रुद्रप्रयागः उत्तराखंड में एक बार फिर से मौसम का मिजाज बदलने जा रहा है. मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया है. इसी कड़ी में केदारनाथ धाम समेत निचले क्षेत्रों में बारिश होने लगी है. केदारनाथ में रोजाना करीब 25 हजार यात्री दर्शन करने पहुंच रहे हैं. अब अगर बारिश होती है तो इसका असर यात्रा पर पड़ सकता है. मौसम विभाग के अलर्ट के बाद प्रशासन भी अलर्ट मोड पर नजर आ रहा है.
उत्तराखंड में मौसम ऐसा रहेगाः मौसम विभाग के मुताबिक, आज शाम या फिर रात से बारिश के साथ ही ओलावृष्टि की आशंका हैं. खासकर देहरादून, उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह की मानें तो 29 मई से लेकर 1 जून तक पर्वतीय जिलों के अनेक क्षेत्रों और मैदानी जिलों के कुछ स्थानों पर बारिश समेत आंधी तूफान की एक्टिविटी होने की संभावना है. 31 मई को एक्टिविटी का पीक रहेगा. ऐसे में बारिश, ओलावृष्टि, आंधी तूफान और बिजली गिरने की संभावना को लेकर अलर्ट जारी किया गया है.
विक्रम सिंह ने बताया कि इस दौरान मैदानी जिलों जैसे हरिद्वार, देहरादून, नैनीताल, उधम सिंह नगर और पौड़ी जिले के मैदानी इलाकों में 60 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी. यह जिले आंधी तूफान की वजह से प्रभावित रहेंगे. उन्होंने बताया कि 29 मई से लेकर 31 मई तक इन जिलों में मौसम बदलने के कारण पेड़ गिरने, कच्चे मकान टूटने की घटनाएं देखने को मिल सकती हैं. उन्होंने बताया कि इस नेचुरल एक्टिविटी से बचने की जरूरत है.
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केदारनाथ में मौसम बिगड़ा, यात्रा पर असर पड़ने की संभावनाः केदारनाथ यात्रा में इस बार मौसम का असर देखने को मिल रहा है. धाम में बर्फबारी तो निचले क्षेत्रों में बारिश हो रही है. हालांकि, इस बर्फबारी और बारिश का कोई भी असर यात्रा पर नहीं पड़ रहा है. धाम में लगातार यात्रियों का तांता लगा हुआ है. बर्फबारी के बाद ठंड लगने से यात्री भी बीमार हो रहे हैं. बीमार यात्रियों को एयर एंबुलेंस के जरिए हायर सेंटर भेजा रहा है. अभी तक 56 गंभीर बीमार यात्रियों को एयर एंबुलेस के जरिए अस्पताल भेजा गया है. जबकि, 1500 से ज्यादा लोगों को ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध करा दी गई है.
मौसम विभाग के अलर्ट के बाद प्रशासन और पुलिस भी सतर्क हो गई है. यात्रियों की सुरक्षा के लिए पैदल यात्रा मार्ग समेत धाम में एनडीआरएफ, डीडीडीआरएफ, वाईएमएफ और एसडीआरएफ के करीब 500 जवान तैनात हैं. मौसम के साफ होने पर ही यात्रा सुचारू रखी जाएगी. यदि मौसम ज्यादा खराब होता है तो कुछ समय के लिए यात्रा को स्थगित भी करना पड़ सकता है. प्रशासन की ओर से लगातार यात्रियों से अपील की जा रही है कि वे अपने साथ गर्म कपड़े और आवश्यक दवाइयां साथ लाएं. साथ ही मौसम साफ होने पर ही यात्रा करें.
लगातार बिगड़ते मौसम के कारण केदारनाथ यात्रा में तीर्थयात्रियों की तबीयत भी खराब हो रही है. जिन तीर्थ यात्रियों की केदारनाथ धाम के अलावा अन्य पड़ावों में तबीयत ज्यादा खराब हो रही है. उन्हें तत्काल एयर एंबुलेंस और हेली सेवाओं के जरिए हायर सेंटर भेजा जा रहा है. यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखा जा रहा है. जिन तीर्थ यात्रियों को एयर एंबुलेंस के जरिए हायर सेंटर भेजा गया, उनको बेहतर स्वास्थ्य लाभ मिला है. - मयूर दीक्षित, जिलाधिकारी, रुद्रप्रयाग