रुद्रप्रयाग: पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश कहर बरपा रही है. लोग भयभीत और परेशान हैं. जिला मुख्यालय स्थित पुनाड़ गदेरा उफान पर आ गया है. इस कारण 20 हजार जनसंख्या वाले नगर क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति ठप पड़ चुकी है. गदेरे से सटे आवासीय भवनों को खतरा उत्पन्न हो गया है.
बर्सू ओण तोक का जिला मुख्यालय से संपर्क टूटा
जिला मुख्यालय से सटे ग्राम पंचायत बर्सू के ओण तोक को जोड़ने वाला पैदल मार्ग पुनाड़ गदेरे में बह गया है. यहां के लोगों का संपर्क जिला मुख्यालय से कट चुका है. ग्रामीण पुनाड़ गदेरे का विकराल रूप देखकर भयभीत हैं. आने-जाने के लिए ग्रामीणों के पास सिर्फ दो किमी का रास्ता रह गया है, जो काफी खतरनाक है. ग्रामीणों को इस मार्ग से आने-जाने में डर सता रहा है. ऐसे में ओण तोक के 15 परिवार काफी परेशान हैं.
सुरक्षित स्थानों की ओर गए लोग
वहीं, दूसरी ओर पुनाड़ गदेरे के विकराल रूप धारण करने से आवासीय भवनों को खतरा पैदा हो गया है. पुनाड़ गदेरे के किनारे सैकड़ों आवासीय भवन हैं, जो खतरे के साये में हैं. लोगों ने अपने आवासीय भवन खाली कर दिए हैं और सुरक्षित स्थानों की ओर चले गये हैं. पुनाड़ गदेरे के उफान पर आने से नगर क्षेत्र को जोड़ने वाली पेयजल लाइन भी ध्वस्त हो चुकी है. लोगों के घरों में दो दिन से पानी नहीं आ रहा है. अगर इसी तरह बारिश जारी रही तो स्थिति और भी विकराल हो जायेगी.
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नगर क्षेत्र में कई जगहों पर पुश्ते ध्वस्त हो चुके हैं. अमसारी को जाने वाले पैदल मार्ग पर लाखों की लागत से बनाया गया पुश्ता भी ढह चुका है. यह पुश्ता लोगों के आवासीय भवनों में गिरा. गनीमत रही कि इसकी चपेट में कोई नहीं आया, वरना बड़ा हादसा हो सकता था.