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आपदा के बाद पहली बार वीरान हुआ बाबा केदार का धाम, जानें वजह

केदारनाथ धाम में दिसम्बर महीने में काफी ज्यादा बर्फबारी हुई है. अभी भी धाम में पांच फीट तक बर्फ जमा है. बर्फबारी से केदारपुरी के रास्ते ढक चुके हैं. जिस वजह से वहां से सभी टीमें लौट आई हैं.

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आपदा के बाद पहली बार विरान हुई केदारपुरी
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Published : Dec 27, 2019, 6:36 PM IST

Updated : Dec 27, 2019, 7:16 PM IST

रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम में आपदा के बाद ऐसा पहली बार हुआ है कि जब कोई भी व्यक्ति धाम में मौजूद नहीं है. केदारनाथ में हो रही भारी बर्फबारी के कारण यहां हालात और भी कठिन हो चुके हैं. जिसके कारण पुनर्निर्माण काम में लगे मजदूर भी गौरीकुंड और सोनप्रयाग वापस लौट चुके हैं.

आपदा के बाद पहली बार विरान हुई केदारपुरी

दरअसल, केदारनाथ धाम में दिसम्बर महीने में काफी ज्यादा बर्फबारी हुई है. जिसके कारण अभी भी धाम में पांच फीट तक बर्फ जमा है. बर्फबारी से केदारपुरी के रास्ते ढक चुके हैं. धाम में चारों ओर बर्फ ही बर्फ नजर आ रही है. धाम में जहां भी पुनर्निर्माण कार्य होने हैं वहां बर्फ की मोटी दीवारें बन चुकी हैं. ऐसे में फिलहाल यहां काम कर पाना संभव नहीं है.

पढ़ें- नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : गाना गाकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं मंडला के श्याम बैरागी

इसके अलावा भारी बर्फबारी के कारण यहां बिजली और पानी की आपूर्ति भी पूरी तरह से ठप हो गई है. ऐसे में यहां रहना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है. विपरीत हालातों को देखते हुए धाम में पुनर्निर्माण कार्य में लगे मजदूर गौरीकुंड और सोनप्रयाग वापस लौट चुके हैं. इसके अलावा पुलिस के सात जवान और वुड स्टोन कार्य में लगे 11 मजदूर भी नीचे की तरफ लौट आये हैं.

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वुड स्टोन टीम के प्रभारी के मुताबिक अगर इस बीच बर्फ नहीं गिरती है तो पन्द्रह दिनों बाद फिर से केदारनाथ धाम का जायजा लिया जाएगा. वुड स्टोन के प्रभारी मनोज सेमवाल ने बताया कि केदारनाथ में अब सीमेंट के ही कार्य होने शेष हैं, लेकिन बर्फ होने के कारण अभी ये काम नहीं किये जा सकते हैं इसलिए पूरी टीम वापस लौट गई है.

रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम में आपदा के बाद ऐसा पहली बार हुआ है कि जब कोई भी व्यक्ति धाम में मौजूद नहीं है. केदारनाथ में हो रही भारी बर्फबारी के कारण यहां हालात और भी कठिन हो चुके हैं. जिसके कारण पुनर्निर्माण काम में लगे मजदूर भी गौरीकुंड और सोनप्रयाग वापस लौट चुके हैं.

आपदा के बाद पहली बार विरान हुई केदारपुरी

दरअसल, केदारनाथ धाम में दिसम्बर महीने में काफी ज्यादा बर्फबारी हुई है. जिसके कारण अभी भी धाम में पांच फीट तक बर्फ जमा है. बर्फबारी से केदारपुरी के रास्ते ढक चुके हैं. धाम में चारों ओर बर्फ ही बर्फ नजर आ रही है. धाम में जहां भी पुनर्निर्माण कार्य होने हैं वहां बर्फ की मोटी दीवारें बन चुकी हैं. ऐसे में फिलहाल यहां काम कर पाना संभव नहीं है.

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इसके अलावा भारी बर्फबारी के कारण यहां बिजली और पानी की आपूर्ति भी पूरी तरह से ठप हो गई है. ऐसे में यहां रहना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है. विपरीत हालातों को देखते हुए धाम में पुनर्निर्माण कार्य में लगे मजदूर गौरीकुंड और सोनप्रयाग वापस लौट चुके हैं. इसके अलावा पुलिस के सात जवान और वुड स्टोन कार्य में लगे 11 मजदूर भी नीचे की तरफ लौट आये हैं.

