शेष रह गया है, इसके लिए जो भी व्यवस्था एवं जो भी कार्य किए जाने हैं, सभी पूरे कर लिये जायें.
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पुलिस प्रशासन इस बार की यात्रा के लिये पहले से ही तैयार है. रुद्रप्रयाग पुलिस के 5 पुलिस थाने, 9 पुलिस चैकियां, 3 अस्थायी पुलिस चैकियां यात्रा मार्ग पर संचालित होंगी. यात्रियों की मदद के लिये पर्यटन पुलिस की भी तैनाती की गयी है. किसी भी आपात स्थिति व आपदा की स्थिति में रेस्क्यू टीमें, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, फायर सर्विस, आपदा प्रबन्धन की टीमें भी तैयार रहेंगी. इनके अतिरिक्त यात्रा मार्ग पर बिछड़ने पर उनकी ढूंढ खोज व मिलाने हेतु पुलिस टीमें तैनात रहेंगी. सभी पुलिस चैकियां एक दूसरे से वायरलेस सेट के माध्यम से जुड़ी रहेंगी. किसी भी प्रकार की समस्या के लिए डायल 112 या पुलिस नियंत्रण कक्ष रुद्रप्रयाग के नम्बर 7579257572 पर कॉल कर सकते हैं.
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पुलिस अधीक्षक विशाखा अशोक भदाणे ने केदारनाथ यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों को संदेश देते हुए बताया कि चारधाम यात्रा हरिद्वार या ऋषिकेश से प्रारम्भ होती है. ऋषिकेश से रुद्रप्रयाग तक की दूरी तकरीबन 140-150 किमी के आसपास है. रुद्रप्रयाग से सोनप्रयाग तक की दूरी करीब 70 किमी है. आने वाले श्रद्धालुओ के लिए सीतापुर व सोनप्रयाग में भुगतान के आधार पर पार्किंग की सुविधा उपलब्ध है. केदारनाथ धाम की यात्रा हेलीकॉप्टर अथवा पैदल माध्यम से संचालित होती है. हेली सेवाओं के लिये इस बार की बुकिंग आईआरसीटीसी की वेबसाइट से प्रारम्भ हो रही है. हेली बुकिंग ऑनलाइन होती है. हेली से यात्रा करने की दशा में अभी से हेली सेवा की बुकिंग की जा सकती है. हेली सर्विस जनपद के गुप्तकाशी, फाटा, व सिरसी के करीब 9 हैलीपैडों से संचालित होगी. किसी भी प्रकार के वाहनों को सोनप्रयाग से आगे नहीं जाने दिया जायेगा. सोनप्रयाग से गौरीकुण्ड तक जाने के लिये शटल सेवा का प्रयोग करना होगा. इस सेवा के लिये स्थानीय स्तर पर वाहन लगे होंगे. उन्होंने कहा केदारनाथ धाम में मौसम चुनौतीपूर्ण रहता है, यहां पर काफी ठण्ड व मौसम खराब रहने की सम्भावना बनी रहती है. ऐसे में यहां पर आने के लिये अपने साथ गर्म कपड़े, बदलते मौसम के दृष्टिगत बरसाती, छाते इत्यादि होने आवश्यक है. स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं का ब्यौरा अपने पंजीकरण के साथ अवश्य दें. भौगोलिक स्थितियों के अनुसार अपना मेडिकल चेकअप, जरूरी दवाईयां लेकर चलें.