रुद्रप्रयाग: सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में समस्याओं के समाधान करने और केंद्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए सुशासन सप्ताह के अंतर्गत प्रशासन आपके द्वार कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसी क्रम में शनिवार को जिलाधिकारी मयूर दीक्षित (Rudraprayag DM Mayur Dixit) की अध्यक्षता में कालीमठ घाटी की अंतिम ग्राम पंचायत चैमासी में ग्राम चौपाल का आयोजन (Village Chaupal organized in Chamasi) किया गया. जिसमें क्षेत्र वासियों एवं जनप्रतिनिधियों की समस्याओं को प्रमुखता से सुना (Rudraprayag's DM Mayur Dixit heard the problems) गया.
चौपाल में जिलाधिकारी ने बताया कि सुशासन सप्ताह के अंतर्गत जनपद स्तरीय अधिकारियों द्वारा ग्राम स्तर पर चौपाल कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है. इसी क्रम में सुदूर ग्राम पंचायत चैमासी में चौपाल आयोजित की गई. उन्होंने कहा कि कुछ ऐसी समस्याएं प्राप्त हुई हैं, जिनमें धनराशि की आवश्यकता होगी. ऐसे प्रस्तावों पर जनपद स्तर और आवश्यकता होने पर शासन से धनराशि की मांग की जाएगी.
उन्होंने बताया कि स्थानीय लोगों की मांग पर केदारघाटी अथवा रामबाड़ा, सोनप्रयाग आदि से जोड़ने की मांग पर भी वार्ता की गई. इस दौरान उन्होंने निर्माणाधीन पर्यटन सूचना केंद्र को पहाड़ी शैली में तैयार करने के निर्देश दिए. साथ ही सड़क मार्ग एवं प्रतीक्षालय का निरीक्षण भी किया. चौपाल के दौरान संबंधित अधिकारियों ने सरकार की ओर से संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी ग्रामीणों को दी. स्थानीय लोगों की मांग पर जिलाधिकारी ने कालीमठ में शिक्षा विभाग की बिल्डिंग पर पटवारी चौकी संचालित करने के निर्देश दिए.
ये भी पढ़ेंः गढ़वाल विवि और आर्यभट्ट शोध संस्थान के बीच MoU साइन, तकनीक भी करेंगे साझा
ग्राम चौपाल कार्यक्रम में चैमासी के प्रधान मुलायम सिंह ने ग्राम पंचायत चैमासी से रामबाड़ा सड़क मार्ग निर्माण के लिए संयुक्त निरीक्षण करने, प्राथमिक विद्यालय में एकल अध्यापक होने, चैमासी-चिलौंड सरस्वती नदी पर पुलिया निर्माण करने तथा चौपाल में बन रहे पर्यटन सूचना केंद्र के निर्माण में धन का अभाव होने की समस्याएं रखी. कोटमा की प्रधान आशा देवी ने ग्राम पंचायत कोटमा में राष्ट्रीयकृत बैंक शाखा खोलने तथा छात्र-छात्राओं की सुरक्षा के दृष्टिगत प्राथमिक विद्यालय कोटमा में सुरक्षा दीवार निर्माण की मांग की तथा ग्रामीणों ने गांव में जंगली जानवरों का आतंक होने पर आवश्यक कार्रवाई करने की मांग की.
वहीं, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कालीमठ घाटी में महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से एनआरएलएम द्वारा संचालित महिला स्वयं सहायता समूहों के कार्यों का निरीक्षण किया. इस अवसर पर उन्होंने जाल-मल्ला में नारी शक्ति ग्राम संगठन द्वारा शुरू की गई व डोना पत्तल एवं गिलास यूनिट का शुभारंभ भी किया.