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वुड स्टोन टीम के प्रभारी के मुताबिक अगर इस बीच बर्फ नहीं गिरती है तो पन्द्रह दिनों बाद फिर से केदारनाथ धाम का जायजा लिया जाएगा. वुड स्टोन के प्रभारी मनोज सेमवाल ने बताया कि केदारनाथ में अब सीमेंट के ही कार्य होने शेष हैं, लेकिन बर्फ होने के कारण अभी ये काम नहीं किये जा सकते हैं इसलिए पूरी टीम वापस लौट गई है.

Intro:आपदा से पहले जैसा हुआ केदारपुरी का नजारा, चारों ओर बर्फ ही बर्फ
पहली बार केदारनाथ धाम में आपदा के बाद नहीं है कोई भी व्यक्ति
केदारधाम में बर्फवारी ने बढ़ाई दिक्कतें, पुनर्निर्माण कार्य ठप
केदारनाथ से वापस लौटे मजदूर और पुलिसकर्मी
वुड स्टोन कंस्ट्रक्शन कंपनी के मजदूर भी लौटे
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ धाम में ऐसा आपदा के बाद हुआ है कि जब कोई भी व्यक्ति धाम में मौजूद नहीं है। इससे पहले ऐसा नजारा धाम में आपदा से पहले हुआ करता था। केदारनाथ में आई आपदा के बाद से धाम में निरंतर शीतकाल में भी पुनर्निर्माण कार्य में मजदूर जुटे हुए हैं, मगर दिसम्बर माह के शुरूआत से ही लगातार हो रही बर्फवारी ने यहां रह रहे लोगों की मुसीबतों को बढ़ा दिया, जिस कारण सभी लोग धाम को छोड़कर गौरीकुंड और सोनप्रयाग लौट आए हैं। केदारनाथ में अब कोई भी नहीं है। धाम में बर्फबारी ने सभी की मुश्किलें बढ़ा दी थी, जिस कारण पुनर्निर्माण कार्य न होने से वुड स्टोन के मजदूर और पुलिस की टीम वापस लौट आई है। Body:दरअसल, केदारनाथ धाम में दिसम्बर माह में काफी ज्यादा बर्फवारी हुई है, जिस कारण अभी भी धाम में पांच फीट तक बर्फ जमी हुई है। बर्फवारी से रास्ते ढक चुके हैं तो धाम में चारों ओर बर्फ ही बर्फ नजर आ रही है। जहां भी पुनर्निर्माण कार्य होने हैं, वहां बर्फ की मोटी दीवारें बनी हैं। ऐसे में फिलहाल यहां कोई काम नहीं हो पा रहा है, जबकि ठंड भी रिकार्ड तोड़ हो रही है। पानी पूरी तरह जम चुका है, जबकि बिजली आपूर्ति ठप है। ऐसे में यहां रहना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है। धाम से पुलिस के सात जवान वापस लौट आए हैं। जिलाधिकारी से वार्ता कर पुलिस कर्मियों की सुरक्षा को देखते हुए उन्हें वापस बुलाया गया, जबकि वुड स्टोन के 11 मजदूर भी वापस लौट आए हैं। अब केदारनाथ में कोई भी नहीं है। केदारनाथ धाम में आपदा के बाद ऐसा पहली बार हुआ है, जब धाम में कोई भी नहीं है, जबकि आपदा से पहले शीतकाल में धाम में कोई भी नहीं रहता था। ऐसा ही अब यहां का नजारा भी बन गया है। धाम में कोई भी व्यक्ति मौजूद नहीं है। वुड स्टोन के मुताबिक यदि इस बीच बर्फ नहीं गिरी तो पन्द्रह दिनों बाद फिर से केदारनाथ धाम का जायजा लिया जाएगा, मगर यदि बर्फबारी हुई तो फिलहाल केदारनाथ जाने का कोई इरादा नहीं होगा। इधर, पुलिस भी स्थिति को देखते हुए ही आगे निर्णय लेगी। वुड स्टोन के प्रभारी मनोज सेमवाल ने बताया कि केदारनाथ में अब सीमेंट के ही कार्य होने हैं, लेकिन बर्फ होने से यहां कोई भी सीमेंट का कार्य नहीं हो सकता है। इसलिए पूरी टीम वापस लौट गई है। प्रभारी पुलिस अधीक्षक स्वप्न कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस की हट से पांच फीट ऊपर बर्फ है, जिससे कभी भी कोई मुसीबत आ सकती थी। सुरक्षा की दृष्टि से पूरी टीम को वापस बुलाया गया है। उन्होंने कहा कि बर्फवारी कम होने के बाद पुलिस के जवानों को सुरक्षा के लिहाज से धाम भेज दिया जायेगा।Conclusion:
Last Updated : Dec 27, 2019, 7:16 PM IST
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