रुद्रप्रयाग: कोरोनाकाल के बढ़ते मामलों को देखते हुए पुलिस लगातार जिले के विभिन्न स्थानों पर लोगों की मदद के लिए पहुंच रही है. उच्छना के पंचम रावत ने चौकी जखोली को अपनी माता के बीमारी की सूचना दी, जिसके बाद प्रभारी जखोली ललित मोहन भट्ट को देहरादून संपर्क कर टैक्सी यूनियन तिलवाड़ा से भी समन्वय स्थापित करते हुए दवाइयां मंगवाकर घर तक पहुंचाई.
बता दें, त्रियुगीनारायण निवासी 81 वर्षीय बुजुर्ग की मदद किए जाने संबंधी सूचना दी. वरिष्ठ उपनिरीक्षक सोनप्रयाग रविंद्र कौशल ने राशन सामग्री उपलब्ध कराई. चौकी प्रभारी घोलतीर आशुतोष चैहान ने शिवानन्दी निवासी एक 72 वर्षीय महिला का हाल चाल पूछा. साथ ही उन्हें आवश्यक खाद्य सामग्री दी. थाना ऊखीमठ पुलिस ने गांधीनगर वार्ड में वृद्व महिला की कुशलक्षेम कर राशन सामग्री दी. चौकी फाटा पुलिस ने जामू गांव का भ्रमण कर जरूरतमंद लोगों की मदद की.
जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस का मिशन हौसला लगातार दिन-प्रतिदिन जरूरतमंद लोगों की मदद का सहारा बनता जा रहा है. थाना गुप्तकाशी पुलिस ने मिशन हौसला के अंतर्गत चलाए जा रहे कार्यक्रम अक्षय पात्र के अन्तर्गत संचालित सचल वाहन के माध्यम से थाना क्षेत्र के अंतर्गत विभिन्न गांवों में जाकर, जरूरतमंद गरीब एवं असहाय लोगों को दवाइयां, मास्क, सैनिटाइजर और राशन आदि का वितरण किया गया. थाना गुप्तकाशी पुलिस ने दूर-दराज के जो गांव सड़क मार्ग से नहीं जुड़े हैं, वहां पैदल पहुंचकर भी जरूरतमंद लोगों की मदद की जा रही है.
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ग्रामीण विकास संस्थान इंस्टीट्यूट जौलीग्रान्ट डोईवाला ने 18 गांवों में पहुंचाई मदद
ग्रामीण विकास संस्थान इंस्टीट्यूट जौलीग्रान्ट डोईवाला ने तुंगनाथ घाटी व मद्महेश्वर घाटी के लगभग 18 गांवों के 220 गरीब, विधवा, विकलांग व अनाथ बच्चों को खाद्यान किट वितरित किए. इसके अलावा इंस्टीट्यूट की ओर से चमोली के रैणी गांव सहित विभिन्न गांवों में निरन्तर सराहनीय कार्य किया जा रहा है. इससे पहले केदारघाटी में 12 सितम्बर 2012 की चुन्नी मंगोली की आपदा के बाद ऊखीमठ क्षेत्र और जून 2013 की आपदा के समय भी इंस्टीट्यूट ने केदार घाटी में स्वास्थ्य शिविर लगाकर आपदा प्रभावितों को स्वास्थ्य सुविधा दी थी. आने वाले समय में इंस्टीट्यूट कालीमठ घाटी के कोटमा में एक विशाल स्वास्थ्य शिविर लगाने जा रहा है.
ग्रामीण विकास संस्थान इंस्टीट्यूट जौलीग्रान्ट के कार्यक्रम समन्यवक सुनील खण्डूरी ने बताया कि विगत दिनों इंस्टीट्यूट द्वारा मद्महेश्वर घाटी की एक गरीब कन्या की डोली विदाई में हरसंभव मदद की थी. इन दिनों वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के कारण जिन लोगों के सामने दो जून की रोटी का संकट बना हुआ है. इंस्टीट्यूट द्वारा उन्हें निरन्तर मदद की जा रही है.