रुद्रप्रयाग/टिहरी: उत्तराखंड में 14 फरवरी को विधानसभा चुनाव (Assembly elections on February 14) के लिए मतदान होंगे. जिसको लेकर जिला प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. इसी कड़ी में रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन तैयारी में जुट गया है. इस बार जनपद में 1 लाख 92 हजार 724 मतदाता मतदान करेंगे.
प्रशासन ने मतदान के लिए रुद्रप्रयाग और केदारनाथ विधानसभा सीट में 361 मतदान केंद्र (361 Polling Stations in Rudrprayag and Kedarnath Assembly) बनाये हैं. केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र में दो और रुद्रप्रयाग विधानसभा क्षेत्र में पांच नये मतदान स्थल भी बनाये गये हैं. इस बार दोनों विधानसभा सीटों में साढ़े चार हजार मतदाताओं की संख्या में भी वृद्धि हुई है. क्षेत्रफल और जनसंख्या के हिसाब से रुद्रप्रयाग जनपद बेहद छोटा जनपद है.
रुद्रप्रयाग जनपद में मात्र दो विधानसभा सीटें केदारनाथ और रुद्रप्रयाग स्थित हैं. दोनों विधानसभा सीटों में आय का प्रमुख साधन चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) और तीर्थाटन है. रुद्रप्रयाग और केदारनाथ विधानसभा सीट में इस बार साढ़े चार हजार के करीब मतदाता बढ़े हैं. केदारनाथ और रुद्रप्रयाग विधानसभा सीट में महिला मतदाता अधिक हैं. केदारनाथ विधानसभा सीट में महिला मतदाता 45,518 हैं तो पुरुष मतदाता 43,955 हैं. कुल मिलाकर केदारनाथ विधानसभा सीट में मतदाताओं की संख्या 89,473 है.
जनसंख्या के हिसाब से रुद्रप्रयाग विधानसभा सीट में मतदाताओं की संख्या अधिक है. रुद्रप्रयाग विधानसभा सीट में महिला मतदाता 51,862 हैं तो पुरुष मतदाता 51,389 हैं. कुल मिलाकर रुद्रप्रयाग विधानसभा सीट में 1 लाख 3 हजार 251 मतदाता हैं. दोनों विधानसभा सीट में कुल 361 मतदान केंद्र बनाये गये हैं, जिनमें 173 केदारनाथ में और 188 रुद्रप्रयाग विधानसभा सीट में मतदान केंद्र बनाये गये हैं. दोनों विधानसभा सीटों में 40 ऐसे भी मतदान स्थल चिन्हित किये गये हैं, जो दूरस्थ क्षेत्रों में हैं या फिर अतिसंवेदनशील हैं.
केदारनाथ और रुद्रप्रयाग विधानसभा सीट में 5,388 सर्विस मतदाता भी हैं. केदारनाथ में 3207 तो रुद्रप्रयाग में 2181 सर्विस मतदाता हैं. दोनों विधानसभा सीटों में 4 हजार 92 मतदाता ऐसे हैं, जो 80 वर्ष पार कर चुके हैं. रुद्रप्रयाग और केदारनाथ विधानसभा सीट में कुल मिलाकर 2121 दिव्यांग मतदाता भी हैं. केदारनाथ में 959 तो रुद्रप्रयाग में 1162 मतदाता हैं.
रुद्रप्रयाग विधानसभा सीट में तीन और केदारनाथ में दो जोनल मजिस्ट्रेट बनाये गये हैं. केदारनाथ में 16, रुद्रप्रयाग में 27 ऐसे मतदान स्थल हैं, जो बर्फ से प्रभावित हो सकते हैं. रुद्रप्रयाग जिलाधिकारी मनुज गोयल ने बताया चुनाव आचार संहिता लगते ही प्रशासन ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. दोनों विधानसभाओं में आरओ, सेक्टर मजिस्ट्रेट आदि की तैनाती गई है. प्रत्येक गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही है. जो भी आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए पाया जाता है तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी को लेकर भी प्रशासन सतर्कता बरते हुए है. इस बार साढ़े चार हजार नये मतदाता हैं, जो अपने मत का प्रयोग करेंगे.
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वहीं, टिहरी जनपद की पुलिस ने चुनाव को लेकर सुरक्षा समेत तमाम तैयारियों को पूरा कर लिया है. जिले और थाना क्षेत्रों के नाकों पर चेकिंग से लेकर सुरक्षा से जुड़े सभी व्यवस्थाओं को मुकम्मल करने के लिए दो कंपनी बीएसएफ भी जिले में पहुंच चुकी हैं. जिनमें से एक कंपनी की तैनाती मुनि की रेती क्षेत्र, जबकि दूसरी कंपनी को जनपद के अन्य इलाकों में ड्यूटी पर लगाया गया है.
एसएसपी नवनीत भुल्लर ने बीएसएफ समेत पुलिस कर्मियों को मुनि की रेती में ब्रीफ किया. इस दौरान उन्हें ड्यूटी समेत अन्य व्यवस्थाओं से अवगत कराया. खासकर एसएसपी ने सुरक्षाकर्मियों को स्थानीय लोगों के साथ व्यवहार मधुर रखने के निर्देश दिए. लाइसेंस धारी शस्त्र धारकों को चेताया कि 2 दिन के भीतर वह संबंधित थाना क्षेत्रों में अपने अमलीजामा करा दें. ऐसा नहीं होने पर उन्होंने संबंधित व्यक्तियों के शस्त्र लाइसेंस निरस्त करने की संस्तुति करने की बात भी कही है.
एसएसपी ने बीएसएफ के जवानों से सुझाव भी मांगे. मीडिया से बातचीत करते हुए एसएसपी ने बताया कि जनपद में चुनाव की तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं. अवैध शराब और मादक पदार्थों की तस्करी पर पुलिस अपनी नजर बनाए हुए हैं. असामाजिक तत्वों के खिलाफ भी पुलिस अभियान चला रही है. चुनाव प्रभावित न हो इसके लिए पूरे जनपद के हिस्ट्रीशीटर को भी तलब कर सख्त हिदायत दे दी गई है. फिलहाल दो हिस्ट्रीशीटर जनपद से फरार चल रहे हैं, जिन्हें जल्द पकड़ने का दावा भी एसएसपी ने किया है.
वहीं, एसएसपी ने कहा उत्तराखंड में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए चुनाव सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से संपन्न कराना पुलिस के लिए चुनौती है. इस चुनौती को आमजन के सहयोग से कम किया जा सकता है. इसलिए वह नागरिकों से अपील करते हैं कि शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने में पुलिस को अपना सहयोग दें. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मास्क पहने और सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करें. यदि उनकी अपील पर नागरिक ध्यान नहीं देते तो पुलिस को नियम तोड़ने वालों के खिलाफ चालान और मुकदमा पंजीकृत करने के निर्देश दे दिए गए हैं.