रुद्रप्रयाग: कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर लोगों में खौफ का माहौल बना हुआ है. खतरे को देखते हुए 31 मार्च तक लाॅकडाउन घोषित किया गया है. ऐसे में जहां एक ओर लोग घरों में कैद होकर रह गये हैं, वहीं जनपद रुद्रप्रयाग की सीमाओं पर पुलिस और जिला प्रशासन ने नाकाबंदी कर दी है. जिले की सीमाओं पर सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है. वहीं, प्रशासन की ओर से विदेश व प्रदेशों से अपने गांवों को लौट रहे लोगों को क्वारंटाइन में रखा जा रहा है.
बता दें कि, जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की ओर से विदेश से अपने गांवों को लौट रहे लोगों को लगातार पुलिस की मदद से क्वारंटाइन में रखा जा रहा है. मंगलवार को ऐसे ही 20 और लोगों को तिलवाड़ा गेस्ट हाउस में क्वारंटाइन के लिए रखा गया है. अब यहां एकांतवास में रहने वालों की संख्या 42 हो गई है. कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए विदेश और कई महानगरों से बड़ी संख्या में लोग गांव लौट रहे हैं. जिसके चलते प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग लगातार इन पर नजर रखे हुए है.
मंगलवार को सिरोबगड़ चेकिंग प्वाइंट पर विदेशों एवं अन्य महानगरों से लौटे बीस लोगों को क्वारंटाइन के लिए तिलवाड़ा स्थित जीएमवीएन गेस्ट हाउस में रखा गया है. जबकि पहले से यहां 22 लोग मौजूद हैं. जिसके बाद अब यह संख्या 42 हो गई है. इन सभी का प्रारंभिक स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है. 14 दिनों तक ये सभी इसी स्थान में एकांतवास में रहेंगे. यदि सभी सामान्य रूप से रहे तो इसके बाद उन्हें छोड़ दिया जाएगा. मगर कोई आशंका नजर आई तो उन्हें आइसोलेशन वार्ड में रखने की कार्रवाई की जाएगी.
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वहीं बता दें कि, आइसोलेशन वार्ड कोटेश्वर अस्पताल में भर्ती दो लोगों की स्वास्थ्य जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग ने सैंपल लेते हुए हल्द्वानी लैब भेज दिए हैं. प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने इन दोनों मरीजों को संदिग्ध मानते हुए सैंपल लिए. हालांकि इनमें कोरोना संक्रमण है या नहीं, इसकी पुष्टि तीन दिन बाद आने वाली रिपोर्ट से होगा. कोटेश्वर अस्पताल में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में भर्ती इन दो मरीजों में खांसी और जुखाम की शिकायत पाये जाने पर उन्हें आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है.